झारखंड-बिहार बॉर्डर पर पुलिस ने बरामद किया भारी मात्रा में विस्फोटक
20 -20 किलो का चार आईईडी, 97 जिलेटिन, 8 डेटोनेटर और बैटरी बरामद
गिरिडीह : बिहार-झारखंड बॉर्डर पर नक्सलियों के खिलाफ चलाये गये दोनों राज्यों की संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को भारी सफलता हाथ लगी है। इस दौरान पुलिस को नक्सलियों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की नियत से छुपा कर रखे गये भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है। इस सर्च अभियान में गिरिडीह जिला पुलिस के साथ जमुई पुलिस और सीआरपीएफ के जवान संयुक्त रूप से शामिल थे।
बताया जाता है कि दोनों राज्यों की संयुक्त पुलिस ने गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के भतुआकुरहा और चकाई थाना क्षेत्र के गरुड़बाद में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान पुलिस ने 20- 20 किलो के चार आइईडी 97 जिलेटिन, 8 डेटोनेटर समेत 12 वोल्ट की बैटरी बरामद किये हैं। नक्सलियों द्वारा भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के भतुआकुरहा और चकाई थाना क्षेत्र के गरुड़बाद के जंगल में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से यह विस्फोटक छिपा कर रखे थे। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर गिरिडीह व जमुई पुलिस और सीआरपीएफ जवानों ने संयुक्त रूप से सर्च अभियान चलाकर विस्फोटक को बरामद कर लिया। बाद में पुलिस ने सभी आईईडी को विस्फोट कर नष्ट कर दिया।
सुविज्ञ सूत्र बताते हैं कि नक्सली कमांडर सिद्धू कोड़ा की मौत के बाद पिंटू राणा को गिरिडीह औऱ जमुई जिले की सीमावर्ती इलाकों का नक्सली जोनल कमांडर की कमान मिली है। सिद्धू कोड़ा की मौत के बाद नक्सली संगठन की हाई लेवल बैठक नक्सली कमांडर अरविंद यादव उर्फ अविनाश के नेतृत्व में बिहार-झारखंड की सीमा से सटे भेलवाघाटी जंगल में हुई थी। उक्त बैठक में नक्सली संगठन के मारक दस्ता का कमान उन हार्डकोर नक्सलियों को देने पर सहमति बनी थी जिसे बिहार-झारखंड के गिरिडीह और जमुई जिले की भौगोलिक स्थिति के साथ साथ आर्थिक क्षेत्र की भी जानकारी हो। पिंटू को जमुई, गिरिडीह व लखीसराय जिले के जंगली इलाके की जानकारी होने के अलावा संवेदकों पर भी इसकी अच्छी पकड़ है।
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