गुरुवार, 23 जुलाई 2020

गिरिडीह का साइबर थाना सींल, दो साइबर अपराधी पाये गये कोरोना संक्रमित

गिरिडीह का साइबर थाना सींल, दो साइबर अपराधी पाये गये कोरोना संक्रमित
गिरिडीह:   साइबर थाना को गुरुवार की शाम सील कर दिया गया। इसकी पुष्टि खुद थाना प्रभारी सहदेव प्रसाद ने किया है। जानकारी के अनुशार जिन चार क्रिमिनल को साइबर थाना पुलिस ने गुरुवार को जेल भेजा था।उसमें दो अपराधी कोरोना संक्रमित पाएं गए। 

कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिलने के बाद सिविल सर्जन अवदेश सिन्हा के निर्देश पर देर शाम थाना को सील किया गया। बताया जा रहा है कि चार अपारधियो को साइबर थाना पुलिस ने बुधवार को निमियाघाट थाना इलाके से चार क्रिमिनल को गिरफ्तार किया था। इसमे चारो की जांच सदर अस्पताल में तुरनेट कराया गया था। पुलिस ने बुधवार को जांच कराया। इसमे दो क्रिमिनल के कोरोना संक्रिमत होने की पुष्टि सिविल सर्जन ने आज किया। इसके बाद ही देर शाम अगले आदेश तक साइबर थाना को सील कर दिया गया। हालांकि इसी साइबर थाना के नीचे ही महिला थाना भी संचालित है।

गिरिडीह पुलिस ने चार साइबर अपराधियों को धर दबौचा, भेजा जेल

गिरिडीह पुलिस ने चार साइबर अपराधियों को धर दबौचा,  भेजा जेल


गिरिडीह : गिरिडीह की साइबर थाना पुलिस ने निमियांघाट थाना क्षेत्र के नगरी गांव से चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।  साइबर पुलिस निरीक्षक सहदेव प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में राहुल मंडल, विजय मंडल, सुनील मंडल, विनोद मंडल, वीरेन्द्र मंडल, दिनेश मंडल शामिल हैं।


पुलिस निरीक्षक सहदेव प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में विजय मंडल, डुमरी थाना क्षेत्र के भावानंद गांव का रहने वाला है जबकि वीरेन्द्र और दिनेश जीतकुंडी का राहुल और विनोद मंडल गांडेय थाना क्षेत्र के मरगोमुंडा का तथा सुनील मंडल डुमरी थाना क्षेत्र के नावाडीह के कुहटी गांव के रहने वाले हैं।

इन अपराधियों के खिलाफ नगरी गांव निवासी रामेश्वर टुडु ने केस दर्ज कराया है। रामेश्वर टुडु ने थाने को दिये आवेदन में बताया है कि एक दिन उसके खाते में 54 हजार रुपये जमा होने का एक मैसेज उन्हें प्राप्त हुआ। उसके खाते में किस ने पैसे जमा किये इसकी उसे कोई जानकारी नहीं है। इसी बीच बीते मंगलवार को विनोद मंडल ने फोन कर उससे सारे रुपये अर्थात 54 हजार मांगे।  बाद में दो बाइक से पांच अपराधी उससे मिले और बैंक खाते के सारे पैसे देने का दबाव दिया। नहीं देने पर अपराधियों ने रामेश्वर टुडु को जान से मारने की धमकी भी दी।

जिसके बाद भुक्तभोगी ने मामले की जानकारी साइबर थाना पुलिस को दी। अपराधियों में शामिल गांव के पिंटू मंडल से उसकी पहचान थी। पिंटू मंडल ने धोखे से उससे उसका एटीएम कार्ड लिया और खाते से 16 हजार रुपया निकाल लिये। पिंटू मंडल को गिरफ्तार अपराधियों को साथी बताते हुए भुक्तभोगी ने पिंटू मंडल समेत छह के खिलाफ केस दर्ज कराया। जिसमें पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार गुरुवार को जेल भेज दिया।

विरोध : जिले के अधिवक्तागण रहे न्यायिक कार्य से दूर

जिले के अधिवक्तागण रहे न्यायिक कार्य से दूर 
          सौंपा सीएम के नाम डीसी को ज्ञापन

गिरिडीह : स्टेट बार काउंसिल के आह्वान पर गुरुवार के राज्य के सभी जिलों के अधिवक्तागण न्यायिक कार्यों से दूर रहे। इसी कड़ी में गिरिडीह जिला अधिवक्ता संघ से जुड़े अधिवक्तागण भी गुरुवार को खुद को न्यायिक कार्यों से अलग रखते हुए जमशेदपुर के अधिवक्ता प्रकाश यादव की हत्या का विरोध प्रदर्शित किया। इस दौरान जिला अधिवक्ता संघ से जुड़े अधिवक्ताओं ने सूबे के मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त गिरिडीह को एक ज्ञापन सौंपा।

जिला अधिवक्ता संघ की ओर से मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में उस हत्याकांड की घोर निंदा करते हुए हत्यारों की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग किया है। साथ ही अधिवक्ता प्रकाश यादव की हत्या की न्यायिक जांच कराने और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग किया हर।  वंही पूरे राज्य में अधिवक्ता संरक्षण कानून लागू करने की भी मांग किया है।


नाबालिग युवती ने फांसी लगा की इहलीला समाप्त

नाबालिग युवती ने फांसी लगा की इहलीला समाप्त
गिरिडीह  : जिले के सरिया थाना क्षेत्र के परसिया गांव निवासी सुरेन्द्र तुरी की 17 वर्षीय पुत्री किरण कुमारी ने फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। घटना बुधवार देर शाम की बतायी जाती है। 
घटना की सूचना मिलने पर सरिया पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर गुरुवार की सुबह पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है।

घटना के सम्बंध में परिजनों ने बताया कि मृतका बीते कुछ दिनों से बीमार थी जिसके कारण वह काफी डिप्रेशन में थी। बुधवार की देर शाम जब परिजन अपने अपने कामों में मशगूल थे उसने घर के अन्दर कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

सेनादोनी में शुरू हुए पौधारोपण कार्यों का बीपीओ ने किया निरीक्षण

सेनादोनी में शुरू हुए पौधारोपण कार्यों का बीपीओ ने किया निरीक्षण


गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के निर्देश पर  गरीब कल्याण रोजगार अभियान एवं मनरेगा के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं तथा विभागीय योजनाओं के तहत प्रवासी श्रमिकों को रोज़गार उपलब्ध कराकर उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। 


इसी कड़ी में गुरुवार को सदर प्रखंड के सेनादोनी पंचायत में पौधारोपण का पिट भरने का कार्य शुरू किया गया। ग्रामीण स्तर पर इन योजनाओं के शुरू होने से काफी श्रमिकों को रोजगार मुहैया हो रहा है। जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मजबूत होने की प्रबल संभावना है। वंही जल एवं मृदा संरक्षण कार्यों से गांव का पानी गांव में एवं खेत का पानी खेत में ही रोका जा सकेगा ताकि जल संरक्षण व शुद्ध वातावरण के साथ साथ श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर व सशक्त बनाना जा सके।

सेनादोनी पंचायत में शुरू किए गए इस पौधारोपण कार्यों का गुरुवार को बीपीओ ने अवलोकन किया तथा ग्रामीणों को कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से सावधानी बरतने, मास्क का उपयोग करने तथा सामाजिक दूरी का पालन करने की लोगों को सलाह दी। 

तीन शातिर चोर चोरी के सामानों के साथ गिरफ्तार

तीन शातिर चोर चोरी के सामानों के साथ गिरफ्तार
गिरिडीह : पुलिस ने चोर गिरोह के तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। वंही पुलिस ने हीरोडीह, जमुआ एवं धनवार में चोरी किये गए सामानों को भी बरामद करने में सफल रही है। उक्त जानकारी गुरुवार को एसपी अमित रेनू ने प्रेसवार्ता कर दी।


गिरफ्तार चोर गिरोह के सक्रिय सदस्यों में सुरेश पासी, छुटकू पासी, बड़कू पासी शामिल है। जो सभी हिरोडीह थाना क्षेत्र के ही टिकोडीह का रहने वाला बताया जाता है।  एसपी श्री रेनू ने बताया कि गिरोह में 7 लोगों के शामिल रहने की बात सामने आई है। सभी हीरोडीह थाना क्षेत्र के ही निवासी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से चांदी का एक कटोरा, एक चम्मच, एक सिक्का, पुराना पायल दो जोड़ा,नया पायल एक जोड़ा, लॉकेट, पितल का 2 हंडा, 2 छिपा, 3 छोटा बड़ा पैला, 1 बाल्टी, 1 कढ़ाई, काशा का एक कटोरा सहित 42 सौ रुपया नगद व एक हौंडा साइन बाइक बरामद की गई है।

उन्होंने बताया कि छापेमारी टीम का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नवीन कुमार सिंह ने किया। जबकि टीम में जमुआ पुलिस निरीक्षक विनय कुमार राम हिरोडीह थाना प्रभारी राधेश्याम पांडेय, परि पुलिस अवर निरीक्षक हसनैन अंसारी, गौरव भगत, धनवार थाना के मुकेश दयाल सिंह, राहुल कुमार चौबे, अवर निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह एवं हिरोडीह थाना क्षेत्र के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

गावां के नगवां में फिर मिला चार कोरोना संक्रमित, भेजा गया आइसोलेशन सेंटर

गावां के नगवां में फिर मिला चार कोरोना संक्रमित, भेजा गया आइसोलेशन सेंटर 


गिरिडीह : बुधवार 23 जुलाई की रात में आई कोरोना जांच रिपोर्ट में गावां के नगवां में चार नए संक्रमितों की पहचान हुई है। इन चारो संक्रमितों को गुरुवार की दोपहर स्वास्थ्य विभाग स्पेशल कोविड एम्बुलेंस से गिरिडीह के बदडीहा स्थित आइसोलेशन सेंटर भेज दिया गया है।

गावां में इसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 19 हो गई है। इसमें से 7 मरीज ठीक हो कर वापस चुके हैं। वहीं संक्रमित एक महिला अधिकारी अपने घर में ही आइसोलेट है। बाकी के 11 लोग अभी गिरिडीह के आइसोलेशन सेंटर में हैं।
बुधवार को मिले संक्रमितों में एक चाय दुकानदार है, जिससे क्षेत्र में काफी तेजी से कोरोना के फैलने की आशंका प्रबल हो रही है। बता दें कि माल्डा के एक बाइक शोरूम में 11 जुलाई को कोरोना जांच के लिए113 लोगों का सैम्पल लिया गया था। उसी की रिपोर्ट 17 जुलाई से आनी शुरू हुई है, जो अब तक आ रही है। इसमें अब तक 13 लोग संक्रमित मिल चुके हैं।

पंचायती राज पदाधिकारी ने मुखियाओं व पंचायत सचिवो के साथ किया समीक्षा बैठक

पंचायती राज पदाधिकारी ने मुखियाओं व पंचायत सचिवो के साथ किया समीक्षा बैठक
बगोदर/गिरिडीह:-बगोदर प्रखंड सभागार में गुरूवार को जिला के पंचायतीराज पदाधिकारी शिवशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में प्रखंड के सभी पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई। 

बैठक में  14 वें तथा 15 वें वित्त की उपलब्ध राशि से योजनाओं के क्रियान्वयन एवं राशि का व्यय करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। वंही दो दिनों के अंदर मनरेगा योजना से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर चापाकल में सोख्ता, रेन वाटर वर्मी कम्पोस्ट,एवं अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन सरकार के निर्देश पर यथाशीघ्र प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया। 
बैठक बीडीओ रवीन्द्र कुमार  जेई पंचायत सचिव मुखिया टेकलाल चौधरी महेश महतो लालजीत मरांडी लक्षमण महतो आदि शामिल थे । 

बगोदर के भागीरथ महतो की मुम्बई में हृदय गति रूकने से मौत

बगोदर के भागीरथ महतो की मुम्बई में हृदय गति रूकने से मौत
गिरिडीह : जिले के बगोदर प्रखंड के पोखरिया गांव निवासी स्वर्गीय मेघन महतो के 45 वर्षीय पुत्र भागीरथ महतो की गुरूवार सुबह हृदय गति रूकने से मुंबई में मौत हो गयी। 

भागीरथ काफी सालो से वह मुम्बई में रह कर जीविकोपार्जन कर रहा था। मुम्बई में वह अपने बीबी बच्चे के साथ ही रह रहा था।  गुरूवार की सुबह  अचानक हृदय गति रूकने से उसकी मौत हो गयी।

भागीरथ की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। भागीरथ अपने पीछे पत्नी चमेली देवी और 15 वर्षीय पुत्री प्रियंका कुमारी को छोड गए। परिवार के एक मात्र कमाऊं सदस्य होने से उसकी मौत से परिवार पर ग़मों का पहाड़ टूट गया है।

गौरतलब है कि प्रदेश में रोजी रोटी कमाने गये किसी भी झारखण्डवासी के मौत की यह पहली घटना नहीं है। इसके पूर्व भी कई लोगों की मौत प्रदेश में हो चुकी हैं। बगोदर के समाजसेवी सिकन्दर अली ने झारखंड सरकार से अनुरोध किया है कि वह इस पर संज्ञान लेते हुये महाराष्ट्र सरकार पर दवाब बनाये ताकि जिस कम्पनी कंपनी में भागीरथ कार्यरत था वह कम्पनी इस विकट संकट की घड़ी में परिवार को उचित आर्थिक मदद प्रदान करे।

बुधवार, 22 जुलाई 2020

सर्पदंश का करावें उपचार, झाड़फूंक और ओझागुणी के चक्कर मे न पड़ें

सर्पदंश का करावें उपचार,  झाड़फूंक और ओझागुणी के चक्कर मे न पड़ें



[राजेश कुमार]

दुनिया में प्रतिवर्ष एक लाख लोगों की मौत सर्पदंश के कारण होती है। इसमें करीब आधे लोग भारत के होते हैं। सर्पदंश से मृत्यु का मुख्य कारण समय से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराया जाना है। इसके कई कारण हो सकते हैं। सर्पदंश में प्राथमिक उपचार की जानकारी का अभाव, ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल की दूरी व अंधविश्वास के कारण झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ना आदि।

दुनिया में कोई तीन हजार प्रजाति के सांप पाए जाते हैं। भारत में करीब 300 प्रकार के सांप पाए जाते हैं। इनमें केवल 15 प्रजाति के साँप ही जहरीले होते हैं। नाग (कोबरा), करैत, रसेल्स वाइपर और सॉ स्केल्ड वाइपर के काटने के सर्वाधिक मामले सामने आते हैं। आमतौर पर भोजन की तलाश में ये साँप खेतों व रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। बरसात के दिनों में गहरे क्षेत्रों में पानी भर जाने के कारण भी सांप आवासीय क्षेत्रों में आ जाते हैं। यही कारण है कि भारत में बरसात के दिनों जून से सितंबर तक सर्वाधिक सर्पदंश के लोग शिकार होते हैं। [रिपोर्ट :राजेश कुमार की]

लक्षण:- साँप के काटने के स्थान पर खरोच के निशान, खून निकलना, काटे जगह पर दर्द, सूजन व लालीपन, धड़कने तेज होना, पसीना आना, मितली आदि लक्षण है।

बचाव:- सावधानी बचाव के सर्वोत्तम उपाय हैं। घर के आसपास की सफाई रखें। जंगल-झाड़ी व जलजमाव नहीं होने दें। चूहों को नियंत्रित रखें। अंधेरे में टॉर्च का प्रयोग करें। बिल-छेद में हाथ ना डालें। जूता पहनने से पहले अच्छी तरह देख लें।

उपचार:- सर्पदंश में एकमात्र उपचार विषरोधक दवा (Anti Anak Venom ASV) का प्रयोग है। यह दवा सरकारी अस्पतालों में प्रायः निःशुल्क उपलब्ध हैं। आवश्यकता यह है किे मरीज को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जाए जिससे उसे समय रहते इलाज मिल सके।

सर्पदंश की अवस्था में मरीज को घबराना नहीं चाहिए। काटे गए स्थान को स्थिर रखें। घबराने से व अंग को हिलाने-डुलाने से रक्त संचार बढ़ जाता है। जिस कारण विष फैलने की संभावना बढ़ जाती है।

सर्पदंश के संस्थान से ऊपर रस्सी से बांध दें जिससे विष का प्रसार हृदय की ओर न हो। रस्सी को टाइट न बांधे। इससे अंगों को समुचित रक्त नहीं मिलने के कारण उत्तक के क्षतिग्रस्त होने की संभावना रहती हैं। दंश के स्थान पर ब्लेड से चिड़ा भी लगाया जा सकता है। परंतु कई बार गहरा चिरा लगने से अत्यधिक रक्तस्राव के कारण भी बात बिगड़ जाती हैं।अतः आवश्यकता है कि मरीज को समय बर्बाद किए बगैर अस्पताल पहुंचाएं। कई बार झाड़-फूंक के चक्कर में पड़कर भी समय बर्बाद कर दिया जाता है।[रिपोर्ट : राजेश कुमार की]

दिहाड़ी मजदूरों के समक्ष सुरसा की भांति मुंह फैलाये खड़ी है बेरोजगारी

दिहाड़ी मजदूरों के समक्ष सुरसा की भांति मुंह फैलाये खड़ी है बेरोजगारी

                             फाइल फोटो

गिरिडीह : एक तो कोरोना बीमारी का भय उपर से बेरोजगारी की चिंता इनदिनों कईयों के लिए एक तरफ कुआं और दूसरी तरफ खाई की स्थिति हो गई है। लोग बेहाल हैं और सबकी नज़रे अब सरकार के रहमों करम पर टिकी हुई है। महामारी से बचाव को लेकर लगे लॉकडाउन ने अच्छों अच्छों की कमर तोड़ कर रख दी है। इसमें सबसे ज्यादा बुरा हाल है दिहाड़ी मजदूरों का। जो रोज़ाना सुबह काम की तलाश में चौक चौराहों पर खड़ा होते हैं वहीं काम नहीं मिलने पर मायूस होकर घर लौट जाते हैं। उन दिहाड़ी मजदूरों के समक्ष सुरसा की भांति मुंह बाए खड़ी है बेरोजगारी। जिसका दंश झेलने को वह विवश हैं।

गौरतलब है कोरोना से बचाव को लेकर कंस्ट्रक्शन का काम पूरी तरह से ठप पड़ गया है। ऐसे में राजमिस्त्री और दिहाड़ी मजदूरों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं अगर थोड़ा बहुत काम होता और मजदूरों को रोजगार मिलता तो एनजीटी के आदेश पर बालू उठाव पर रोक है इस कारण कंस्ट्रक्शन के काम पर ब्रेक सा लग गया है। ऐसे में मजदूर वर्ग के सामने परिवार का भरण पोषन करना चुनौती बनता जा रहा है।

राजमिस्त्री और दिहाड़ी मजदूरों ने बताया कि “तीन महीना त लॉकडाउन जैसे तैसे बीत गलो बाबू अब सोचलिये कि काम करवे ता बीमारियों बढ़ते जा रहल है और कहीं काम भी न मिल रहल है। सरकार के हमीन खातिर कुछ करना चाही”

बहरहाल, वाकई समस्या गंभीर है हालांकि मनरेगा के जरिये मजदूरों के लिए रोजगार तो उपलब्ध करवाया जा रहा है मगर वो नाकाफ़ी साबित हो रहा है। ऐसे में इस दिशा में बड़े कदम उठाने की दरकार है। लॉकडाउन में काफी संख्या में प्रवासी मजदूर वापस लौटे हैं। जिनमें से कई मजदूर ऐसे हैं जिनके लिए मनरेगा योजना में काम नहीं है। सभी अलग अलग सेक्टर के हैं। जिससे सभी बेरोजगार हो गए हैं और अब सरकार से रोजगार की मांग कर रहे हैं।

चोरों के हमले से दो सीसीएल कर्मी घायल, एक गम्भीर, किया गया ढोरी सेंट्रल हॉस्पिटल रेफर

चोरों के हमले से दो सीसीएल कर्मी घायल, एक गम्भीर, किया गया ढोरी सेंट्रल हॉस्पिटल रेफर 
घायल सीसीएल कर्मियों से मिले यूनियन नेता, प्रबंधन से किया सुरक्षा की गारंटी की मांग


गिरिडीह : बीती रात कबरीबाद माइंस में चोरों के हमले में घायल दो मजदूर घायल हो गए थे। घायल मजदूरों में कबरीबाद माइंस में ड्यूटी में तैनात पम्प खलासी मो. मनोवर हुसैन तथा पम्प ऑपरेटर अब्दुल रशीद हैं। 

घायल दोनों मजदूरों को इलाज हेतु तत्काल सीसीएल बनियाडीह स्थित लँकास्टर सीसीएल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जंहा एक मजदूर की स्थिति नाजुक देख कर चिकित्सक उसे ढोरी स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल रेफर कर दिया है जबकि दूसरे घायल यहां इलाजरत है।  कोयला श्रमिक यूनियनों के संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने बुधवार को अस्पताल पहुंच घायल मजदूरों से मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना।

मुलाकात करने पहुंचे यूनियन नेताओं मे आरसीएमएस नेता एन. पी. सिंह बुल्लू, सीएमडब्लुयू के राजेश कुमार, एवं राजेश सिन्हा यूसीडब्ल्यूयु के देवशंकर मिश्र, जेसीएमयू तेजलाल मंडल, एस. अन्थोनी आदि शामिल थे।

मुलाकात के बाद श्रमिक नेताओं ने कहा कि आए दिन इस तरह की घटनाओं का शिकार निर्दोष सीसीएल कर्मी होते रहते है। प्रायः नाइट शिफ्ट में ड्यूटी करने वालों के साथ ही ऐसा हादसा होता है, इसलिए प्रबंधन रात्रि ड्यूटी में सुरक्षा की मुकम्मल गारंटी करे अन्यथा गिरिडीह के सभी कोयला श्रमिक यूनियन मिलकर मजदूरों के हक में लड़ाई लड़ने को बाध्य होंगे।

 यूनियन नेताओं ने बनियाडीह सीसीएल अस्पताल की व्यवस्था पर आपत्ति जताया। कहा कि इस अस्पताल में इलाजरत श्रमिक को पर्याप्त सुविधा तथा निरंतर सेवा की जरूरत है जो अभी नहीं मिल पा रही है। नेताओं ने प्रबंधन से इस पर भी ध्यान देने की बातें कही।