मंगलवार, 28 जनवरी 2025

जानिये ट्रैफिक नियम : आपकी गाड़ी की चाबी नहीं निकाल सकता पुलिसकर्मी

News Update Jharkhand (न्यूज़ अपडेट डेस्क)

इंडियन मोटर व्हीकल एक्ट 1932 के तहत ASI स्तर का अधिकारी ही ट्रैफिक वॉयलेशन पर आपका चालान काट सकता है। एएसआई, एसआई, इंस्पेक्टर को स्पॉट फाइन करने का अधिकार होता है। ट्रैफिक कॉन्स्टेबल सिर्फ इनकी मदद के लिए होते हैं। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर यदि कॉन्स्टेबल आपकी गाड़ी से चाबी निकाल रहा है, तो ये नियम के खिलाफ होता है। कॉन्स्टेबल को आपको गिरफ्तार करने या व्हीकल सीज करने का भी अधिकार नहीं है। कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी आपको बिना वजह परेशान भी नहीं कर सकता। ऐसे मे आप उसके खिलाफ कार्रवाई भी कर सकते हैं। कई लोग इस बात को नहीं जानते। वे गलती पर ट्रैफिक पुलिस के देखकर डर जाते हैं। 



इन बातों का भी रखें ध्यान

ट्रैफिक पुलिस के पास चालान बुक या फिर ई-चालान मशीन होना जरूरी है। तभी वह आपका चालान काट सकता है। यदि इन दोनों में से कुछ भी उनके पास नहीं है तो आपका चालान नहीं काटा जा सकता है। ट्रैफिक पुलिस का यूनिफॉर्म में रहना भी जरूरी है। यूनिफॉर्म पर बकल नंबर और उसका नाम होना चाहिए। यूनिफॉर्म नहीं होने की सूरत में पुलिसकर्मी को अपना पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा जा सकता है।


100 रुपये का ही कर सकता है फाइन

 ट्रैफिक पुलिस का हेड कॉन्सटेबल आप पर सिर्फ 100 रुपए का ही फाइन कर सकता है। इससे ज्यादा अर्थात 100 रुपए से ज्यादा का फाइन सिर्फ ट्रैफिक ऑफिसर यानी ASI या SI कर सकता है। ट्रैफिक कॉन्स्टेबल आपकी गाड़ी की चाबी निकलता है, तो आप उस घटना का वीडियो बना लीजिए। इस वीडियो को उस एरिया के पुलिस स्टेशन में जाकर किसी सीनियर अधिकारी को दिखाकर उसकी शिकायत कर सकते हैं।

धारा 183,184, 185 के तहत होगी कार्रवाई

मोटर वाहन अधिनियम 1988 में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मचारी को वाहन की चाबी निकालना का अधिकार नहीं दिया गया है। पुलिस कर्मचारी द्वारा चेकिंग के दौरान वाहन मालिक से वाहन से संबंधित दस्तावेज ड्राइविंग लाइसेंस मांगने पर तुरंत दिखाने चाहिए। मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 3, 4 के तहत सभी वाहन चालकों को अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना जरूरी है। धारा 183,184, 185 के तहत वाहन की स्पीड लिमिट सही होना चाहिए। शराब पीकर गाड़ी चलाना, लापरवाही से वाहन चलाना आदि धाराओं में 6 महीने से लेकर 2 साल तक की सजा एक हजार रुपए से लेकर दो हजार रुपए तक जुर्माना या दोनों का भी प्रावधान है।


ड्राइविंग के दौरान इसे रखें साथ 
 
ड्राइविंग के दौरान आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस, पॉल्युशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट की ओरिजिनल कॉपी आपके पास होना चाहिए। वहीं गाड़ी के रजिस्ट्रेशन और इंश्योरेंस की फोटोकॉपी से भी काम चल सकता है। 

बाद में भी भर सकते हैं फाइन

आपके पास मौके पर पैसे नहीं हैं तो बाद में फाइन भर सकते हैं। ऐसी स्थिति में कोर्ट चालान जारी करता है, जिसे कोर्ट में जाकर भी भरना पड़ेगा। इस दौरान ट्रैफिक अफसर आपका ड्राइविंग लाइसेंस अपने पास रख सकता है।

ऑनलाइन भी भर सकते हैं चालान

वर्चुअल कोर्ट एक ऑनलाइन कोर्ट है, जहां आप अपने चालान को घर बैठे ही भर सकते हैं। आपको घर से बाहर जाने की जरूरत नहीं और न ही कोर्ट में जाकर धक्के खाने की जरूरत है। यहां से चालान का भुगतान करने के लिए 90 दिन का समय मिलता है। अगर इस दौरान भी चालान नहीं भरा जाता है तो कानूनी कार्यवाही शुरू होगी। इसके बाद वाहन के मालिक को अपने चालान को जमा करने के लिए वकील के साथ फिजिकल कोर्ट में जाना होता है। वहीं, कुछ मामलों में यहां पर चालान की राशि को कम कर दिया जाता है।


ऐसे भरें ऑन लाइन चालान

★उस राज्य सरकार की ई-चालान वेबसाइट पर जाएं जहां चालान जारी किया गया था।
★चालान नंबर या वाहन पंजीकरण संख्या दर्ज करें।
★कैप्चा कोड दर्ज करें।
★“जुर्माना भुगतान करें” पर क्लिक करें।
★पेमेंट ऑप्शन चुनें (क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग आदि)।
★पेमेंट डिटेल दर्ज करें और “भुगतान करें” पर क्लिक करें।
★पेमेंट होने के बाद आपको एक ईमेल या SMS प्राप्त होगा।

उत्तरप्रदेश में बड़ा हादसा : जैन निर्वाण महोत्सव का 65 फीट ऊँचा मंच गिरा, हादसे में 7 की मौत

बागपत (Uttarpradesh)। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत में आयोजित जैन निर्वाण महोत्सव का 65 फीट ऊंचा मंच गिर गया। हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत होने की सूचना है जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायलों बताए जाते हैं।


बता दें कि यह महोत्सव पिछले 25-30 सालों से लगातार होता आ रहा है। इसके लिए परमिशन भी ली गई थी। आज मंगलवार को बड़ौत के जैन कॉलेज मैदान में आदिनाथ भगवान के निर्वाण के लड्डू चढ़ाने का कार्यक्रम चल रहा था। काफी संख्या में जैन समाज के श्रद्धालु लड्डू चढ़ाने स्टेज पर खड़े थे। कुछ लोग स्टेज पर चढ़ने वाले सीढ़ियों पर भी खड़े थे। तभी अचानक सीढ़ियां टूटीं और लकड़ी का पूरा स्टेज गिर गया। स्टेज गिरने से वहां मौजूद कई लोग इसके नीचे दब गए। मौके पर अफरा तफरी और चीख पुकार मच गई। 


मामले की सूचना मिलते ही डीएम, एसपी समेत कई आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस के जवानों ने तुरंत वहां राहत व बचाव का कार्य शुरू कर दिया। इस हादसे में 7 श्रद्धालुओं की दब कर मौत हो गई है। वहीं दो दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हो गये। पुलिस ने 108 एंबुलेंस की मदद से हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया। जिन घायलों को कम चोट आई थीं उनका प्राथमिक उपचार कर वापस घर भेज दिया गया। बाकी 20 लोगों का उपचार जारी है।


क्षमता से अधिक लोगों के मंच पर चढ़ने से हुआ हादसा

हादसे को लेकर डीएम अस्मिता लाल और एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया- बड़ौत में जैन समाज का कार्यक्रम था। यह कार्यक्रम पिछले 25-30 साल से होता आ रहा है। इस कार्यक्रम के लिए अनुमति ली गई थी। सीढ़ियां टूटने से लकड़ी का स्टेज टूट गया। बताया कि क्षमता से अधिक श्रद्धालु स्टेज पर चढ़ गए थे, जिस कारण अधिक भार से स्टेज टूट गया। जिस कारण वहां मौजूद लोग मंच के नीचे दब गए। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, घायलों को 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।बताया कि इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हुई है। 20 लोगों का उपचार कर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। बाकी 20 लोगों का उपचार जारी है।   


डीएम और एसपी ने बताया कि आखिर मंच कैसे ढह गया। कहां किसने लापरवाही बरती, सभी चीजों की जांच की जा रही है।


सीएम योगी ने जताया शोक

वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर शोक जताया है। उन्होंने घायलों के बेहतर उपचार के लिए पुलिस और प्रशासन को आदेश दिए हैं। साथ ही पीड़ितों के जल्द ठीक हो जाने की भी कामना की है।

ऐसी भी होती है माँ ? तीन साल के मासूम को माँ ने बेरहमी से पीटा, मासूम बच्चा आईसीयू में

मुम्बई (Mumbai)।   अपने जिगर के टुकड़े तीन साल के मासूम बेटे के साथ एक महिला ने ऐसा दूरव्यवहार किया जिसे देख और सुन सबों का दिल दहल उठा। महिला ने अपने मासूम बेटे को न केवल उठाकर पटका बल्कि प्लास्टिक की पाइप से इस कदर पीटा कि उसके पूरे पीठ पर नील निशान पड़ गए। ममता को शर्मसार करने वाली यह घटना देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में घटित हुई है।

पति का गुस्सा पत्नी ने मासूम पर उतारा

मुंबई के घाटकोपर के नारायण नगर में रहने वाली गुड़िया बानू खान कहीं घूमने जाने के लिए अपने शौहर मैसाद से जिद्द कर रही थी। लेकिन मैसाद के पास समय नहीं था, इसलिए उन्होंने टालने की कोशिश की। इस बात से नाराज गुड़िया ने अपना सारा गुस्सा अपने तीन साल के बेटे पर उतार दिया। गुड़िया ने उनके बेटे को पहले उठाकर पटक दिया। इससे भी उसका मन नहीं भरा, तो उसने प्लास्टिक की पाइप उठाकर मासूम बच्चे को अंधाधुंध पीटने लगी। जिससे उनका बेटा पहले तो चींखता रहा और फिर बेहोश हो गया।


मासूम की हालात नाजुक, आईसीयू में भर्ती

जानकारी होने पर बच्चे के पिता मैसाद घर पहुंचे और बच्चे को राजवाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने बच्चे को आईसीयू में भर्ती किया है। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे के पीठ पर दर्जनों नील के निशान हैं। इसके अलावा शरीर के बाकी हिससों पर भी गंभीर चोटें आई हैं। चूंकि बच्चा पहले से ही कमजोर है, इसलिए वह अपनी मां की बर्बरता को झेल नहीं पाया और बेहोश हो गया।


पहुंची पुलिस, दर्ज किया पिता का बयान

सूचना पाकर अस्पताल पहुंची स्थानीय पुलिस को दिए बयान में बच्चे के पिता मैसाद ने बताया कि कुछ साल पहले उसकी शादी गुड़िया के साथ हुई थी। उन दोनों का एक तीन साल का बेटा है और वह सपरिवार घाटकोपर के नारायण नगर में रहते थे। गुड़िया हमेशा घूमने जाने की जिद्द करती थी। लेकिन समय का अभाव रहने के कारण वह उसकी उस जिद्द को पूरा नहीं कर पाया तो उसने मासूम बच्चे पर अपना सारा गुस्सा उतार दिया।

मोबाइल बन्द कर फरार है आरोपी मां

पुलिस ने बच्चे की हालत देखने और बच्चे के पिता की शिकायत पर आरोपी मां के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस मामले की जांच एवं आरोपी महिला की तलाश कर रही है, लेकिन वह मोबाइल फोन बंद कर फरार हो गई है।

कुएं में मिला शुक्रवार से लापता वृद्ध का शव, जांच में जुटी पुलिस

गिरिडीह (Giridih)। जिले के गावां क्षेत्र के परसौनी गांव के एक कुएं से तीन दिनों से लापता वृद्ध का शव बरामद हुआ है। मृतक 73 वर्षीय भुवनेश्वर राय था। घटना की सूचना मिलते ही गावां थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह सदलबल गांव पहुंचे और शव को कुएं से निकलवा उसे अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया।  


मिली जानकारी के अनुसार भुवनेश्वर राय पिता स्व यमुना राय की नतनी का बीते गुरुवार को जन्मदिन था। जन्मदिन मना भुवनेश्वर शुक्रवार सुबह शौच जाने की बात कह घर से निकले और अचानक गायब हो गये। मृतक की तीन पुत्री एवं दो पुत्रों समेत परिवार के अन्य लोगों ने उनकी सभी सम्भावित स्थानों पर तलाश किया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया।

सोमवार की शाम जब सिंचाई के लिए लोग कुएं में डीजल मशीन लगा पानी निकाल रहे थे तब लोगों की नजर कुएं में पड़े शव पर गई। कुएं में गायब भुवनेश्वर राय का शव मिलने से गांव में कोहराम मच गया। परिजनों ने इसकी सूचना गांवा थाना की पुलिस को दी।

सूचना पाकर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई। घटना के बाबत थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक 3 दिन से गायब था। लेकिन परिजनों ने थाने में इसकी कोई जानकारी नहीं दी थी। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की अनुसंधान करने में जुटी है।