रविवार, 29 दिसंबर 2024

पूर्व सैनिक की हत्या की नियत से पहुंचे 6 अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा जेल

राँची (RANCHI)। नामकुम प्रखंड के खरसीदाग ओपी क्षेत्र अंतर्गत डहुटोली निवासी पूर्व सैनिक जितवा कच्छप की हत्या करने की नियत से पहुंचे 6 अपराधियों को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार लोगों में मुख्य साजिशकर्ता रतन उरांव पिता चम्पा उरांव डहुटोली खरसीदाग, अमर मुंडा उर्फ काण्डे मुंडा पिता जागरण मुण्डा टोनको एयरपोर्ट, गोवर्धन महतो पिता सुन्दर महतो, मधवा महतो पिता सहदेव महतो दोनों कर्रा खूंटी, मुन्ना उरॉव पिता झरिया उरांव गढखटंगा खरसीदाग एवं बिन्देश्वर सिंह पिता राम लखन सिंह, धुर्वा तुपुदाना शामिल हैं। यह जानकारी पुलिस द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में दी गयी।


क्या है मामला :

इस सम्बंध में जितवा के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। जिसमे जितवा बताया है कि उनकी जमीन का रतन उरांव से 2020 से विवाद चल रहा है। पूर्व में भी रतन के द्वारा उनकी जमीन पर अपराधियों को बुलाकर जेसीबी से कब्जा किया जा रहा था। जिसे न्यायालय की सहायता से नोटिस भेजकर रुकवाया गया था।

बताया कि 23 दिसंबर की देर रात उनके घर का दरवाजा खटखटाया गया।उन्होंने पत्नी के साथ दरवाजा खोला तो देखा कि रतन, गोवर्धन, अमर मुंडा सहित अन्य लोग खड़े थे। एक युवक के हाथ में कट्टा था। रतन ने धमकी देते हुए कहा कि उक्त जमीन मेरे नाम से रजिस्ट्री कर दो या फिर 20 लाख रुपए दे दो वर्ना परिवार सहित मारकर जंगल में फेंक देंगे। एक अन्य युवक ने कनपटी पर कट्टा सटा कर बोला कि रतन जो बोल रहा है उसे पूरा कर दो अन्यथा जान से चले जाओगे। पैसें नहीं देने पर रतन ने हत्या की योजना बनाई एवं गोवर्धन को तीन लाख रूपये की सुपारी दी 50 हजार एडवांस दिया। जिसके बाद गोवर्धन अन्य अपराधियों से मिल कर सतरंजी बाजार तुपुदाना में जितवा की हत्या की योजना बनाई।




क्या कहती है पुलिस

पुलिस के मुताबिक अमर मुण्डा ने हत्या के लिए हथियार एवं गोली खरीदी। जितवा ने डर से उनलोगो से पैसा व्यवस्था करने के लिए कुछ दिन का समय मांगा गया। जिसपर सभी ने पैसा नहीं देने पर नए साल में हत्या करने की योजना बनाई।जिसकी सूचना जितवा को मिल गई। जितवा ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीएसपी मुख्यालय प्रथम अमर कुमार पांडेय, हटिया डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा के नेतृत्व में खरसीदाग ओपी प्रभारी भवेश कुमार के सहयोग से त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया।


रतन पूर्व में जा चुका है जेल

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के क्रम में जानकारी मिली कि रतन जुआं एवं शराब का अड्डा चलाता है। वह हथियार भी रखता है एवं फिरौती मांगने के आरोप में पूर्व में जेल भी जा चुका है। छापामारी दल में डीएसपी मुख्यालय प्रथम अमर कुमार पाण्डेय, डीएसपी हटिया प्रमोद कुमार मिश्रा, नामकुम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रह्मदेव प्रसाद, खरसीदाग ओपी प्रभारी भवेश कुमार, तुपुदाना ओपी प्रभारी दुलाल महतो, पुअनि नितीश कुमार, पुअनि सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय एवं सशस्त्र बल शामिल थे।



महावीर मंदिर न्यास के सचिव और पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल का निधन, हार्ट अटैक से गई जान

पटना (PATNA)। बिहार की राजधानी पटना स्थित महावीर मंदिर धार्मिक न्यास बोर्ड के सचिव और पूर्व आचार्य किशोर कुणाल का निधन हो गया है। 

रविवार सुबह हृदयाघात आने के बाद उन्हें फौरन महावीर वात्सल्य में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।


बताया जा रहा है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल का कार्डियक अरेस्ट आया है। अस्पताल जाने से पहले उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके निधन से शोक की लहर दौड़ पड़ी है।

अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी को गोली मार लूट लिये आभूषण व नगदी, जांच में जुटी पुलिस

दुमका (DUMKA)। जिला के मसलिया थाना क्षेत्र के मोहुलबोना डंगाल में मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधियों ने एक स्वर्ण व्यवसाई के साथ लूटपाट और छिनतई की घटना को अंजाम दिया है। व्यवसायी द्वारा विरोध करने पर अपराधियों ने उसे गोली मार दिया। घटना में स्वर्ण व्यवसायी गम्भीर रूप से घायल है।




मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के पहरुडीह निवासी संजय राणा आश्रम मोड़ में सोना चांदी दुकान चलता है। रोज की तरह शनिवार देर शाम को भी वह अपनी दुकान बंद कर बाइक से घर जा रहा था। इसी दौरान मोहुलबोना डंगाल के पास सुनसान स्थल पूर्व से घात लगाए बैठे अपराधियों ने संजय राणा को रोक उसके साथ लूटपाट और छिनतई करने लगा। संजय राणा ने जब अपराधियों के मंसूबे का विरोध करने पर अपराधियों ने पिस्तौल निकालकर उस पर गोली चला दिया। गोली संजय राणा के कमर में लगी। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया।साथ ही अपराधियों द्वारा संजय राणा के पास मौजूद आभूषण सहित रुपया छीनकर दलाही की और भाग गया।


इधर संजय राणा द्वारा हो हल्ला किए जाने पर ग्रामीण वहां पहुंचे। संजय राणा को इलाज हेतु दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुँचीं है। पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए जगह जगह छापेमारी कर रही है।



पंच तत्व में विलीन हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, पुत्री ने दी मुखग्नि

नई दिल्ली (NEW DELHI)। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय, पूर्ण सैन्य सम्मान और सिख परंपरा के साथ अंतिम संस्कार किया गया। डॉ. सिंह की सबसे बड़ी पुत्री उपिंदर कौर ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई और सिख धर्मगुरुओं और परिवार के सदस्यों ने गुरबाणी का पाठ किया।


निगम बोध घाट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, मॉरीशस के विदेशमंत्री धनंजय रामफुल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री जेपी नड्डा, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी, तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ सीडीएस जनरल अनिल चौहान भी मौजूद रहे। कई केंद्रीय मंत्री, राजनयिक और अन्य गण्यमान्य लोग भी अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने पहुंचे। सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।


सिंह के अंतिम संस्कार समारोह में हिस्सा लेने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल,कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कई पूर्व केंद्रीयमंत्री भी निगम बोध घाट पहुंचे।

इससे पहले कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड, नई दिल्ली से निगमबोध घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकली। कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर फूलों से सजे वाहन पर रखा गया। उसके साथ चल रहे लोगों ने कांग्रेस मुख्यालय से निकलने पर रास्ते में मनमोहन सिंह अमर रहें के नारे लगाए। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक तेरा नाम रहेगा के नारे भी गूंजे। सिंह के पार्थिव शरीर को आज सुबह 9 बजे से कुछ पहले 3, मोतीलाल नेहरू रोड स्थित उनके आवास से एआईसीसी मुख्यालय लया गया।


             अब यादें ही शेष

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उम्र संबंधी चिकित्सा जटिलताओं के कारण 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का वास्तुकार कहा जाता है। सिंह ने 2004 से 2014 के बीच 10 वर्ष तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में पूरे देश में सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक मनाया जा रहा है। इस दौरान पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।