झारखण्ड की जेलों का हाल-बेहाल, 29 जेलों को मात्र तीन जेलर रहे हैं सम्भाल
राजेश,पत्रकार,गिरिडीह।
राज्य में कुल 29 जेल है- जिनमें 7 सेंट्रल जेल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक ओपन जेल शामिल है।
कर्मचारियों की कमी :-
जेलर के साथ-साथ राज्य की जेलों में कर्मचारियों की भी भारी कमी है। झारखंड की जेलों में विभिन्न पदों के लिए हजारो सीट खाली हैं। लंबे समय से कर्मियों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में जेल में कैदियों को संभालना और कार्यालय के काम को संपादित करना जेल प्रशासन के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है।
सूबे में 7 सेंट्रल जेल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक ओपन जेल है।
राज्य के 7 सेंट्रल जेल- रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर, दुमका, डालटनगंज, गिरिडीह और देवघर हैं।
वहीं 16 मंडल कारा- धनबाद, चाईबासा, सरायकेला, गढ़वा, लातेहार, चतरा, कोडरमा, बोकारो (चास), जामताड़ा, पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज, सिमडेगा, लातेहार और गुमला जिले में है।
5 उपकारा- खूंटी, तेनुघाट, रामगढ़, राजमहल, मधुपुर में हैं और -
राज्य का एकमात्र ओपन जेल हजारीबाग में है।
चार असिस्टेंट जेलर को मिली जेलर में प्रोन्नति:-
मिली जानकारी के अनुसार, हाल के दिनों में 4 असिस्टेंट जेलर को जेलर रैंक में प्रोन्नति दी गई है। उम्मीद है प्रोन्नति मिले इन सभी जेलरों को सोमवार तक सरकार विभिन्न जेलों में पदस्थापित कर सकती है। हालांकि सरकार की ओर से इसका कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है।
सूबे में 7 सेंट्रल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक है ओपन जेल। जिनमे सिर्फ रांची, हजारीबाग और धनबाद की जेलों में हैं जेलर नियुक्ति। बाकी जेल असिस्टेंट जेलर या क्लर्क के भरोसे है संचालित।
राजेश,पत्रकार,गिरिडीह।
झारखंड प्रदेश की जेलों में जेलर की भारी कमी है। राज्य गठन को 19 वर्ष होने को हैं, लेकिन इतने वर्षों के बाद भी झारखंड की सभी जेलों को जेलर नहीं मिल पाया है।
राज्य में कुल 29 जेल है- जिनमें 7 सेंट्रल जेल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक ओपन जेल शामिल है।
इन सभी जेलों में वर्तमान में सिर्फ तीन कारागार (रांची, हजारीबाग और धनबाद) में ही जेलर पदस्थापित हैं। बाकी की जेलों में असिस्टेंट जेलर और क्लर्क के भरोसे काम चल रहा है। आज भी राज्य की कई जेलों में कैदियों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं करायी जाती हैं।
कर्मचारियों की कमी :-
जेलर के साथ-साथ राज्य की जेलों में कर्मचारियों की भी भारी कमी है। झारखंड की जेलों में विभिन्न पदों के लिए हजारो सीट खाली हैं। लंबे समय से कर्मियों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में जेल में कैदियों को संभालना और कार्यालय के काम को संपादित करना जेल प्रशासन के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है।
सूबे में 7 सेंट्रल जेल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक ओपन जेल है।
राज्य के 7 सेंट्रल जेल- रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर, दुमका, डालटनगंज, गिरिडीह और देवघर हैं।
वहीं 16 मंडल कारा- धनबाद, चाईबासा, सरायकेला, गढ़वा, लातेहार, चतरा, कोडरमा, बोकारो (चास), जामताड़ा, पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज, सिमडेगा, लातेहार और गुमला जिले में है।
5 उपकारा- खूंटी, तेनुघाट, रामगढ़, राजमहल, मधुपुर में हैं और -
राज्य का एकमात्र ओपन जेल हजारीबाग में है।
चार असिस्टेंट जेलर को मिली जेलर में प्रोन्नति:-
मिली जानकारी के अनुसार, हाल के दिनों में 4 असिस्टेंट जेलर को जेलर रैंक में प्रोन्नति दी गई है। उम्मीद है प्रोन्नति मिले इन सभी जेलरों को सोमवार तक सरकार विभिन्न जेलों में पदस्थापित कर सकती है। हालांकि सरकार की ओर से इसका कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है।
जेलर रैंक में प्रोन्नति मिले असिस्टेंट जेलर को विभिन्न जेलों में पदस्थापित किया भी जाता है तब भी सूबे के जेलों में जेलरों की कमी पूरी नहीं हो पाएगी। अब भी 22 जेलों में जेलर की कमी जस-की-तस बनी रहेगी।