गिरिडीह (Giridih)। जिले के बिरनी थाना क्षेत्र के खेदवारा पंचायत के धरमपुर गांव निवासी संजय मुर्मू (CISF) केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में तैनात थे।
बीते 15 अगस्त को वह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित किश्तवाड़ में मचैल माता मंदिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात थे। इसी दौरान बादल फटने की भीषण प्राकृतिक आपदा घटित हुई। जिसमें उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देकर अमर हो गए। अपनी जान गंवा दी।
बता दें कि इस आपदा में दो सीआईएसएफ जवान समेत 46 लोगों की मौत हो गई। सभी के शव बरामद कर लिया गया है। बादल फटने की यह घटना जिस जगह पर हुई, वहां लंगर चल रहा था। बादल फटते ही वहां पर पानी तेजी के साथ आया, जिसकी चपेट में वहां मौजूद लोग आ गए। इस हादसे में 70 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
संजय मुर्मू के शहीद होने की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। गांव के लोगों ने कहा कि वे बहादुर और ईमानदार सिपाही थे, जो देश की सेवा में हमेशा तत्पर रहते थे।
यह हृदयविदारक घटना न केवल संजय मुर्मू के परिवार के लिये अपितु उनके पैतृक गांव और पूरे गिरिडीह जिले के लिए अपूरणीय क्षति है। गांव-गांव में लोग उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। उनका पार्थिव शरीर श्रीनगर से गिरिडीह लाया जा रहा है, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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