गिरिडीह (Giridih)। जीवन बीमा व्यवसाय के 70वें राष्ट्रीयकरण दिवस पर बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल के संयुक्त सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि 1956 में जीवन बीमा व्यवसाय के राष्ट्रीयकरण की दिशा में पहला कदम उठाया गया 250 से अधिक देशी विदेशी बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण कर भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना की गई। अपने स्थापना काल से ही एलआईसी ने राष्ट्र के आधारभूत संरचना के विकास में अपना अहम योगदान देता आ रहा है। एलआईसी ने अबतक केंद्र सरकार को 31000 करोड़ रु का लाभांश दे चुकी हैं। प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय राजकोष में आयकर, जीएसटी आदि के माध्यम से लगभग 10 हजार करोड़ रु का भुगतान करती है।
24 वर्षों से अधिक समय तक 23 कंपनियों के साथ कडी प्रतिस्पर्धा के बाद भी एलआईसी का बाजार हिस्सेदारी 70 प्रतिशत लगभग है। एलआईसी प्रत्येक मिनट पर 41 पालिसियां बेचती हैं। तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद बीमाधारकों की संख्या 30 करोड़ से अधिक है जो प्रमाणित करती है कि लोगों का एलआईसी पर अटूट विश्वास है।
मौके पर बीमा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय शर्मा, मंडलीय सहायक सचिव अनुराग मुर्मू, संयुक्त सचिव विजय कुमार, उपाध्यक्ष डेनियल मरांडी उपस्थित थे।
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