लोकसभा चुनाव : उहापोह में है यूपीए तो पेशोपेश में है भाजपा
- हॉट सीट बना है रांची, कोडरमा और चतरा
[राजेश कुमार]
कांग्रेस की नजर भाजपा द्वारा प्रत्याशियों के चयन पर टिकी हुई है। समझा जाता है कि कोडरमा, चतरा और रांची में भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित किये जाने की बाद ही कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है।
दूसरी ओर कांग्रेस द्वारा रांची, हजारीबाग, चतरा, पलामू, धनबाद, लोहरदगा, खूंटी, प सिंहभूम में अब तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गयी है। जिससे न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं में बल्कि आम जनता में भी कौन होगा परताशी इसे लेकर लोगों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है।
बगावत का हो रहा झंडा बुलन्द
गिरिडीह सीट एनडीए के सहयोगी दल आजसू को चला गया है। और आजसू ने गिरिडीह से चन्द्रप्रकाश चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इस फैसले से गिरिडीह के निवर्तमान सांसद रवींद्र पांडेय खासे नाखुश हैं और वह भी बागी तेवर अपना चुके हैं। हालांकि अब तक उन्होंने अपना पत्ता नहीं खोला है।
हालांकि राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा आम है कि हाल के दिनों में लालटेन छोड़ कमल थाम चुकी अन्नपूर्णा देवी को कोडरमा अथवा चतरा से टिकट मिलना तय है। इस चर्चा से उनके समर्थकों में काफी उत्साह कायम है।
कांग्रेस की है पैनी नजर
रांची सीट पर तो माना जा रहा है कि सुबोधकांत सहाय को ही टिकट मिलेगा। कांग्रेस की ओर से रामटहल चौधरी से भी समर्थन की मांग की गयी है।
पलामू को लेकर भी कांग्रेस में मंथन चल रहा है। लोहरदगा सीट के ज्यादा दावेदार होने की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर रही है। जबकि खूंटी को लेकर भी कांग्रेस की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है.
झामुमो कर रहा है मंथन
- हॉट सीट बना है रांची, कोडरमा और चतरा
[राजेश कुमार]
झारखंड की तीन सीटों को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है। भाजपा अब तक कोडरमा, चतरा और रांची सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर सकी है। वंही यूपीए गठबंधन के कांग्रेस और झामुमो ने भी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।
कांग्रेस की नजर भाजपा द्वारा प्रत्याशियों के चयन पर टिकी हुई है। समझा जाता है कि कोडरमा, चतरा और रांची में भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित किये जाने की बाद ही कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है।
हालांकि यूपीए गठबंधन में शामिल झाविमो ने कोडरमा से जंहा पार्टी सुप्रीमो सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को उम्मीदवार बनाया है। वंही गोड्डा से प्रदीप यादव को प्रत्याशी बनाया दिया है। जबकि राजद ने एकतरफा फैसला लेते हुए पलामू से घूरन राम और चतरा से सुभाष यादव को प्रत्याशी बनाया है।
दूसरी ओर कांग्रेस द्वारा रांची, हजारीबाग, चतरा, पलामू, धनबाद, लोहरदगा, खूंटी, प सिंहभूम में अब तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गयी है। जिससे न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं में बल्कि आम जनता में भी कौन होगा परताशी इसे लेकर लोगों की उत्सुकता बढ़ती जा रही है।
बगावत का हो रहा झंडा बुलन्द
इस बीच ज्यों ज्यों मतदान की तिथि नजदीक आ रही है भाजपा की परेशानी भी बढ़ती जा रही है। रांची सीट पर भाजपा के निवर्तमान सांसद रामटहल चौधरी ने टिकट कटने की सूचना पर बगावती तेवर अपनाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
गिरिडीह सीट एनडीए के सहयोगी दल आजसू को चला गया है। और आजसू ने गिरिडीह से चन्द्रप्रकाश चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इस फैसले से गिरिडीह के निवर्तमान सांसद रवींद्र पांडेय खासे नाखुश हैं और वह भी बागी तेवर अपना चुके हैं। हालांकि अब तक उन्होंने अपना पत्ता नहीं खोला है।
उधर, कोडरमा के निवर्तमान सांसद रवींद्र राय खुल कर कुछ नहीं कह रहे हैं पर उनके समर्थक लगातार आलाकमान के फैसले का विरोध कर रहे हैं। चतरा के निवर्तमान सांसद सुनील सिंह अभी भी टिकट की आस में दिल्ली दरबार की दौड़ लगा रहे हैं।
हालांकि राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा आम है कि हाल के दिनों में लालटेन छोड़ कमल थाम चुकी अन्नपूर्णा देवी को कोडरमा अथवा चतरा से टिकट मिलना तय है। इस चर्चा से उनके समर्थकों में काफी उत्साह कायम है।
कांग्रेस की है पैनी नजर
दूसरी ओर कांग्रेस की पैनी नजर चतरा सीट पर बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार भाजपा यदि चतरा से अन्नपूर्णा देवी को टिकट देती है, तो कांग्रेस किसी गैर यादव प्रत्याशी को टिकट दे सकती है।
रांची सीट पर तो माना जा रहा है कि सुबोधकांत सहाय को ही टिकट मिलेगा। कांग्रेस की ओर से रामटहल चौधरी से भी समर्थन की मांग की गयी है।
पलामू को लेकर भी कांग्रेस में मंथन चल रहा है। लोहरदगा सीट के ज्यादा दावेदार होने की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर रही है। जबकि खूंटी को लेकर भी कांग्रेस की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है.
झामुमो कर रहा है मंथन
हालांकि आधिकारिक रूप से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। यूपीए गठबंधन के तहत झामुमो के हिस्से में चार सीटें आयी है। पार्टी की ओर से दुमका से शिबू सोरेन और राजमहल से विजय हांसदा की उम्मीदवारी तय मानी जा रही हैं। लेकिन, गिरिडीह और जमशेदपुर को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुअा है। झामुमो लगातार मंथन कर रहा है कि इन दोनों सीटों पर किन्हें प्रत्याशी बनाया जाये।
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