सोमवार, 1 जून 2020

कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जूम एप से लोगों को किया गया जागरूक

कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जूम एप से  लोगों को  किया गया जागरूक
गिरिडीह :  सदर प्रखंड के उदनाबाद पंचायत में सोमवार की ज़ूम एप के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कोरोना संक्रमण के बारे में लोगो को जागरूक किया गया। इस बाबत एक बैठक का आयोजन उदनाबाद की मुखिया श्रीमती संध्या देवी की अध्यक्षता में हुई। जिसका संचालन बतौर प्रशिक्षक वर्ल्ड विजन के समन्वयक  अमरेश कुमार ने किया। 

इस कार्यक्रम में विशेष रूप से लोगो को हाथ धुलाई की विशेषता और सही विधि के बारे में बताया गया। बताया कि अगर हम अपने हाथों को 20 से 40 सेकंड तक सही तरीके से धोते है तो हम अपना बचाव बहुत से संक्रमणों से कर सकते है। साथ ही लॉक डाउन का पालन करने, सामाजिक दूरी बनाने और प्रधानमंत्री के आदेशानुसार सभी को आरोग्य सेतु एप को अपने मोबाइल में इनस्टॉल करने की भी जानकारी दी गई।
 कार्यक्रम में मुखिया प्रतिनिधि दिलीप उपाध्याय, वार्ड सदस्य सहदेव वर्मा, जलसहिया प्रियंका देवी, सेविका सुगनी देवी, स्वच्छताग्रही राजेश राम सहित अन्य जलसहिया, स्वच्छताग्रही एवम ग्रामीण इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हिस्सा लिया।

सीसीएल की जमीन पर भू- माफियाओं की नजर, प्लाटिंग कर बेच रहे जमीन

सीसीएल की जमीन पर भू- माफियाओं की नजर, प्लाटिंग कर बेच रहे जमीन

गिरिडीह:  गिरिडीह में लॉकडाउन का फायदा उठाकर कतिपय  भू-माफियाओं ने सीसीएल की जमीन पर ही घेराबंदी शुरू कर दी है। इसकी जानकारी मिलते ही सीसीएल सुरक्षा विभाग के पदाधिकारी ओमप्रकाश दास अतिक्रमण स्थल पर पहुंच अतिक्रमण कारियों के मंसूबे पर पानी फेरते हुए तैयार की गई चहारदीवारी को ध्वस्त कर दिया। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पपरवाटांड़ स्थित सीसीएल कॉलोनी के ठीक पीछे का है। 

क्या है मामला : 
बताया जाता है कि पपरवाटांड़ आवासीय कॉलोनी के पीछे सीसीएल की काफी जमीन है। जिसे सीसीएल प्रबंधन ने क्वार्टर निर्माण कर कॉलोनी विकसित करने के उद्देश्य से खाली छोड़ रखा है। लेकिन उक्त जमीन पर अतिक्रमणकारियों की कु-दृष्टि लग गयी है।  लॉकडाउन के दौरान उक्त जमीन पर घेराबंदी शुरू कर दिया है। इतना ही नही सीसीएल के बड़े भू-भाग पर भू-माफियाओं की ओर से जेसीबी भी चलाया गया है। जेसीबी से जमीन को समतल कर उसकी प्लॉटिंग भी की गई है। 

दो-तीन लाख रुपये कठ्ठा तय कर रखा है कीमत : 
जानकारों की माने तो यह मुफ्फसिल का इलाका है। इस इलाके में चार डिसिमिल जमीन की एक कठ्ठा होता है। भू माफियाओं ने प्रति चार डिसमिल जमीन की कीमत 2 से 3 लाख रुपये तक तय कर दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां की ज्यादातर जमीन पर साइबर अपराधी भी निवेश कर रहे हैं। यही स्थिति इसी कॉलोनी के दूसरे तरफ भी है। लोगों ने इन भू- माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है।

क्या कहते हैं सुरक्षा पदाधिकारी :
इस संबंध में सीसीएल सुरक्षा विभाग के पदाधिकारी ओमप्रकाश दास ने कहा कि कुछ भू-माफियाओं ने जमीन हड़पने का काम किया था।  जमीन पर किये गए चाहरदिवारी को तोड़ दिया गया है। कहा कि छानबीन में पता चला है कि जेसीबी से जमीन को समतल कर उसे कुछ लोग बेचने का काम कर रहे हैं। कहा कि ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुवे उनपर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी। 

पुलिस ने किया माओवादी का बंकर ध्वस्त, काफी मात्रा में असलहा बरामद

पुलिस ने किया माओवादी का बंकर ध्वस्त, काफी मात्रा में असलहा बरामद
गिरिडीह:  जिला पुलिस और सीआरपीएफ 7 बटालियन के जवानों ने संयुक्त रूप से माओवादियों के खिलाफ अभियान चलाकर रविवार देर रात जिले के निमियाघाट थाना क्षेत्र के पारसनाथ पहाड़ के ऊपर नगर जंगल में माओवादियों का बंकर ध्वस्त किया।

 बताया जाता है कि एसपी सुरेन्द्र झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा यह कार्रवाई की गई। जिसमे पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने जंहा माओवादियों के बंकर ध्वस्त किया वहीं बंकर से 76 पीस जिंदा कारतूस के साथ छोटे राइफल के 22 पीस जिंदा कारतूस, 45 पीस डेटोनेटर, नक्सली साहित्य और बैनर-पोस्टर और कैसेट भी पुलिस ने बरामद किये हैं।
बताया जाता है कि माओवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में उक्त बंकर में रुके थे। लेकिन पुलिस ने येन मौके पर वँहा पहुंच उनके बंकर को ध्वस्त और भारी मात्रा में असलहा बरामद कर उनके सारे मंसूबे पर पानी फेर दिया।

फंदे से झूलती मिली पुजारी के पुत्र की लाश, जांच में जुटी पुलिस

फंदे से झूलती मिली पुजारी के पुत्र की लाश, जांच में जुटी पुलिस
गिरिडीह : पचम्बा थाना क्षेत्र के बनखन्जो पहाड़ के पीछे अवस्थित एक घर मे फंदे से झूलती एक युवक की लाश मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है।
 मृतक  युवक की पहचान शहर के प्रसिद्ध पंच मंदिर के पुजारी सुरेंद्र पाठक के 30 वर्षीय पुत्र नीरज पाठक के रूप में हुई। 

मृतक युवक के पिता सुरेन्द्र पाठक बताते है कि नीरज शादीसुदा था और वह शराब का भी आदि था। शराब की लत से उसकी दिमागी हालत भी खराब हो गयी थी। अक्सर शराब को लेकर नीरज और उसकी पत्नी के बीच लड़ाई झगड़ा भी हुआ करता था। नतीजतन लगभग तीन माह पूर्व मृतक की पत्नी उसे छोड़ मायके चली गयी है।

 सोमवार की सुबह स्थानीय लोगों ने जब नीरज के घर का दरवाजा लगातार दो दिनों से बंद देखा तो आवाज लगायी और दरवाजे को भी काफी खटखटाया लेकिन न तो दरवाजा खुला औऱ न ही घर के सन्दर से कोई आवाज ही आयी। लोगों को किसी अनहोनी की आशंका हुई। लोगों ने नीरज के पिता और पचम्बा थाना को इस बात की सूचना दी। सूचना मिलते ही जंहा नीरज के पिता सुरेन्द्र पाठक वँहा पहुंचे। 

वहीं डीएसपी संतोष मिश्रा, इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद, थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह सदलबल घटनास्थल पर पहुंचे और घर का दरवाजा तोड़ अंदर प्रवेश किये। जंहा फंदे से झूलती नीरज की लाश देख सबों की आंखे फ़टी रह गयी। पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहायता से लाश को फंदे से निकाल उसे अपनी अभिरक्षा में लिया और पोस्मार्टम हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया। 

घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद डीएसपी संतोष मिश्रा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। बाबजूद पुलिस सभी बिंदुओं पर गहन जांच पड़ताल कर रही है। घटना स्थल से पुलिस को एक मोबाइल मिला है। साथ ही मृतक शव फंदे से अवश्य झूल रहा था लेकिन उसका पैर जमीन से सटा हुआ था। बहरहाल पुलिस मामले की सभी बिंदुओं को ध्यान में रख कर जांच पड़ताल में जुटी है।

रविवार, 31 मई 2020

धनबाद के भूली में मिला कोरोना पोजेटिव मरीज

धनबाद के भूली में मिला कोरोना पोजेटिव मरीज
भूली। भूली आज़ाद नगर से मिले एक कोरोना पॉजिटिव मरीज को लेकर प्रशासन त्वरित कार्यवाही करते हुए आज़ाद नगर पहुंची औऱ आज़ाद नगर में कोरोना पॉजिटिव मरीज के मुहल्ले का निरीक्षण किया औऱ उस मुहल्ले को कोरण्टाइल जोन बनाया।

इस बीच कोरोना पॉजिटिव की खबर से आज़ाद नगर व आसपास में दहशत का माहौल है।  एसडीओ, बीडीओ व डीएसपी ने लोगों से जागरूक हो लॉक डाउन का पालन करने की अपील की कहा कि धनबाद में 13 नए पॉजिटिव मरीज मिला है। उस स्थान का निरीक्षण कर परिजनों के स्वास्थ्य जांच व अन्य सुरक्षा उपाय किया जाएगा।

कहा कि आज़ाद नगर में मिला कोरोना पॉजिटिव मरीज महाराष्ट्र से 16 दिन पहले ट्रक से गोमो तक आया और फिर बाइक से आज़ाद नगर आया था। उसी दिन अपना स्वाब जांच कराया था। इस बीच ईद के मौके पर कई दोस्तो के घर भी गया और अपने मुहल्ले में दोस्तो संग क्रिकेट, लूडो जैसा खेल भी खेला। 

रेलवे स्टेशन परिसर में लगे तिरंगा उतारे जाने से लोगों में रोष

रेलवे स्टेशन परिसर में लगे तिरंगा उतारे जाने से लोगों में रोष
गिरिडीह : गिरिडीह रेलवे स्टेशन में लगे 100 फीट ऊंचे तिरंगे को रेल प्रबंधन ने कुछ दिनों पहले ही उतार लिया है। तिरंगा उतारे जाने से स्थानीय लोगों में काफी रोष वयाप्त है। 

हालांकि तिरंगा उतारे जाने का कोई स्पष्ट कारण रेलवे प्रबंधन की ओर से नहीं दिया गया है।

विदित हो कि बीते 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर एक शानदार एवं भव्य समारोह आयोजित कर रेलवे ने  गिरिडीह रेलवे स्टेशन  परिसर में आसनसोल रेल डिवीजन के डीआरएम एवं गिरिडीह सांसद व सदर विधायक की उपस्थिति में स्टेशन में नवनिर्मित भवनों के उद्घाटन के साथ 100 फीट ऊंचे तिरंगे का ध्वजारोहण किया गया था। 

जनवरी माह से यह तिरंगा स्टेशन परिसर में शान से लहरा रहा था। जिससे गिरिडीह वासियों का सीना गर्व से फुले नही समा रहा था।  लेकिन अब वह तिरंगा अपने स्थान पर नहीं है। जिससे लोगों में भारी नाराजगी है।

मुखिया ने की 15वीं वित्त एक्शन प्लान की तैयारी हेतु बैठक

मुखिया ने की 15वीं वित्त एक्शन प्लान की तैयारी हेतु बैठक
गिरिडीह :  सदर प्रखंड के गादी श्रीरामपुर की मुखिया निर्मला देवी की अध्यक्षता में 15वीं वित्त का एक्शन प्लान की रुपरेखा तैयार करने हेतु एक बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में पंचायत सचिव मोबिन अहमद समेत वार्ड सदस्य रीना देवी, भोला राय समेत अन्य सदस्य उपस्थित हुए। 

बैठक उपरांत मुखिया निर्मला देवी ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन के साथ सभी सदस्य मास्क लगाकर मासिक कार्यकारिणी समिति की बैठक में शिरकत किये। जिसमें 15वीं वित्त योजना का प्रस्ताव पारित करने हेतु व 14वीं वित्त के संबंध में भी चर्चा हुई।
मुखिया ने बताया कि जल समस्या के निदान एंव स्वच्छता से संबंधित और प्रधानमंत्री आवास समेत अन्य आवश्यक योजना से संबंधित एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।

वहीं पंचायत सचिव ने बताया कि सरकार के गाइडलाइन पर बाहर से अपने गांव लौटे मजदूर भाइयों को भी राहत देने हेतु उनका जॉब कार्ड बनाकर उन्हें इस योजना से जोड़ा जाएगा।

पुलिस ने किया एक माओवादी को गिरफ्तार

पुलिस ने किया एक माओवादी को गिरफ्तार
गिरफ्तार माओवादी ने भेलवाघाटी घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की

गिरिडीह : जिले के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के चिरुडीह एवं कुलमंगरी के पास अवस्थित बड़नेर नदी में हो रहे पुल निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के साथ बीते दिनों हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने एक माओवादी को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है।  ख़ोरीमहुआ एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह ने रविवार को एक प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी।

एसडीपीओ ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के कुलमुंगरी उत्तर जंगल में माओवादी बैठक कर बड़ी घटना को अंजाम देने को की फिराक में जुटे हैं। सूचना पर गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ 7 वीं बटालियन की संयुक्त टीम का गठन कर इलाके में छापेमारी की गई। मौके पर पुलिस टीम को देखते ही माओवादी भागने लगे इस दौरान सुरक्षाबलों ने खदेड़ कर एक माओवादी को दबोच लिया गया। दबोचे गए माओवादी ने अपना नाम राकेश मरांडी बताया जो राजाडूमर का निवासी है। कहा कि पूछताछ के क्रम में उसने बीते दिनों हुई पुल निर्माण कार्य मे लगे मजदूरों के साथ मारपीट समेत अन्य घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इसके साथ ही उसने और कई जानकारी दी है। जिसपर आगे अनुसंधान किया जा रहा है। एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार माओवादी के विरुद्ध भेलवाघाटी और बिहार के चकाई तथा खैरा थाना में कई मामले दर्ज हैं।

माओवादियों के धड़पकड़ के लिये  गठित की इस संयुक्त अभियान टीम में सीआएपीएफ 7 वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट अजय कुमार, भेलवाघाटी थाना प्रभारी मो. जलालुद्दीन, सहायक अवर निरीक्षक बिनोद हांसदा समेत अन्य जवान शामिल थे।

बाबा स्टील के मृतक मजदूर के आश्रितों को मिला तत्काल एक लाख, शेष मुआवजे पर बनी सहमति

बाबा स्टील के मृतक मजदूर के आश्रितों को मिला तत्काल एक लाख, शेष मुआवजे पर बनी सहमति

भाकपा माले और झामुमो नेताओं की मौजूदगी में कंपनी प्रबंधन के साथ हुई वार्ता

गिरिडीह : हरसिंगरायडीह स्थित बाबा स्टील फैक्ट्री में कार्यरत पीरटांड़ प्रखंड के दर्दमारा निवासी 30 वर्षीय मजदूर रामस्वरूप राय की हुई मौत के बाद रविवार की सुबह मृतक के आश्रितों तथा प्रबंधन के साथ एक त्रिस्तरीय समझौता वार्ता सम्पन्न हुई। वार्ता के उपरांत फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से तत्काल जहाँ दाह संस्कार के लिए ₹30000/- तथा अग्रिम मुआवजा ₹70000/- (कुछ ₹100000/-) का भुगतान मृतक के आश्रितों को किया गया।  

वहीं शेष मुआवजा राशि नियमानुसार तय कर भुगतान करने के लिए 3 जून को स्थानीय विधायक सुदीव्य कुमार सोनू के आवास में श्रम विभाग के पदाधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम वार्ता करने पर सहमति बनी।


वार्ता के दौरान मुआवजे को लेकर लिखित समझौता होने के उपरांत फैक्ट्री प्रबंधन ने मृतक के आश्रित को एक लाख रुपये नगद राशि का भुगतान पीरटांड प्रखंड के प्रमुख सिकंदर हेंब्रम तथा माले नेता राजेश यादव के हाथों तत्काल करा दिया।

मौके पर भाकपा माले नेता राजेश यादव ने कहा कि इस तरह के मामलों में सिर्फ मुआवजा भुगतान ही अंतिम समाधान नहीं है बल्कि सरकार को ऐसे कानून बनाने चाहिए जिससे फैक्ट्री में काम करने वाले मेहनतकशों की पूरी सामाजिक सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित हो। कहा कि चालू कल कारखानों में नियम-कानूनों का पूरा पालन हो तथा मजदूरों के कार्य स्थल पर ही उनके रहने के सुविधा भी उपलब्ध हो। साथ ही सभी कामगारों को पहचान पत्र तथा उनके लिए पीएफ की सुविधा भी उपलब्ध होनी चाहिए।

रविवार को हुई फैक्ट्री प्रबंधन के साथ त्रिस्तरीय वार्ता में मृतक के आश्रितों की तरफ से मृतक की पत्नी सुमन देवी, उनके पिता कटी राय के अलावा, भाकपा माले नेता राजेश कु0 यादव, राजेश कु0 सिन्हा, जिप सदस्य मनोवर हसन बंटी, झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह, अजीत कुमार पप्पू, पीरटांड़ के प्रमुख सिकंदर हेंब्रम, चंदेश्वर कोल, भरत यादव तथा कंपनी की ओर से विश्वनाथ यादव, कंपू यादव समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।

पुलिस को घेरकर नक्‍सलियों ने बरसाई गोली, डीएसपी का बॉडीगार्ड शहीद

पुलिस को घेरकर नक्‍सलियों ने बरसाई गोली, डीएसपी का बॉडीगार्ड शहीद

चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम में नक्सल अभियान के दौरान पुलिस को घेरकर नक्‍सलियों ने गोलियां बरसाई, जिसमें एक जवान शहीद हो गया. घटना के बाद पुलिस ने पूरे गांव को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन जारी है.

मिली जानकारी के अनुसार पोड़ाहाट जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान ग्रामीणों से पूछताछ कर रहे जवानों पर नक्सलियों ने छिपकर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. फायरिंग में चक्रधरपुर डीएसपी के बॉडीगार्ड लखीन्द्र मुंडा शहीद हो गये. इस गोलीबारी में एक ग्रामीण भी घायल हुआ है. 

कराईकेला थाना के जोनो गांव एएसपी अभियान और चक्रधरपुर डीएसपी सर्च ऑपरेशन के लिए गये थे. गांव में एएसपी व डीएसपी पर निशाना साध माओवादियों ने एक घर से फायरिंग की, जिसमें दोनों पुलिस अधिकारी बाल-बाल बच गये, मगर डीएसपी के बॉडीगार्ड शहीद हो गये. सुरक्षा बल के जवानों ने पूरे गांव को घेर लिया है. गांव में सर्च ऑपरेशन जारी है. एसपी इंद्रजीत महथा ने पूरे घटना की जानकारी दी.

शनिवार, 30 मई 2020

गोविंदपुर-साहिबगंज मुख्य मार्ग पर सड़क दुर्घटना में पिता-पुत्री की हुई माैत

गोविंदपुर-साहिबगंज मुख्य मार्ग पर सड़क दुर्घटना में पिता-पुत्री की हुई माैत

 धनबाद : पूर्वी टुंडी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर-साहिबगंज मुख्य सड़क पर लटानी के पास सड़क दुघर्टना में पिता-पुत्री की माैत हो गई। घटना में ढाई साल की मासूम बच्ची माया की माैके पर ही माैत हो गई। जबकि पिता टिंकू कुमार को इलाज के लिए पीएमसीएच ले जाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

लटानी गांव निवासी टिंकू कुमार बाइक से अपनी बच्ची माया कुमारी को लेकर शंकरडीह के पेट्रोल पंप से लौट रहा था। इसी दौरान सामने से आ रही तेज रफ्तार पिकअप वैन संख्या जेएच 10 बीडी 4039 ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी।  जिससे बाइक सवार टिंकू कुमार बुरी तरह जख्मी हो गया। जबकि उसकी बच्ची की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पिता-पुत्री की हालत देखकर पिकअप वैन का चालक और खलासी घटनास्थल से फरार हो गए। घटना की सूचना पर पूर्वी टुंडी थाना पुलिस पहुंची और टिंकू को पीएमसीएच ले जाया गया। पीएमसीएच में टिंकू ने दम तोड़ दिया। 

पिकअप वैन को पुलिस ने किया जब्त ; 

घटना के बाद गोविंदपुर -साहिबगंज सड़क के दोनों ओर लगभग एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही।इससे लगभग एक किमी तक दोनों छोर पर गाडिय़ों की कतार लग गई। टिंकू सिंफर में ठेका मजदूर का काम करता था। शुक्रवार को वह काम करके अपने घर लौटा था।

ससुराल में हुए अपमान से आहत व्यक्ति साइकिल से चल दिया अपने घर प्रदेश प्रदेश

ससुराल में हुए अपमान से आहत व्यक्ति साइकिल से चल दिया अपने घर प्रदेश प्रदेश

         ◆पत्नी और तीन बच्चे भी है साथ


गिरिडीह:  एक कहावत काफी प्रचलित है कि दामाद ससुराल में तभी तक पूजनीय है। जब तक वह दामाद बन कर रहे। अर्थात वह ससुरल जाए जरूर लेकिन वँहा ज्यादा दिनों तक रुके नही। ससुराल को कभी अपना पैतृक घर न समझे। अन्यथा उसका ऐसा अपमान होगा कि वह जिंदगी भर भूल नही पायेगा।  कुछ ऐसा ही वाक्या घटित हुआ एक पचपन वर्षीय दामाद अमित तिवारी के साथ। 

ससुराल में उसके साथ अपमान ऐसा हुआ कि वह सह नहीं पाया और लॉक डाउन के दौरान ही वह साइकिल के सहारे तीन बेटी और पत्नी को लेकर लगभग साढ़े छह सौ किलोमीटर मध्य प्रदेश के मैहर के लिए निकल पड़ा।  अमित तिवारी का पैतृक  घर मध्य प्रदेश के मैहर में है। मार्च महीने में ही बच्चों के साथ वह बोकारो नवाडीह स्थित कोठी गांव ससुराल पहुंचे थे। इसी बीच लॉकडाउन की घोषणा हो गई। 

मजबूरन उन्हें ससुराल में ही रहना पड़ा। इधर, ससुराल में लंबे समय तक रहने पर किसी बात को लेकर ससुराल वालों से विवाद हो गया। जिसे देख लगा कि अब ससुराल में रहना उचित नहीं है। यात्री वाहन नहीं चलने के कारण अमित तिवारी ने गांव के एक व्यक्ति से साइकिल खरीदी और पत्नी व तीनों बच्चों के संग अपने घर मध्य प्रदेश मैहर के लिए निकल गया। 

पत्नी बबीता तिवारी ने बताया कि पति का अपमान वह कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। मायके में पति के साथ हुए अपमान से मैं दुखी हूं लेकिन आत्मसम्मान के लिए मैं अपने बच्चों व पति के साथ साइकिल के सहारे ही ससुराल जाना उचित समझा। हालांकि, बबीता ने बताया कि इस दौरान उसके रिश्तेदारों ने रोकने की कोशिश की और समझाया भी, लेकिन आत्मसम्मान ने यहां रुकने की इजाजत नहीं दी। 

जिले के डुमरी क्षेत्र पहुंचने पर जब इस दम्पति के बाबत डुमरी बीडीओ सोमनाथ बंकीरा को जानकारी हुई तो उन्होंने कहा कि दंपती अगर यहां डुमरी में रुकना चाहें तो उनके लिए कस्तूरबा विद्यालय में रहने की व्यवस्था की जाएगी। लॉकडाउन टूटने के बाद उसे किसी गाड़ी से उसके गंतव्य स्थान तक भेजे जाने की व्यवस्था की जाएगी। लेकिन दंपती ने किसी की नही सुनी और अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गया। 

अमित ने अपनी साइकिल के स्टैंड पर फल वाली टोकरी बांध रखी है। जिसमें दोनों बच्चियों को बैठाए रखा है। जबकि पत्नी दुधमंही बच्ची को गोदी पर लेकर चल दी। रास्ते में जिसकी भी नजर इस दंपती पर पड़ी वे उनके परिजनों को कोसते नजर आए।