जमुआ थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा ब्रह्मर्षि समाज
समाज के जिलाध्यक्ष गौरीशंकर सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में इस मामले को लेकर आंदोलन की रणनीति बनायी गयी। निर्णय लिया गया कि 15 दिनों के भीतर प्रशासन अगर रौशन हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी नही करेगा तो ब्रह्मर्षि समाज आगामी 23 अक्टूबर को जमुआ बाजार में प्रतिवाद मार्च कर थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रौशन की हत्या बीते 25 सितंबर को कर दी गयी। हत्या के बाद आरोपियों के परिजन ने मृतक के पिता सहित गांव के अन्य लोगों के खिलाफ लूटपाट की प्राथमिकी जमुआ थाना में दर्ज करायी जो समझ से परे है। कहा कि पुलिस को जांच पड़ताल कर ऐसे झूठे मुकदमे का मामला दर्ज करना चाहिए।
वक्ताओं ने इस मामले में स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठाते हुए वरीय पदाधिकारियों से जांच पड़ताल की मांग की।
बैठक में निर्णय हुआ कि थाना के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में समाज के लोग एकत्रित हों। इसके लिए जिले से सभी प्रखंडों में बैठक की जायेगी।
वक्ताओं ने एक स्वर में हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र करने, मृतक के पिता के उपर किये गए झूठे मुकदमे को वापस लेने और इस हत्याकांड की न्यायिक जांच कराने की मांग की।
बैठक में समाज के सुरंजन सिंह, सुबोध सिंह, बबलू भारद्वाज, जयप्रकाश सिंह, सुधीर सिंह, अशोक सिंह, राहुल सिंह, जनार्दन राय, शिवकुमार राय, सदानंद राय, सुरेश सिंह, शक्ति सिंह , सहदेव सिंह, त्रिलोकी पंडित, टिकैत सिंह, सत्यदेव राय, शंकर सिंह, रोहित सिंह सहित गांव के कई शामिल थे।
जमुआ/गिरिडीह : जमुआ प्रखंड अंतर्गत नारोबाद गांव के हुए एक आठ वर्षीय बालक की मौत के मामले को ब्रह्मर्षि (भूमिहार ब्राह्मण) समाज ने गंभीरता से लिया है। घटना के बाद हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने और आरोपियों द्वारा मृतक के पिता को केस उठा लेने की लगातार मिल रही धमकी से आक्रोशित समाज के लोगों ने रविवार को नारोबाद में बैठक कर आगे की रणनीति तय की।
समाज के जिलाध्यक्ष गौरीशंकर सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में इस मामले को लेकर आंदोलन की रणनीति बनायी गयी। निर्णय लिया गया कि 15 दिनों के भीतर प्रशासन अगर रौशन हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी नही करेगा तो ब्रह्मर्षि समाज आगामी 23 अक्टूबर को जमुआ बाजार में प्रतिवाद मार्च कर थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रौशन की हत्या बीते 25 सितंबर को कर दी गयी। हत्या के बाद आरोपियों के परिजन ने मृतक के पिता सहित गांव के अन्य लोगों के खिलाफ लूटपाट की प्राथमिकी जमुआ थाना में दर्ज करायी जो समझ से परे है। कहा कि पुलिस को जांच पड़ताल कर ऐसे झूठे मुकदमे का मामला दर्ज करना चाहिए।
वक्ताओं ने इस मामले में स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठाते हुए वरीय पदाधिकारियों से जांच पड़ताल की मांग की।
बैठक में निर्णय हुआ कि थाना के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में समाज के लोग एकत्रित हों। इसके लिए जिले से सभी प्रखंडों में बैठक की जायेगी।
वक्ताओं ने एक स्वर में हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र करने, मृतक के पिता के उपर किये गए झूठे मुकदमे को वापस लेने और इस हत्याकांड की न्यायिक जांच कराने की मांग की।
बैठक में समाज के सुरंजन सिंह, सुबोध सिंह, बबलू भारद्वाज, जयप्रकाश सिंह, सुधीर सिंह, अशोक सिंह, राहुल सिंह, जनार्दन राय, शिवकुमार राय, सदानंद राय, सुरेश सिंह, शक्ति सिंह , सहदेव सिंह, त्रिलोकी पंडित, टिकैत सिंह, सत्यदेव राय, शंकर सिंह, रोहित सिंह सहित गांव के कई शामिल थे।