22 अगस्त से 5 सितंबर तक RTPCR ऐप के माध्यम से जिले में होगा कोविड-19 का जांच
चलाया जाएगा सघन कोविड जांच अभियान
गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने गिरिडीह के सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिन्हा को पत्र प्रेषित कर यह निर्देशित है कि दिनांक 22.08.20 से दिनांक 05.09.20 के मध्य जिले में कोविड-19 का सघन जांच अभियान चलाया जाय।
उपायुक्त इस हेतु प्रतिदिन जांच करने हेतु लक्ष्य का निर्धारण भी किया है। जिसके तहत टीपीएम:- 9737, प्रतिदिन RTPCR संग्रहण:- 629, प्रतिदिन एंटीजन टेस्ट का लक्ष्य:- 400 एवं TrueNAT सैंपल का लक्ष्य:- 120 निर्धारित किया गया है।
सिविल सर्जन को प्रेषित पत्र में उपायुक्त श्री सिन्हा ने कोविड-19 जांच हेतु कई आवश्यक निर्देश भी दिया है।
उन्होंने कहा है कि जांच हेतु स्थलों का चयन किया जाय। स्थल के चयन में कंटेंटमेंट जोन एवं संक्रमण वाले स्थलों के चयन को प्राथमिकता दिया जाए।
जांच दल का गठन करते हुए इसमें आवश्यकतानुसार MPW, CHOs, ANM की प्रतिनियुक्ति की जाय।
उपायुक्त ने यह भी कहा है कि वैसे व्यक्ति जिनमें कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं या वे किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आए हैं, और उनका कोरोना जांच रिपोर्ट रैपिट एंटीजन टेस्ट (RAT) में नेगेटिव पाया जाता है तो ऐसे व्यक्तियों का पुनः कोरोना जांच RT-PCR/ True NAT के माध्यम से कराया जाय। यदि RAT (रैपिट एंटीजन टेस्ट) में रिपोर्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो वैसे व्यक्तियों को पॉजिटिव ही समझा जाय।
डीसी ने कहा है कि सैंपल का संग्रहण कार्य सिर्फ RT-CPR ऐप के माध्यम से ही लिया जाय एवं सैंपल संग्रहण के दिन ही राज्य एवं ICMR पोर्टल को प्रतिवेदित/अपडेट किया जाय।
कहा कि अभियान के दौरान वृहत पैमाने पर कोविड-19 का जांच किया जाएगा। इस कारण से पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। अतः इस हेतु पर्याप्त संख्या में मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु बेड आदि की व्यवस्था कर लिया जाय। और, जिले में उपलब्ध TrueNAT मशीन की क्षमता के अनुसार अधिक से अधिक सैंपल का संग्रहण किया जाय। ताकि मशीन का शत-प्रतिशत सदुपयोग हो।
डीसी ने इसके लिये एक कार्य योजना तैयार करने और सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रतिनियुक्त दल के सदस्यों को उपलब्ध कराने को कहा है ताकि चयनित क्षेत्रों में सभी व्यक्तियों का जांच कर लिया जाय। डीसी ने जांच की तिथि और स्थल आदि का व्यापक प्रचार प्रसार करने का भी निर्देश सिविल सर्जन को दिया है।
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