गिरिडीह की वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का आकस्मिक निधन
पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं और कोलकाता में उनका इलाज चल रहा था। कोलकाता के एक अस्पताल में उनका गॉल ब्लैडर का ऑपरेशन हुआ था। लेकिन आपरेशन के बाद उन्हें होश नहीं आया और आज दोपहर बाद उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दी।
गिरिडीह के जाने माने अधिवक्ता रहे स्व विद्या शंकर सहाय की दो पुत्रियों में बड़ी कंचनमाला अपने पिता के ही पदचिन्हों पर चल गिरिडीह में वकालत शुरू की तो उनकी छोटी बहन जया धनबाद अधिवक्ता संघ से जुड़ कर धनबाद बार में प्रेक्टिस कर रही हैं। अधिवक्ता कंचनमाला के पति गिरिडीह के जाने माने मवेशी चिकित्सक हैं वंही उनकी छोटी बहन अधिवक्ता जया के पति भी धनबाद के नामचीन हड्डीरोग विशेषज्ञ चिकित्सकों में शामिल हैं। वह पीएमसीएच धनबाद में पद्स्थापित हैं साथ ही उनका गोविंदपुर में अपना निजी नसिंग होम "जसलोक" संचालित है।
गिरिडीह : जिला अधिवक्ता संघ की पूर्व सचिव सह जिले की वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का आज दोपहर बाद कोलकाता में इलाज के दौरान मौत हो गयी। वह न केवल तेज़ तर्रार और बेबाक महिला अधिवक्ता थी बल्कि सर्वसमाज की चहेती अधिवक्ता भी थी। उनके आकस्मिक निधन से पुरे शहर में शोक की लहर दौड़ गयी है।
पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं और कोलकाता में उनका इलाज चल रहा था। कोलकाता के एक अस्पताल में उनका गॉल ब्लैडर का ऑपरेशन हुआ था। लेकिन आपरेशन के बाद उन्हें होश नहीं आया और आज दोपहर बाद उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दी।
विदित हो कि तेज़ तर्रार और निर्भीक व्यक्तित्व की स्वामिनी कंचन माला गिरिडीह जिला अधिवक्ता संघ को लगातार दो बार सचिव रहीं। उनके कार्यकाल में जिला अधिवक्ता संघ को एक अलग ही पहचान मिली थी।
गिरिडीह के जाने माने अधिवक्ता रहे स्व विद्या शंकर सहाय की दो पुत्रियों में बड़ी कंचनमाला अपने पिता के ही पदचिन्हों पर चल गिरिडीह में वकालत शुरू की तो उनकी छोटी बहन जया धनबाद अधिवक्ता संघ से जुड़ कर धनबाद बार में प्रेक्टिस कर रही हैं। अधिवक्ता कंचनमाला के पति गिरिडीह के जाने माने मवेशी चिकित्सक हैं वंही उनकी छोटी बहन अधिवक्ता जया के पति भी धनबाद के नामचीन हड्डीरोग विशेषज्ञ चिकित्सकों में शामिल हैं। वह पीएमसीएच धनबाद में पद्स्थापित हैं साथ ही उनका गोविंदपुर में अपना निजी नसिंग होम "जसलोक" संचालित है।
कंचन माला के आकस्मिक निधन से उनके परिजनों के साथ साथ तमाम जानने वाले और अधिवक्तागण शोकाकुल हैं। बताया जाता है कि उनका पार्थिव शारीर देर रात गिरिडीह के शास्त्रीनगर स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा।
Very very sad news. Its a big loss for us. May her soul be blessed with peace.
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