सोमवार, 29 अक्टूबर 2018

बालमुकुंद स्पंज में मजदूर की मौत, फैक्ट्री प्रबन्धन की लापरवाही उजागर

लौह फैक्टरी बालमुकुंद स्पंज में एक मजदूर की मौत, मृतक की पत्नी ने लगाया लापरवाही का आरोप


गिरिडीह| रविवार की रात मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के चतरो स्थित बालमुकुंद फैक्टरी में जयप्रकाश सिंह नामक एक मजदूर की मौत हो गई। मृतक मजदूर जयप्रकाश सिंह देवघर जिला के मरगोमुंडा के अंबाटाड़ गांव का रहने वाले था। वह पिछले 10 वर्षों से बालमुकुंद फैक्ट्री में मजदूर के रूप में काम कर रहा था। बीती रात फैक्टरी के अंदर हुई एक दुर्घटना में उसकी मौत हो गई।


मृतक की पत्नी नीलम देवी ने बताया कि कंपनी के द्वारा उसे फोन कर यह सूचना दी गई कि उसका पति अस्पताल में भर्ती है। लेकिन देवघर से गिरिडीह पहुंचने पर उसने सदर अस्पताल में अपने पति की लाश देखी। पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके पति की मौत पहले ही फैक्ट्री के अंदर हुई दुर्घटना में हो चुकी थी। लेकिन मामले को छुपाने के लिए फैक्ट्री प्रबन्धक की ओर से उससे झूठ बोला गया।

घटना की जानकारी मिलते ही भाकपा माले की टीम सदर अस्पताल पहुंच वस्तु स्थिति से अवगत हुई और मृतक के परिजनों को ढाढ़स बंधाया। बाद में माले नेता राजेश यादव की अगुवाई में मृतक के परिजनों और फैक्ट्री संचालक के साथ मुआवजा को लेकर वार्ता हुई। जिसमे मृतक के परिजन को 6लाख 50 हज़ार बतौर मुआवजा देने पर फैक्ट्री संचालक ने सहमति जतायी। जिसके आलोक में तत्काल 50 हज़ार रूपये मृतक की पत्नी नीलम देवी को फैक्ट्री प्रबन्धन की ओर से दी गयी। शेष राशि आगामी 16 नवम्बर को भुगतान करने का लिखित समझौता हुआ। ततपश्चात परिजन मृतक की लाश लेकर अपने घर लौट गए।


गौरतलब है कि गिरिडीह में संचालित लौह फैक्ट्रियों में दुर्घटनाएं आम बात है। क्योंकि यँहा संचालित लौह फैक्ट्रियों के संचालक अपनी मनमानी पर आमादा हैं।
 दो माह पूर्व गिरिडीह की पूर्व एसडीएम विजया जाधव ने बालमुकुंद फैक्ट्री में ही छापा मारकर प्रदूषण और सुरक्षा मानकों पर हो रही लापरवाही पर फैक्ट्री प्रबंधन को कड़ी फटकार लगायी थी और सभी जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया था। लेकिन इस घटना ने फैक्ट्री संचालकों की कलई खोल कर रख दी। फैक्ट्री में मजदूर जयप्रकाश की मौत की घटना से फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही फिर से उजागर हो गई। हालांकि फैक्ट्री प्रबंधन ने इस पूरे मामले को सामान्य हादसा बताकर अपना पल्लू झाड़ने को तैयार दिखे। 

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