शुक्रवार, 2 मई 2025

आज 02 मई ...क्या कहते हैं आपके सितारे...कैसा रहेगा आपका दिन...! जानिए अपना राशिफल

आज का राशिफल :: 02:: 05 :: 2025, शुक्रवार

02 मई 2025 :  आज वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की उदया तिथि पंचमी और शुक्रवार दिन है। पंचमी तिथि शुक्रवार सुबह 9 बजकर 15 मिनट तक रहेगी, उसके बाद षष्ठी तिथि लग जाएगी। 02 मई को देर रात 3 बजकर 20 मिनट तक धृति योग रहेगा। साथ ही आज दोपहर 1 बजकर 4 मिनट तक आर्द्रा नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा आज संत सूरदास जी की जयंती मनाई जाएगी। आज शुक्रवार को वैभव लक्ष्मी व्रत है। आज मां लक्ष्मी की पूजा करना न भूलें। आज तिल सहित अन्न का किया गया दान बहुत पुण्यदायी होता है। विष्णु उपासना जीवन में पुण्य का सुअवसर देता है। आज ब्रह्म मुहूर्त में श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें। धार्मिक पुस्तकों का दान करना बहुत फलित होता है। किसी पवित्र नदी में स्नान करें। आज वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज कई त्योहार है। जिनमें  शंकराचार्य जयन्ती, सूरदास जयन्ती, रामानुज जयन्ती, स्कन्द षष्ठी शामिल है।
स्कन्द षष्ठी - आज स्कन्द षष्ठी मनाई जाएगी। स्कंद षष्ठी के दिन मां पार्वती और शिव जी के पुत्र कार्तिकेय जी की आराधना की जाती है। कुमार कार्तिकेय का नाम स्कंद भी है। इसलिए इसे स्कंद षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि परिवार में सुख-शांति और संतान प्राप्ति के लिए स्कंद षष्ठी का व्रत बेहद खास महत्व रखता है। इस व्रत को दक्षिण भारत में प्रमुख त्यौहारों में से एक माना जाता है। यहां भगवान कार्तिकेय को कुमार, मुरुगन, सुब्रह्मण्यम जैसे कई नामों से जाना जाता है। 





आज का पंचांग: 02 मई 2025, दिन : शुक्रवार
युगाब्द      : 5127,  विक्रम संवत : 2082   
शक संवत : 1947     ऋतु :  ग्रीष्म
महीना       : बैशाख     पक्ष  :  शुक्ल पक्ष
सूर्योदय : 05: 42 AM, सूर्यास्त : 06: 57 PM
तिथि : पंचमी 09:14 AM तक उपरांत षष्ठी |
नक्षत्र : आद्रा 01:04 PM तक उपरांत पुनर्वसु 
राहुकाल : 10:47 AM से 12:23 PM तक
चन्द्रमा :   मिथुन राशि पर संचार करेगा 
व्रत/त्यौहार : शुक्रवार व्रत, शंकराचार्य जयन्ती, सूरदास जयंती, रामानुज जयंती, स्कंद षष्ठी



आज :: 02 :: 05 :: 2025 का राशिफल


मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप कुछ नए मित्र बनाने में कामयाब रहेंगे। राजनीति में कार्यरत लोगों को कोई बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकती है। आपकी कुछ प्रभावशाली लोगों से मुलाकात होगी। आपको पढ़ाई-लिखाई को लेकर लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी है। आपकी कोई पुरानी गलती से पर्दा उठ सकता है। माता-पिता की सेवा के लिए भी आप कुछ समय निकालेंगे। आपका कोई काम निपटने में समस्या आ सकती है और किसी से उधार का लेनदेन ना करें। किसी को उधार दिया हुआ पैसा वापस मिलने की उम्मीद कर सकते हैं। व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करने के लिए यह एक अच्छा दिन है। पारिवारिक विवाद को सुलझाने का आपका प्रयास सफल होने की संभावना है।


वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज आपको भाग्य का पूरा लाभ मिलेगा। सरकारी योजना में आप इन्वेस्टमेंट थोड़ा सोच समझ करें, तो आपके लिए बेहतर रहने वाला है। आपको वाहनों के प्रयोग से सावधान रहना होगा और आप बेवजह किस बात को लेकर क्रोध न करें जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य आपको भरपूर मात्रा में मिलेगा। आपकी कोई मन की इच्छा पूरी हो सकती है। आप अपनी इनकम को बढ़ाने के सोर्स पर पूरा ध्यान देंगे। आपको किसी भी काम का ज्यादा प्रेशर लेने की जरूरत नहीं है। आज आपको बीच का रास्ता अपनाने की सलह दी जाती है। संतुलन बनाना जरूरी है। जिस व्यक्ति से आप प्यार करते हैं, उसे यह बताने के लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है कि आपके रास्ते अलग-अलग हो सकते हैं। 


मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए सूझबूझ दिखाकर कामों को पूरा करने के लिए रहेगा। आप किसी काम को भाग्य के भरोसे न छोंड़े, तो आपका वह काम भी पूरा हो सकता है। आपको एक के बाद एक शुभ सूचना सुनने को मिलेगी। आपका कोई बड़ा लक्ष्य पूरा हो सकता है। आप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। माताजी का कोई पुराना रोग उभरने से आपका खर्च अधिक होगा। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से आपको धन उधार मिलता दिख रहा है।द आपके लिए संजीवनी होगा। हो सकता है किसी मुद्दे पर परिवार आपके साथ न हो। कुछ स्टूडेंट्स के लिए पढ़ाई के मामले में सुधार होने की संभावना है। जिसे आप प्यार करते हैं उसे प्रभावित करने के आपके प्रयास आपको रोमांटिक शाम बिताने का मौका दे सकते हैं।



कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपके मन में परस्पर सहयोग की भावना बनी रहेगी। आपको अपने आत्मविश्वास को मजबूत करके कामों को करना होगा। आप अपने डेली रूटीन को बनाए रखें और अपने आलस्य के कारण आप अपने कामों में कोई लापरवाही ना करें। यदि किसी यात्रा पर जाएं, तो उसमें आपको वाहनों का प्रयोग सावधानी से करना होगा। आप वाणी और व्यवहार से लोगों का दिल जीतने में कामयाब रहेंगे। आपको किसी पुरानी गलती से सबक लेना होगा। अपने नियमित व्यायाम से ब्रेक लेने से आपको लाभ होगा। यदि आपने व्यवसाय में पैसा खो दिया है, तो आप इसे फिर से कमाने के लिए तैयार हैं। सफलतापूर्वक पूरा हुआ कोई प्रोजेक्ट आपको प्रतिष्ठा के पद पर पहुंचा सकता है।


सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। आपको यदि कार्यक्षेत्र में कोई जिम्मेदारी मिलेगी, तो आप उसे समय से पूरा करने की कोशिश करेंगे। आपको अपने किसी संपत्ति संबंधित मामले में कानून के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। आपकी कोई प्रिय वस्तु यदि खो गई थी, तो उसके आपको मिलने की पूरी संभावना है। दीर्घकालीन योजनाओं को गति मिलेगी। आपकी नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। आप अपने आवश्यक कामों को कल पर ना टालें। कभी-कभी आपको लोगों को उनकी इच्छाओं के अनुसार चलने देना चाहिए और उन्हें खुश करने की कोशिश में खुद पर तनाव नहीं डालना चाहिए। स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है, लेकिन कोई गंभीर बात नहीं होगी।



कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहने वाला है। आप आवेश में आकर कोई निवेश न करें। आप अपने खर्चों को लेकर बजट बनाकर चलेंगे, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपकी निर्णय लेने की क्षमता बेहतर रहेगी। परिवार में किसी नए मेहमान का आगमन हो सकता है। आपकी धार्मिक कामों में काफी रुचि रहेगी। आप दान-पुण्य के कार्यों में भी अच्छा खासा धन लगाएंगे। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे। आप दुनिया को दूसरों से अलग रूप में देखते हैं। आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जब आप कोई दरवाजा खुलता हुआ देखें तो मौके को हाथ से न जाने दें। आप दूसरों को अपनी खुशी में इनवॉल्व करना चाहेंगे, लेकिन हो सकता है कि वे तैयार न हों।
 


तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आधुनिक विषयों में आपकी खूब रुचि रहेगी। आप अपनी कला और कौशल से अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं। प्रतिस्पर्धा का भाव आपके मन में बना रहेगा। आपके विरोधी सक्रिय रहेंगे, जो आपको परेशान करने की कोशिश करेंगे। आपको किसी पुरानी गलती से सबक लेना होगा। आपको बड़ों की बातों को ध्यान देकर सुनना होगा। आपका किसी बात को लेकर मन परेशान रहेगा। परिवार में किसी सदस्य की नौकरी को लेकर कहीं बाहर जाना पड़ सकता है। कार्यस्थल पर आपका सामना किसी ऐसे व्यक्ति से हो सकता है, जो थोड़ा दबंग है। आप उन्हें खुश करने की पूरी कोशिश कर सकते हैं, लेकिन अगर किसी ने तय कर लिया है कि वे संतुष्ट नहीं होंगे, तो आप उनका मन बदलने के लिए बहुत कुछ नहीं कर सकते।



वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए मौज-मस्ती से भरा रहने वाला है। आपकी दोस्तों से खूब पटेगी। व्यक्तिगत विषयों का आपको बढ़ावा मिलेगा। आप अपनी आय और व्यय में तालमेल बनकर चले, तो आपके लिए बेहतर रहने वाला है। आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। पैतृक संपत्ति संबंधित मामले में आपको जीत मिलेगी। आपको भौतिक वस्तुओं की प्राप्ति हो सकती है। आप आवेश में आकर कोई निर्णय न लें। व्यापार कर रहे लोगों को कोई खुशखबरी सुनने को मिलेगी। आज सुस्ती के कारण आपकी फिटनेस दिनचर्या प्रभावित हो सकती है। कुछ लोगों के लिए शहर से बाहर की यात्रा का आनंद लेना संभव है। प्रेम जीवन में दिन रोमांटिक साबित हो सकता है। सेहत को लेकर बेवजह चिंता करने की सलाह नहीं दी जाती है।


धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए सेहत के लिए लिहाज से कमजोर रहने वाला है। सेहत में उतार-चढ़ाव रहने से आप परेशान रहेंगे। आपको अपने आलस्य के कारण कामों में लापरवाही नहीं बरतनी है। आपको किसी पुरानी गलती से सबक लेना होगा। आपके बॉस आपके किए गए कामों से खुश रहेंगे और आपके सुझाव भी उनके खूब काम आएंगे। आपकी कुछ नई कोशिशे रंग लाएगी। आपकी किसी बात से आज माताजी परेशान हो सकती हैं। यह तो बस आपकी यात्रा की शुरुआत है। संपत्ति का कोई मसला सही ढंग से सुलझने की संभावना है। स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा के मामलें में अतिरिक्त प्रयास करने का समय है। दोस्तों के साथ बाहर जाने से आपका ध्यान कुछ जरूरी मामलों से हट जाएगा।



मकर🐊(भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। परिवार में किसी शुभ और मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। भाई-बहनों की आपसे खूब पटेगी, लेकिन आपको कोई नुकसान होने से आपका मन परेशान रहेगा। आप किसी से मांगकर वाहन ना चलाएं, नहीं तो कोई दुर्घटना हो सकती है। रक्त संबंधी रिश्तो में मजबूती आएगी। आपके घर किसी अतिथि का आगमन हो सकता है। आपको किसी नए काम की शुरुआत करना अच्छा रहेगा। अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अपनी क्षमता के अनुसार काम करने से इनाम मिलता है, जो आपको प्रमोशन और तारीफ के रूप में मिल सकता है। आपने जो कमाया है उसका पूरा लाभ उठाएं।


कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) 
आज का दिन आपके लिए तरक्की से आगे बढ़ने के लिए रहेगा। विद्यार्थी अपने कामों में कोई बदलाव कर सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपको कोई पुरस्कार मिलने से आपका मन खुश रहेगा। आपकी संतान आपकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी। नौकरी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे युवाओं को कोई बेहतर अवसर हाथ लगेगा। आपको किसी दूसरे के मामले में बेवजह बोलना भारी पड़ेगा। आप लोगों से काम से काम मतलब रखें, तो आपके लिए बेहतर रहेगा।न में आज पार्टी या पिकनिक का आनंद ले सकते हैं। अपना समय लें लेकिन यह ध्यान रखें कि आपको अपनी यात्रा अकेले ही पूरी करनी होगी। किसी मुद्दे पर चिंता आपको परेशान कर सकती है, लेकिन लंबे समय तक नहीं। वित्तीय मोर्चे पर स्थिरता कुछ लोगों के लिए राहत बनकर आएगी।



मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन बिजनेस कर रहे लोगों के लिए सावधानी बरतने के लिए रहेगा। आप किसी बात को लेकर बहसबाजी में ना पड़ें। आपको पारिवारिक मामलों को धैर्य और साहस से निपटने की कोशिश करनी होगी। नई नौकरी के प्रयास आपके लिए बेहतर रहेंगे। किसी सरकारी काम में आपको उसके नीति नियमों पर पूरा ध्यान देना होगा, तो आप घूमने-फिरने की आप योजना बना सकते हैं। विद्यार्थियों को बौद्धिक और मानसिक बोझ से छुटकारा मिलेगा। कुछ लोगों को कमाई बढ़ाने के नए रास्ते मिलेंगे। कार्यस्थल पर आपने जो सोच रखा है उसे हासिल करने से आपको कोई नहीं रोक सकता। किसी मेहमान के घर में आने से काफी उत्साह भरने की संभावना है।



कृपया ध्यान दें👉 

      यद्यपि शुद्ध राशिफल प्रसारण की पूरी कोशिश की गई है। प्रसारित राशिफलों में कुंडली व राशि के ग्रहों के आधार पर जीवन में घटित हो रही घटनाओं में कुछ अन्तर हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप किसी ज्योतिषी से अवश्य सम्पर्क करें। किसी भी भिन्नता के लिए हम उत्तरदायी नहीं हैं।


        🌷आपका दिन मंगलमय हो।🌷




गुरुवार, 1 मई 2025

दुखिया महादेव मंदिर के पुजारी से मारपीट करने वाला युवक ने मांगा, सार्वजनिक रूप से माफी

घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने का दिया भरोसा

गिरिडीह (Giridih)। बाबा दुःखहरन नाथ धाम परिसर में गुरुवार को ब्राह्मण महासंघ के पहल पर सामाजिक व्यक्तियों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने की।


बैठक के दौरान बीते 29 अप्रैल को दुखिया महादेव मंदिर में पुजारी बासुकी पांडेय के साथ हुए बदसलूकी और नोक -झोंक मामले पर चर्चा की गई। साथ ही जिला प्रशासन से मंदिर कमिटी में सामाजिक व्यक्तियों को सम्मिलित करने और मंदिर की स्वच्छता के साथ प्रबंधन  एवं यात्रियों की समुचित सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई।


वहीं बैठक के दौरान दुखिया महादेव मंदिर परिसर में ही स्थानीय लोगों की उपस्थिति में दोषी व्यक्ति ने मंदिर के पुजारी बासुकी पांडेय से सार्वजनिक रूप से अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगा। साथ ही पुजारी  समेत उपस्थित गणमान्य को भविष्य में कभी भी इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी इसका भरोसा दिलाया।


बैठक में मुख्य दीपक उपाध्याय, यदुनंदन पाठक, रंजीत कुमार राय, कुमार सौरभ, दीपक पंडित, जगदीश वर्मा, नारायण पांडेय, कमल पांडेय, विकास पांडेय, विनय सिन्हा, आशुतोष तिवारी, पंकज शास्त्री, पल्लव भक्त, प्रधान मुर्मू, जोगन सोरेन, राकेश सोरेन, मिंटू सोरेन, बबलू सोरेन, रोहित चौबे,बगोबिंद मरीक, दिलीप तांती,  संतोष पांडेय, दीपक त्रिवेदी, प्रधान मुर्मू, जोगन सोरेन, भूटका सोरेन के अलावे बाबा दुःखहरन धाम के सभी पुजारी एवं सामाजिक एवं धर्म प्रेमी लोग उपस्थित थे।


बन्द पड़े पत्थर खदान में नहाने गए युवक की डूबने से मौत

गिरिडीह (Giridih)। जिले के गांवा थाना क्षेत्र के डढ़ो गांव स्थित बन्द पड़े एक पत्थर खदान में नहाने गये एक युवक की डूबने से मौत हो गई। मृतक युवक डढ़ो गांव निवासी विजय शर्मा का 21 वर्षीय पुत्र अनूप शर्मा था।


मिली जानकारी के अनुसार अनूप कहीं ओर रहता था। लेकिन गांव में हो रहे यज्ञ में शामिल होने वह कुछ दिन पूर्व ही अपने घर आया था। इसी दौरान गुरुवार को वह अपने साथियों के साथ गांव के समीप स्थित बन्द पड़े पत्थर खदान में नहाने गया था। जहां नहाने के क्रम में उसका पैर फिसल गया और वह खदान के गहरे पानी में समा कर डूब गया। घंटों प्रयास के बाद भी उसका शव नहीं निकाला जा सका है।


स्थानीय ग्रामीणों व मृतक के परिजनों ने बताया कि इस पत्थर खदान का संचालन दो वर्ष पूर्व मेसर्स मां देवी स्टोन वर्क्स द्वारा शुरू किया गया। जिसके प्रोपराइटर पंकज कुमार है। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में यह खदान बंद पड़ा है। खदान के बंद होने के बाद लीज धारक द्वारा खदान के चारों ओर सुरक्षा का कोई व्यवस्था नहीं किया गया है।  जिस कारण लोग इस बन्द पड़े पत्थर खदान में नहाना धोना शुरू कर दिया है। जो जानलेवा साबित हो रहा है।

किफायती दरों पर मुद्रित सामग्री वितरण हेतु डाक विभाग ने शुरू किया ज्ञान पोस्ट सेवा

गिरिडीह(Giridih)। केंद्र सरकार ने देश भर के डाकघरों के माध्यम से शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पुस्तकों की डिलीवरी को किफायती बनाने के उद्देश्य से एक नई सेवा ज्ञान पोस्ट सेवा की शुरुआत की है। उक्त बातें प्रधान डाकघर में ज्ञान पोस्ट काउंटर के उद्घाटन के मौके पर डाकघर अधीक्षक संजय कुमार संगम ने कही।   


उन्होंने कहा कि डाक विभाग की यह नई सेवा संपूर्ण भारत में कम लागत में शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पुस्तकों का वितरण करने का काम करेगी। साथ ही यह सेवा देश के हर हिस्से में शिक्षा का समर्थन करने और शिक्षार्थियों तक पहुँचने के लिए भारतीय डाक की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाने का भी काम करेगी। 


उन्होंने कहा कि ज्ञान पोस्ट' के अंतर्गत भेजी जाने वाली पुस्तकों और मुद्रित शैक्षिक पैकेजों को 300 ग्राम तक के पैकेट के लिए केवल 20 रुपए से शुरू होकर और 5 किलोग्राम तक के पैकेट के लिए अधिकतम 100 रुपए (लागू करों के अनुसार) बेहद सस्ती दरों पर भेजा जा सकता है। डाकघर अधीक्षक श्री संगम ने कहा कि ज्ञान पोस्ट के तहत भेजी जाने वाली पुस्तकों और मुद्रित शैक्षिक सामग्री को ट्रैक भी किया जा सकेगा।  


कार्यक्रम में डाकपाल अभिषेक कुमार, डाक निरीक्षक, पेमेंट बैंक के मैनेजर रणजीत सिंह, अमित कुमार, शशि कुमार, लोकी रविदास, संतोष कुमार, मेरी हेंब्रम, रविन्द्र कुमार, पवन कुमार, पवन सिंह समेत कई कर्मी मौजूद थे।



एलआईसी कार्यालय में बीमा कर्मचारी संघ ने मनाया अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस

गिरिडीह (Giridih)। अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ की गिरिडीह जिला इकाई द्वारा गुरुवार को एलआईसी कार्यालय में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष संजय शर्मा एवं नेतृत्व मंडलीय संयुक्त सचिव धर्म प्रकाश ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ शहीद बेदी पर पुष्प अर्पित कर किया गया। 


मौके पर मंडलीय संयुक्त सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि आज का दिन श्रमिको के समर्पण, आंदोलनों और अधिकारों को याद करने का दिन है। 1 मई 1886 को अमेरिका के शिकागो शहर में हजारों मजदूरों ने 8 घंटे काम के अधिकार की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन  को कुचलने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाई। जिस कारण काफी मजदूर मारे गये, हजारों घायल हुए। उसके बाद 1889 में पेरिस में हुए अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में तय किया गया कि प्रत्येक वर्ष 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाएगा। 


 बीमा कर्मचारी संघ के मंडलीय सहायक सचिव अनुराग मुर्मू ने कहा कि देश में अनुबंध पर बहाली की जा रही हैं जो गलत है। केन्द्र सरकार 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर 4 श्रम कोड बनाया जो श्रमिक विरोधी हैं। कर्मचारी नेताओ ने कहा कि केन्द्र की सरकार सार्वजनिक प्रतिष्ठानों का तेजी से विनिवेशीकरण कर रही हैं जिस कारण रोजगार में कमी आई है तथा कर्मचारियों का आर्थिक और शारीरिक शोषण बढ़ा हैं।


 कार्यक्रम में विजय कुमार, राजेश कुमार उपाध्याय , उमानाथ झा ,स्वेता, प्रवीण कुमार हांसदा, प्रीतम कुमार मेहता, विजय कुमार, राजेश कुमार, विनय कुमार, अंशु कुमारी सिंघानिया, शबा प्रवीण, नीतीश कुमार गुप्ता, महेश्वरी वर्मा, सुनील कुमार वर्मा, प्रदीप कुमार, गौरव कुमार सिंह, देवनाथ दास, नीरज कुमार सिंह, प्रभाष कुमार शर्मा, अनिल कुमार वर्मा, कुलजीत कुमार रवि, संजय कुमार शर्मा, पंकज कुमार, संजय गुप्ता, घनश्याम साव, विजय मंडल आदि कर्मचारी शामिल थे।

अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर महासंघ भवन में हुआ संगोष्ठी, शामिल हुए प्रदेश महामंत्री अशोक सिंह नयन

गिरिडीह (Giridih)। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर गुरुवार को महासंघ भवन में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अमर किशोर सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित इस संगिष्ठी मे मुख्य अतिथि के रूप में महासंघ के प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार सिंह नयन एवं संरक्षक रूपलाल महतो मुख्य रूप से शामिल हुए।  


संगोष्ठी का शुभारंभ अमर किशोर सिन्हा द्वारा अतिथियों का स्वागत कर एवं मई दिवस पर प्रकाश डाल किया गया। मौके पर प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार सिंह नयन ने कहा कि मई दिवस को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह मजदूरों के व्यापक एकता का प्रतीक है। यह अवसर असंख्य मजदूर नेताओं की क कुर्बानियों एवं संघर्षों से प्राप्त हुआ है. इसे हमें सदैव याद रखने की आवश्यकता है। 


कहा कि आज से सैंकड़ों साल पूर्व मजदूरो के असीमित
कार्य के घंटे को सीमित कराने के लिए अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों ने संघर्ष किया था। उस दौरान शहिद हुए मजदूर एवं मजदूर नेताओं के प्रति हम श्रद्धान्जिली अर्पित करते हैं, जिनकी शहादत से 8 घंटे काम 8 घंटे आराम एवं 8 घंटे मनोरंजन की नीति को विश्व समुदाय को मानना पड़ा। लेकिन व्यवहारिक रूप में आज परिस्थिति विपरीत हो गई है, इसका पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं लेबर कोड में संशोधन एवं मजदूरों के अधिकारों में कटौती कर मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाना चाहिए। 


संगोष्ठी को महासंघ के संरक्षक रूपलाल महतो, मुक्तेश्वर प्रसाद, लखन पंडित, विनय कुमार सिन्हा, मुरारी राम, प्रदीप गोस्वामी, राज किशोर साहू, नरेश कुमार वर्मा, बबन सिंह, मुकेश यादव, भरत माँझी, बबलू चौधरी, साजिद अंसारी, राजेश कुमार, वशिष्ठ कुमार सिंह आदि ने भी संबोधित किया।


मौके पर पहलगाम आतं‌कवादी घटना में मृत निर्दोष टूरिस्टों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारत सरकार से दोषी आतंकवादियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई। वहीं उक्त आतंकी हमले के मृतकों की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रख सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गयी। 

बाइक चालक युवक की बीच सड़क पर स्टंटबाजी ने ली, एक किसान की जान

जमशेदपुर (Jharkhand)। पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड में गुरुवार सुबह एक तेज रफ्तार अपाचे बाइक ने सामने से आ रही मोपेड को टक्कर मार दी। हादसे में मोपेड चालक की मौके पर मौत हो गयी, जबकि बाइक चालक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना गुरुवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे बेलटांड़-रघुनाथपुर मुख्य सड़क पर जाल्ला गांव के पास चिड़का घर के समीप हुई।  मृतक की पहचान जाल्ला निवासी 55 वर्षीय किसान तरणी महतो के रूप में हुई है। वहीं, हादसे में गंभीर रूप से घायल अपाचे बाइक चलक 28 वर्षीय युवक आगुईडांगरा  निवासी हरिपद सिंह हैं। 


घटना के सम्बंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि हरिपद सिंह बेलटांड़ चौक से ही बाइक पर स्टंटबाजी करता अपने घर लौट रहा था। जाल्ला गांव में एक टर्निंग प्वाइंट पर उसने अपना नियंत्रण खो दिया और सब्जी बेचने  मानगो बाजार मोपेड से जा रहे किसान तरणी महतो की मोपेड को जोरदार टक्कर मार दिया। आमने सामने की हुई टक्कर में दोनों ही वाहन सवार दूर सड़क पर जा गिरे। 


हादसे के बाद घटनास्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए। वहीं घटना की सूचना पाकर पटमदा थाना प्रभारी करमपाल भगत, झामुमो नेता सुभाष कर्मकार, मुखिया कानूराम बेसरा और मिलन दास मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को तुरंत माचा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भेजा। 


जहां चिकित्सकों ने तरणी महतो को मृत घोषित कर दिया, जबकि हरिपद सिंह की हालत गंभीर होने पर उसे एमजीएम अस्पताल रेफर किया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क सुरक्षा को लेकर नाराजगी जताई। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।



एक मई मजदूर दिवस.. आखिर क्यों मनाया जाता हैएक मई को मजदूर दिवस? आइये जाने पूरी कहानी

[राजेश कुमार]
News update News desk :
  1 मई को पूरी दुनिया "मई दिवस", "मजदूर दिवस" अथवा “अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस” के रूप में मनाती है। क्या आप जानते हैं, मजदूरों और श्रमिकों के समर्पण, अधिकारों और संघर्षों को समर्पित है यह दिन। इस दिन मजदूरों के अधिकारों के लिए लोगों को और मजदूरों को भी जागरूक करने की कोशिश की जाती है। 



अब सवाल यह उठता है कि हक और अधिकारों की आवाज बुलंद करने के लिये आखिर इस एक मई के दिन को मनाने की जरूरत क्यों पड़ी और इसके लिए एक मई का दिन ही क्यों चुना गया....?  दरअसल इस दिन को मनाने के पीछे एक ऐतिहासिक और बेहद अहम घटना छिपी है, जिसने दुनिया भर के मजदूरों के जीवन को बदल दिया। आइए, जानते है मजदूर दिवस मनाने की कहानी।


क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?
एक मई को मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत 19वीं शताब्दी में हुई थी। उससे पहले अमेरिका और यूरोप के कारखानों में मजदूरों से 15-16 घंटे की कड़ी मेहनत करवाई जाती थी, लेकिन उस काम के बदले, उन्हें बहुत कम मजदूरी दी जाती थी। मजदूरों के पास न तो कोई अधिकार नहीं थे और न ही उन्हें छुट्टी मिलती थी। ऐसा समझ लीजिए कि उनकी स्थिति बेहद दयनीय थी।

8 घण्टे काम के लिये मजदूरों ने किया था प्रदर्शन
इसी से परेशान होकर, एक मई 1886 को अमेरिका के शिकागो शहर में हजारों मजदूरों ने 8 घंटे के वर्किंग आवर्स की मांग को लेकर एक बड़ा प्रदर्शन किया। यह आंदोलन शांतिपूर्ण था, लेकिन अपने अधिकारों की मांग के लिए मजदूर कारखाने छोड़कर सड़कों पर उतर आए थे। मजदूरों के इस आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस ने गोलियां भी चलाई, जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे। 


 समाजवादी सम्मेलन में लिया गया फैसला
इस घटना ने पूरी दुनिया के मजदूरों को झकझोर दिया। इसके बाद 1889 में पेरिस में हुए अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में यह फैसला लिया गया कि 1 मई को “अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस” के रूप में मनाया जाएगा, ताकि मजदूरों के संघर्ष और बलिदान को याद किया जा सके।


भारत में 1923 से शुरू हुई मजदूर दिवस
भारत में मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत 1 मई 1923 में चेन्नई में हुई थी। इस दिन मद्रास हाई कोर्ट के सामने मजदूरों की सभा आयोजित की गई और श्रमिकों के अधिकारों को लेकर आवाज उठाई गई।

मजदूर दिवस सिर्फ एक छुट्टी का दिन नहीं है, बल्कि यह मजदूरों के योगदान को सम्मान देने का दिन है। आज भी दुनिया भर में मजदूरों को उनके हक की मजदूरी, सेफ वर्क एनवायरनमेंट और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इस दिन को मनाकर हम उनके संघर्ष को याद करते हैं और उनके अधिकारों के लिए आम जनता और मजदूरों में जागरूकता फैलाते हैं। 


 बातें बड़ी बड़ी, लेकिन स्थिति शिफर
हम हर वर्ष मजदूर दिवस तो अवश्य मनाते हैं। यह संकल्प भी लेते हैं कि मजदूरों को उनके हक और अधिकार को दिलाएंगे। इसे लेकर बड़ी बड़ी बातें होती हैं, लेकिन धरातल पर गौर करें तो इस दिन के सारे संकल्प और वादे महज सब्जबाग बनकर ही धरे रह जाते हैं। धरातल पर स्थिति शिफर ही दिखती है। 
आज जितने भी कल कारखाने हैं वहां मजदूरों का जमकर शोषण होता है। उनसे 08 घण्टे के बाजय 12 घण्टे काम लिया जाता है। लेकिन कोई भी इन मजदूरों के पक्ष में खड़ा होना तो दूर इनके लिये आवाज तक नहीं उठाता। सभी इनके कांधे पर बंदूक रख अपनी रोटी सेंकने और अपना उल्लू सीधा करने में जुटे हैं।
बेचारा मजदूर कल भी मजबूर था .... आज भी अकेला, कमजोर और मजबूर है।