शनिवार, 1 मार्च 2025

रेड क्राॅस के चेयरमेन सह पत्रकार अरविंद कुमार के पिता का हुआ निधन

गिरिडीह (Giridih)। भारतीय रेड क्राॅस के चेयरमैन सह पत्रकार अरविंद कुमार के पिता नन्दलाल अग्रवाल का शनिवार अहले सुबह निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे। राजधनवार के इरगा नदी घाट पर आज ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। 




स्व नन्दलाल अग्रवाल झामुमो के पूर्व जिला उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनके निधन पर नगर विकास मंत्री सह गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह, रेड क्राॅस के सचिव विवेश जालान, उप चेयरमैन चरणजीत सिंह, डाॅ मो आजाद, उद्योगपति सतविंदर सिंह सलूजा, डाॅ विकास लाल, डाॅ विशाल लाल, डाॅ विनय गुप्ता, डाॅ कमलेश्वर प्रसाद, डाॅ परीमल, डाॅ सीके सिंह, डाॅ आरआर बर्णवाल, चैम्बर ऑफ काॅमर्स सह नवगठित सिविल सोसाइटी के जिलाध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला, संजय भुदोलिया, निकिता गुप्ता, प्रमोद कुमार, अभय शाहाबादी ने गहरी संवेदना व्यक्त किया।


वहीं पत्रकार अरविंद के पिता के निधन पर देश की सबसे पुरानी पत्रकार संगठन इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (आईएफडब्लूजे) के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश कुमार, जिलाध्यक्ष कानन किस्कू, महासचिव विलियम जैकब, कोषाध्यक्ष अख्तर इमाम, संगठन सचिव अजय कुमार चौरसिया, उपाध्यक्ष प्रतीक कुमार, सचिव संजय कुमार, बजरंगी यादव, आदित्य पांडेय, सुजीत पांडेय आदि के अलावे पत्रकार संगठन जेजेए समेत अन्य पत्रकार संगठनों से पत्रकारों व शहरवासियों ने शोक संवेदना व्यक्त की।

कृषि और ग्रामीण समृद्धि पर बजट बाद वेबिनार में शामिल हुए विभिन क्षेत्रों से जुड़े लोग

गिरिडीह(Giridih)। केंद्र सरकार कृषि विकास और उत्पादकता को बढ़ावा देने के प्रति प्रतिबद्धता है। कृषि को दस प्रमुख विकासात्मक क्षेत्रों में शामिल किया है। यह भारत की आर्थिक प्रगति को गति देने वाला एक महत्वपूर्ण इंजन है। केंद्रीय बजट 2025-26 घोषणाओं के कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए शनिवार को "कृषि और ग्रामीण समृद्धि पर बजट के बाद एक वेबिनार"  का आयोजन किया गया।


कृषि और किसान कल्याण विभाग के विभिन्न विभागों के सचिवों की अध्यक्षता में आयोजित इस वेविनार कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया। वेविनार में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के विभिन्न प्रतिनिधियों के साथ-साथ आरबीआई (RBI), नाबार्ड (NABARD), अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी-SCB), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी-RRB), राज्य सहकारी और जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (एसटीसीबी और डीसीसीबी SICB and DCCB), राज्य स्तरीय बैंकर्स समितियां (एसएलबीसी- SLBC), कृषि विकास केंद्र (केवीके-KVK) और देश के कोने-कोने से आए किसान प्रतिभागी शामिल हुए।


गिरिडीह में भी इस वेबिनार का आयोजन शहर की उपनगरी पचम्बा के कल्याणडीह में आयोजित किया गया  जिसमें कृषि, नाबार्डसमेत विभिन्न विभागों से जुड़े पदाधिकारी, विभिन्न बैंकों के अधिकारी व काफी संख्या में किसान भाई शामिल हुए। इस दौरान वेविनार में उपस्थित लोगों ने प्रधानमंत्री के उद्बोधन को सुना और काफी जानकारी प्राप्त किया। वेविनार के दौरान कृषकों के हित से जुड़े कई बातें प्रधानमंत्री ने बताया। जिसे सुन किसान भाई काफी लाभान्वित हुए।

स्कॉलर बीएड कॉलेज में आज से शुरू हुआ पांच दिवसीय लेक्चर सीरीज

शामिल हुए गिरिडीह कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज व विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ मृत्युंजय

छात्रों के बौद्धिक विकास एवं क्षमता संवर्द्धन के उद्देश्य से शुरू हुआ आयोजन

गिरिडीह(Giridih)। स्कॉलर बीएड कॉलेज में छात्रों के बौद्धिक विकास, सकारात्मक चिंतन एवं सृजनात्मक क्षमता को विकसित करने के उद्देश्य से पांच दिवसीय लेक्चर सीरीज का आयोजन किया गया। यह लेक्चर सीरीज शनिवार 1 मार्च से प्रारम्भ होकर आगामी 5 मार्च तक चलेगा।


इस लेक्चर सीरीज का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित गिरिडीह कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज कुमार, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ़ एजुकेशन के प्रोफेसर डॉ मृत्युंजय प्रसाद, स्कॉलर बीएड कॉलेज की प्राचार्या डॉ शालिनी खोवाला एवं डीएलएड प्रभारी डॉ हरदीप कौर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए गिरिडीह कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज ने कहा कि नकारात्मकता हमेशा भावी होता है, इसे दबाकर सकारात्मक भाव को ऊपर लाना है तभी दुर्लभ से दुर्लभ मंजिल भी  प्राप्त हो सकती है। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप भावी शिक्षक हैं। समाज में आपकी क्या भूमिका है इसे पहचाने और निरंतर आगे बढते रहें। वहीं मुख्य वक्ता डॉ मृत्युंजय प्रसाद ने कहा कि सकारात्मक शिक्षण राष्ट्र को ऊर्जा प्रदान करता है।यदि शिक्षण सकारात्मक नहीं है तो, वैसे शिक्षण की क्या आवश्यकता है। उन्होंने सामूहिकता पर जोर देते हुए कहा हम साथ साथ रहेंगे तो देश सशक्त होगा।


इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ शालिनी खोवाला ने सभी आगन्तुको का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपका विचार संस्थान को एक प्रकाश दिखायेगा।  समाज के उत्थान की दिशा में  छात्रो के लिये पथ-प्रदर्शक बनेगा। उन्होंने लक्ष्य प्राप्ति के लिये प्रशिक्षुओं के अपने सम्बोधन के माध्यम से प्रेरित किया। वहीं मौके पर डीएलएड प्रभारी डॉ हरदीप कौर ने प्रशिक्षुओं को आचरण व व्यवहार को सुदृढ बनाने पर बल दिया। 

कार्यक्रम का मंच संचालन आशीष राज व डॉ संतोष कुमार चौधरी ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ संतोष कुमार चौधरी ने किया। इस कार्यक्रम के समन्वयक आशीष राज, डॉ संतोष कुमार चौधरी व डॉ राजेंद्र प्रसाद थे। कार्यक्रम डॉ सुधांशु शेखर जमैयार, रंजीत कुमार, स्मिता कुमारी समेत सभी सहायक प्राध्यापकगण व सैकड़ों की संख्या में प्रशिक्षु छात्र छात्रा शामिल थे।

दुर्गा विसर्जन मानसरोवर समिति के सदस्यों ने शोक सभा कर दिया दिवंगत बाबुल गुप्ता को श्रद्धांजलि

गिरिडीह(Giridih)। दुर्गा विसर्जन मानसरोवर समिति के सदस्यों ने एक शोक सभा आयोजित कर समिति के संस्थापक अध्यक्ष सह पूर्व वार्ड पार्षद व भाजपा के वरिष्ठ नेता दिवंगत बाबुल प्रसाद गुप्ता को भावभीनी श्रद्धाजलि दिया। 

बरवाडीह मानसरोवर तालाब के दक्षिण किनारे पर बने बैठक स्थल पर इस दौरान समिति सदस्यों ने दिवंगत गुप्ता के तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया और दो मिनट का मौन रख ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना किया।


इस दौरान समिति के सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसी स्थान पर बैठ कर बाबुल गुप्ता जी ने मानसरोवर तालाब की अस्तित्व रक्षा की लड़ाई लड़ी थी। उनका जाना समिति के लिये काफी अपूरणीय क्षति है। 


शोक सभा मे समिति के उपाध्यक्ष चन्द्रदेव यादव, राजु पोद्धार, रॉकी सिंह, सचिव निरंजन गुप्ता, उप सचिव विश्वनाथ स्वर्णकार, विनोद केशरी, अनुभव सिंह के अलावे समिति सदस्य सह सेवा निवृत्त पुलिस पदाधिकारी रामजी राम, ललन खटीक, अमित सिंह, अरूण वर्णवाल, विकाश गुप्ता, श्रीकान्त वर्मा, संजय गुप्ता, उत्तम कुमार आदि मौजूद थे।

गिरिडीह में हुआ सिविल सोसाइटी का गठन, निर्मल झुनझुनवाला बने अध्यक्ष व महासचिव मोहम्मद तारीक

गिरिडीह(Giridih)। सिविल सोसाइटी गिरिडीह के संस्थापक सदस्यों की एक अहम बैठक शुक्रवार को स्थानीय एक होटल में हुई। बैठक में एक तदर्थ समिति (Adhoc committee) का गठन करने का निर्णय लिया गया। जिसमे सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला, उपाध्यक्ष अधिवक्ता शिवेंद्र कुमार सिन्हा एवं लखन लाल, महासचिव मोहम्मद तारीक, उपसचिव सुनील कुमार खंडेलवाल एवं सुधीर अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल बनाये गये। 


वहीं बैठक के दौरान कार्यकारिणी सदस्यों का भी मनोनयन किया गया। जिसमें अधिवक्ता महेश्वर नाथ सहाय , राजेंद्र त्रिपाठी, शंकर पाण्डेय,  देव राज आनंद, अधिवक्ता त्रिपुरारी प्रसाद बक्शी, मोहम्मद फ़ारुक़ हसन, सुनील मोदी एवं राम गुप्ता शामिल किए गये।


बैठक में निर्णय लिया गया की होली के बाद एक वृहत आमसभा का आयोजन कर लोगों को सिविल सोसाइटी के बारे में जानकारी दे अधिक से अधिक सदस्यों को इसमें जोड़ा जाएगा। बताया गया कि "सिविल सोसाइटी, गिरिडीह" का अस्थाई कार्यालय तिरंगा चौक स्थित मारुति टावर में होगा। यह पूर्णतया एक गैर राजनीतिक संगठन रहेगा। इसका मुख्य उद्देश्य शहर वासियों की समस्याओं से स्थानीय प्रशासन को अवगत करा उसका युद्ध स्तर पर निदान कराना प्रयास होगा।



पत्नी को प्रेमी संग आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा तो बौखलाई पत्नी प्रेमी संग मिल, कर दी पति की हत्या

लाश को कुएं में फेंक लगा दिया ठिकाना

पटना (Bihar)। प्रेमी के साथ मिल पत्नी ने पति की हत्या कर शव को घर से लगभग 150 मीटर दूर एक कुएं में फेंक दिया. कुएं से सडांध उठने पर लोगों ने कुएं में झांका तो उसमें लाश देखा। मृतक की पहचान वैशाली जिले के भगवानपुर थाना इलाके के करहरी राजपुतान टोला निवासी नितेश कुमार के रूप में हुई। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज मामले की जांच पड़ताल में जुट गई। 


पुलिस ने मृतक की पत्नी नेहा की CDR डिटेल खंगाली तो हैरान करने वाला मामला सामने आया। पुलिस ने जब नेहा के मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगालना शुरू किया तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि नेहा कुमारी का गांव के ही एक लड़के विशाल कुमार के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। दोनों ने नितेश की हत्या कर शव को कुंए में फेंकने की बात स्वीकार की। पुलिस ने नेहा और विशाल को गिरफ्तार कर लिया।


मामले का खुलासा :
वैशाली जिले के भगवानपुर थाना इलाके के करहरी राजपुतान टोला निवासी नितेश कुमार 25) की पत्नी नेहा कुमारी ने 20 फरवरी को अपने प्रेमी विशाल को घर पर बुलाया। फिर उसी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। मृतक नितेश की मां महाकुंभ स्नान करने प्रयागराज गई थी। 20 फरवरी की शाम नितेश काम पर गया था। इस बीच मौका पाकर नितेश की पत्नी नेहा कुमारी ने अपने प्रेमी विशाल को घर मिलने के लिए बुलाया। जब उसका पति काम से घर लौटा तो उसने नेहा और विशाल को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। दोनों को साथ देखकर नितेश का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इस दौरान नितेश और उसकी पत्नी के प्रेमी विशाल के बीच हाथापाई हुई। विशाल ने नितेश पर हमला कर दिया। जैसे ही वह नीचे गिरा, विशाल और नेहा ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। शव को रात में ही करीब 150 मीटर दूर एक कुएं में फेंक दिया।


हत्याकांड को अंजाम देने के बाद नितेश की पत्नी नेहा ने परिवार को गुमराह करने का प्लान बनाया। जब नितेश की मां समेत परिवार के अन्य लोग कुम्भ स्नान कर वापस लौटे तो उन्होंने नितेश को घर मे नहीं पाया। पत्नी नेहा से पूछने पर उसने परिजनों को बताया कि नितेश कहीं चला गया है। परिजनों ने काफी खोजबीन के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। इस बीच कुंए से नितेश की लाश मिली।

सुहागरात पर हार्ट अटैक से दूल्हा-दुल्हन की एक साथ मौत, शादी की खुशी मातम में बदली

नई दिल्ली (New Delhi)। उत्तर प्रदेश के शहर बहराइच की यह घटना हिला देने वाली है. यहां दो परिवारों में शादी की खुश‍ियां मातम के शोर में खो गईं. अपने 22 साल के लड़के की बारात विदा कराके घरवाले 20 साल की लड़की को बहू बनाकर घर लाते हैं. घर में खुश‍ियां छा जाती हैं. शादी के अगले दिन दूल्हा-दुल्हन एक साथ कमरे में जाते हैं, लेकिन सुबह दोनों का कमरा नहीं खुलता है. 

कुंडी बजाने पर भी जब दोनों का कमरा नहीं खुलता है तो दूल्हे का छोटा भाई ख‍िड़की के रास्ते कमरे में कूदता है.लेकिन, यह क्या कमरे में दूल्हा-दुल्हन मृत हालत में मिलते हैं. वो जल्दी से कुंडी खोलता है तो बाकी परिवार आकर जगाने की कोश‍िश करता है, लेकिन उनके शरीर ठंडे थे. घर में हाहाकार की स्थ‍िति मच जाती है. दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां पोस्टमार्टम किया गया तो जो वजह सामने आई, वो चौंकाने वाली थी.दोनों को एक साथ हार्ट अटैक आया था. क्या एक साथ दोनों को हार्ट अटैक? दोनों की मौत, क्या यह सच में संभव है? दोनों इतनी कम उम्र के युवा इन्हें कैसे ये हो सकता है? मौत के बाद जिसे भी इस खबर का पता चला तो लोग हैरान है. 


क्या कहते हैं फोर्टिस हॉस्प‍िटल के हृदयरोग विशेषज्ञ  कॉर्ड‍ियोलॉजिस्ट 

इस तरह की मौत पर हृदयरोग विशेषज्ञ फोर्टिस हॉस्प‍िटल के कॉर्ड‍ियोलॉजिस्ट व चेयरमैन डॉ अजय कौल ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद चीजें पूरी तरह बदल गई हैं. हम नंबर और डेटा को छोड़ भी दें तो आप खुद भी हर दिन ऐसी खबरें पढ़ रहे होंगे जिसमें लोग चलते-फिरते हार्ट अटैक का श‍िकार हो रहे हैं. ये साइलेंट हार्ट अटैक हर उम्र के लोगों को अपना श‍िकार बना रहा है. डॉ कौल कहते हैं कि इसके पीछे कोरोना महामारी कैसे वजह हो सकती है, इसे समझना होगा. कोरोना एक RNA वायरस है. ऐसे वायरस की वजह से खून में थक्‍का जम जाता है या ब्‍लॉकेज हो जाता है जिससे हृदय में रक्‍त का प्रवाह आसामान्य हो जाता है, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है. इस घटना को एक डॉक्टर के तौर पर मैं केवल एक ऐसे इंसीडेस की तरह देखता हूं जैसे अचानक दो प्लेन क्रैश हो जाएं. यह घटना एक्स्ट्रीमली रेयर है. इसे सेक्सुअल एक्ट‍िव‍िटी के साथ भी पूरी तरह से नहीं जोड़ा जा सकता है.

सेक्सुअल एक्ट‍िव‍िटी भी बने वजह?

इस मामले में सबसे पहले फैमिली हिस्ट्री देखनी चाहिए. ऐसा हो सकता है कि दोनों को पहले से ही हार्ट की प्रॉब्लम हो, यह कोई बड़ी बात नहीं है कि दो ऐसे लोगों की शादी हो गई हो जिन्हें हार्ट प्रॉब्लम हो. स्ट्रेस, हालात और सेक्सुअल एक्ट‍िविटीज के दौरान अचानक हार्ट अटैक आ गया हो. एक तरह से ये एक सिर्फ मौके की बात है कि दो लोगों को एक साथ हार्ट अटैक आया तो उसे अंध विश्वास से जोड़ दिया जाए. इसे मैं तो पूरी तरह से एपेडमिक के बाद हार्ट की बढ़ी समस्याओं से जोड़कर ही देख पा रहा हूं.

लोगों की बदली लाइफस्टाइल भी है वजह
डॉ कौल ने कहा कि आजकल मानसिक तनाव या एंजाइटी बहुत कॉमन समस्या बन गया है. इसके अलावा इंटरनेट की उपलब्धता अब हर ग्रामीण और शहरी के पास है. रात-रात भर जागकर मोबाइल पर वक्त बिताना, उस पर तनाव, फास्‍टफूड का इस्‍तेमाल और नींद पूरी नहीं होने से दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. अब खराब लाइफस्‍टाइल सिर्फ बड़े शहरों का हिस्सा नहीं रही. इन्‍हीं सब कारणों से हार्ट अटैक या दिल के दौरे की संभावना ज्‍यादा हो गई है.


बचाव के लिए क्या करें :
ऐसी घटनाएं अक्सर लोगों को डरा देती हैं. लेकिन, हमें अपने दिल के बारे में कई बातें पता होनी चाहिए. मसलन दिल को स्वस्थ रखने के लिए हमें अपनी जीवनशैली को पूरी तरह से अनुशासन और अपने नियंत्रण में रखना होगा. आप अपने दिल को स्वस्थ रखने का यह तरीका अपना सकते हैं.

दिल के लिए दिमाग को स्वस्थ रखें: 
आपको अपने दिल को सेफ रखने के लिए अपने दिमाग को स्ट्रेस फ्री रखना होगा. ये आप तभी कर पाएंगे जब आपकी जीवनशैली नियंत्र‍ित हो.

अपने खानपान का ध्यान रखें: 
आप भोजन में क्या ले रहे हैं, इससे आपके दिल पर क्या असर पड़ रहा है, इसे भी समझना चाहिए. तैलीय भोजन, ज्यादा वसायुक्त खाद्य पदार्थ आपके दिल पर बोझ बनते हैं. इसलिए आपको खाने में हरी सब्ज‍ियां, विटामिन-सी युक्त फल आदि लेना चाहिए.

पैरों को काम पर लगाएं: 
दिल को हेल्दी रखने के लिए आप अपने पैरों को काम पर लगाएं. हेल्दी हार्ट के लिए जरूरी है कि आप जीवनशैली में ज्यादा से ज्यादा पैदल चलने को अहम‍ियत दें. इसके अलावा सबसे जरूरी है कि कुछ भी असामान्य महसूस होने पर हृदय की जांच जरूर कराएं.