शुक्रवार, 6 जनवरी 2023

भारत जोड़ो यात्रा के समर्थन में एनएसयूआई द्वारा चलाया गया हस्ताक्षर अभियान


गिरिडीह : भारत जोड़ो यात्रा के समर्थन में एनएसयूआई द्वारा शुक्रवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। 

वहीं इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अभय कुमार और छात्र नेता ऋषभ कुमार के नेतृत्व में आदर्श कॉलेज के छात्रों के साथ बैठक कर यात्रा के विषय में जानकारी दी गई। 
बैठक में कॉलेज के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। जिसमे मंटू, रोशन, सागर, अभिषेक, आशीष, रोहित, छोटन, अमर, आलोक आदि छात्र उपस्थित थे।

कड़कड़ाती ठंड में रोटरी ग्रेटर ने 100 जरूरतमंदों को बांटे कंबल


गिरिडीह : रोटरी क्लब ऑफ़ गिरिडीह ग्रेटर द्वारा शुक्रवार को दिघरिया खुर्द और बघरा गाँव में लगभग 100 जरूरतमंदों के बीच कम्बल का वितरण किया गया। वहीं कंबल पाकर सभी असहाय, गरीब और जरूरतमंद लोग काफी खुश दिखे।

रोटरी ग्रेटर के युवा अध्यक्ष विकाश सिन्हा ने बताया की हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी जरुरतमँदो के बीच 500 कंबल वितरण का लक्ष्य रखा गया है जो 14 जनवरी तक चलता रहेगा। इस अवसर पर रोटरी ग्रेटर के सचिव ब्रह्मदेव प्रसाद, अध्यक्ष इलेक्ट दीपक सोंथालिया समेत कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।

गुरुवार, 5 जनवरी 2023

कांग्रेसी नेता सह मोबाइल कारोबारी अजय कंधवे का हुआ निधन




गिरिडीह : गिरिडीह के जाने माने कांग्रेस नेता सह मोबाइल कारोबारी अजय कांधवे की गुरुवार अहले सुबह निधन हो गया। 50 वर्षीय अजय कंधवे का शहर के पुराना टेलीफोन एक्सचेंज के समीप टारको मोबाइल दुकान संचालित था। इसलिए वो अजय टारको के नाम से प्रसिद्ध थे।

जानकारी के अनुसार गुरुवार अहले सुबह बैचेनी महसूस हुईं। परिवार के लोगो ने आनन फानन में उन्हें इलाज हेतु ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि उनका निधन हो गया।

उनके निधन पर सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी, लक्ष्मण स्वर्णकार, अधिवक्ता संघ के सचिव चुन्नूकांत, दवा कारोबारी सुजीत कपिश्वे के अलावे झामुमो, कांग्रेस, भाजपा समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और समाजसेवी उनके आवास पर पहुंचे और गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया।

गिरिडीह में मनाया गया पतंजलि योगपीठ का 28 वां स्थापना दिवस


गिरिडीह : पतंजलि योगपीठ का 28 वां स्थापना दिवस गुरुवार को गिरिडीह के बराकर नदी किनारे शिव मंदिर प्रांगण में बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया।  इस दौरान युवा भारत के नेतृत्व में भारत स्वभिमान न्यास के लोगों ने वहां पूजन, भजन, सामूहिक योग, प्राणायाम, ध्यान व स्वदेशी संकल्प के साथ-साथ वनभोज का भी आनंद लिया।  

कार्यक्रम में पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी परमेंद्र कुमार, युवा प्रभारी रणधीर कुमार गुप्ता, सोशल मीडिया जिला प्रभारी पुष्पा शक्ति, योग शिक्षक प्रकाश राज समेत काफी संख्या योग साधक सम्मिलित हुए। युवा प्रभारी ने बताया कि पतंजलि द्वारा निष्काम सेवा के 28 वर्ष पूर्ण होने पर हम सभी काफी खुश है। ये पूरे भारत वर्ष के लिए गौरव की बात है।

कार्यक्रम में गोविंद यादव, सुधांशु प्रसाद, लक्ष्मी नारायण सिंह, संजीव कुमार पंडित, शशि पंडित,काघो मण्डल, मधुसूदन मण्डल, रामप्रसाद मंडल, प्रभाकर कुशवाहा, शंकर सुमन, प्रणव पटेल, ऋतिक गुप्ता,अनिता देवी, पूनम देवी, फूल देवी, राज नन्दनी, परमेंद्र कुमार, शशि प्रजापति, शादी पंडित, नितेश कुमार, सुहंगी कुमारी आदि लोग शामिल थे।

जवाहर नवोदय विद्यालय गांडेय में कक्षा 6 में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू

◆ प्रवेश परीक्षा 29 अप्रैल को सुबह 11.30 बजे से 


गिरिडीह : जवाहर नवोदय विद्यालय ने सत्र 2023-24 के कक्षा 06 में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिया है। जिन छात्रों को जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा 2023 में शामिल होना है। वे या उनके माता-पिता आधिकारिक वेबसाइट navodaya.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि आगामी 31 जनवरी, 2023 तक निर्धारित है। जबकि प्रवेश परीक्षा की तिथि 29 अप्रैल, 2023 को सुबह 11.30 बजे से निर्धारित है।

उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने इस बावत शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को उक्त प्रवेश परीक्षा हेतु जिले के दूरस्थ इलाकों के इच्छुक, योग्य और मेधावी छात्रों को ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।  

बता दें कि जवाहर नवोदय विद्यालय गांडेय एक आवासीय विद्यालय है। जिसमे प्रत्येक वर्ष 80 विद्यार्थियों का चयन किया जाता है। जिसमे एक तिहाई संख्या बालिकाओं की होती है और 75 प्रतिशत विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्र से होते हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय, गांडेय गिरिडीह में प्रवेश हेतु आवेदक सत्र 2022-23 में पांचवी कक्षा में अध्ययनरत होना चाहिए तथा गिरिडीह जिले का ही निवासी होना चाहिए। आवेदक की उम्र तिथि 1/05/2011 और 30/04/2011 के बीच होनी चाहिए। आवेदन सिर्फ ऑनलाइन माध्यम से होगा जिसकी अंतिम तिथि 31/01/2023 है तथा परीक्षा की तिथि 29/04/2023 है। आवेदन के लिए आधार संख्या आवश्यक है किन्तु आधार संख्या ना होने पर माता- पिता / अभिभावक का सक्षम पदाधिकारी द्वारा जारी आवासीय प्रमाण पत्र अपलोड करना अनिवार्य होगा। आवेदक अपने निकटतम प्रज्ञा केंद्र/ नवोदय विद्यालय, गांडेय  के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

भाकपा माले ने की निर्दोष फंसे लोगों को केस से बरी करने की मांग

गिरिडीह : भाकपा माले नेता सह अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने गुरुवार को कोवाड़ में आयोजित स्थानीय लोगों की एक मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि कोवाड़ के दो निर्दोष व्यक्तियों को पिछले दिनों कोयला तस्करी जैसे संगीन मामले में फंसा दिया गया है, जो सरासर अन्याय है। हम पुलिस के आला अधिकारियों से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर निर्दोष फंसे लोगों को बरी करने की मांग करते हैं। 

कोवाड़ लोकल कमिटी के सचिव मनोज कुमार यादव की अगुवाई तथा संजय चौधरी एवं झारखंडी मंडल के संचालन में आयोजित इस बैठक में श्री यादव ने कहा कि, कोयला आम जनता की जरूरत तथा इस इलाके के गरीबों के लिए रोजगार का सीधा एक जरिया है। इसलिए सरकार तथा प्रशासन को कोयला पर रोक लगाने से पूर्व आम जनता की जरूरत के लिए कोयला बिक्री का केंद्र खोलना चाहिए।  

श्री यादव ने कहा कि यदि निष्पक्ष जांच कर निर्दोष लोगों को बरी नहीं किया गया तो स्थानीय लोग सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे। बैठक के दौरान उन्होंने आगामी 16 जनवरी महेंद्र सिंह शहादत दिवस तथा उसकी तैयारी के लिए 10 जनवरी को खंडोली में आहूत माले के कार्यकर्ता मीटिंग को भी सफल करने के अपील की।

 जबकि मुख्य रूप से संतोष राय, संजय यादव, पंकज वर्मा, दीपक प्रसाद कुशवाहा, रोहित कुमार वर्मा, मुकेश कुमार वर्मा, मनोज कुमार वर्मा, किशोर प्रसाद वर्मा, अनुज कुमार वर्मा, पवन वर्मा, रामदेव वर्मा, सुरेश कोड़ा, अर्जुन बर्मा, मुकेश वर्मा, महानंद कोड़ा, रामेश्वर प्रसाद यादव, राजू वर्मा, अशोक वर्मा, महेंद्र यादव, राजकुमार वर्मा, विशेश्वर प्रसाद वर्मा, मनोज कोड़ा, अजय वर्मा सहित अन्य मौजूद थे।

पारसनाथ को पर्यटक स्थल घोषित करने के विरोध में जैन समाज ने निकाला मौन जुलूस

गिरीडीह : जिले के मधुबन स्थित सम्मेद शिखरजी पारसनाथ पर्वत को पर्यटक स्थल घोषित किये जाने के विरोध में गुरुवार को जैन समाज के लोगों ने शहर में विशाल मौन जुलूस निकाला। यह मौन जुलूस शहर के गांधी चौक स्थित दिगंबर जैन मंदिर से निकल कर अग्रसेन चौक (बड़ा चौक), मौलाना आजाद चौक, काली बाड़ी चौक, जेपी चौक, अम्बेडकर चौक से गुजर कर स्थानीय झंडा मैदान पहुंचा। जहां जुलूस का समापन हुआ।

मौके पर दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार को जैनियों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल पारसनाथ को पर्यटक स्थल घोषित करने वाली अधिसूचना को वापस लेना चाहिए और अविलंब शिखर जी को तीर्थस्थल घोषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटक स्थल बनने से यह तीर्थस्थल मौज मस्ती की जगह बन जायेगी। इसके बाद सकल जैन समाज के लोग वाहनों पर सवार होकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगो से सम्बंधित ज्ञापन सौंपने पपरवाटांड़ स्थित उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। जहां जिला दंडधिकारी धीरेंद्र प्रसाद को समाज के लोगों ने ज्ञापन सौंपा। मौके पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी धिरेंद प्रसाद ने जैन समाज के लोगों को आश्वस्त किया कि वह इस ज्ञापन को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेजने का कार्य करेंगे। 
इस मौन जुलूस में गिरिडीह, कोडरमा, बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, रांची समेत विभिन्न जिलों से पहुंचे सैकड़ों की संख्या में जैन समाज की महिला, पुरुष व बच्चे शामिल हुए। इस दौरान जैन समाज के लोग अपने अपने हाथों में सम्मेद शिखर पारसनाथ को तीर्थस्थल घोषित करो, नहीं कभी पर्यटन बनेगा तीर्थ तीर्थ ही बना रहेगा सरीखे स्लोगन लिखे तख्ती लेकर पूरे शहर का भ्रमण किया। 
इस जुलूस में जैन समाज के मंत्री नोकेश जैन, अशोक पांडिया, रमेश जैन, विजय जैन, महेश जैन, अजय जैन ,राजन जैन, राकेश मोदी, अमरजीत सिंह सलूजा, डॉक्टर गुणवंत सिंह मोंगिया, मुकेश शाह राजकुमार राज मनोज शंघाई अरुण जालान, दिनेश जालान, दिनेश खेतान , बंटी जलान,रोहित जालान, हेमलता जैन ,मंजू जैन, सरोज जैन के अलावे आरएसएस, विहिप, बजरंग दल, गिरिडीह चैम्बर ऑफ कॉमर्स, मारवाड़ी समाज, सिख समाज, बरनवाल समाज व अन्य संगठनों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी शामिल थे।
दूसरी ओर सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित किये जाने के विरोध में जैन समाज द्वारा निकाले गये मौन जुलूस को लेकर जिला पुलिस महकमा और जिला प्रशासन काफी मुस्तेद रहा। प्रशासनिक महकमा द्वारा जंहा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए थे। वहीं ड्रोन कैमरे से जुलूस की निगरानी की जा रही थी।
 डीएसपी संजय राणा, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, मुफस्सिल नगर थाना प्रभारी विनय कुमार राम समेत काफी संख्या में पुलिस प्रशासन के लोग मौजूद थे।

शनिवार, 29 जनवरी 2022

तिसरी के भोगताडीह गांव में देर रात जीओ टावर के ओडीसी बॉक्स में लगाई आग



◆जियो टावर जलाये जाने से तिसरी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में दहशत


गिरिडीह : बिहार झारखंड सीमावर्ती क्षेत्र तिसरी प्रखंड अंतर्गत खटपोक पंचायत के भोगताडीह गांव स्थित मन्नू यादव की जमीन पर लगे जियो टावर के ओडिसी बॉक्स में लगे लाखो रुपए मूल्य की मशीन को शुक्रवार की रात्रि जला दिया गया है। टावर जलाये जाने की सूचना से तिसरी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

सूचना पाकर शनिवार को तिसरी पुलिस इंस्पेटर परमेश्वर लेयांगी, थाना प्रभारी पिकु प्रसाद, सब इंस्पेक्टर अमित कश्यप और जियो टावर के टेकनीशियन घटना स्थल पहुंच कर घटना की विस्तृत जानकारी लिया। घटना नक्सली से जुड़ा है या अपराधिक शरारती तत्वों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया है इसकी जांच कर घटना की सच्चाई तक पहुंचने में पुलिस जुटी है। हालांकि स्थानीय ग्रामीण इस घटना को नक्सलियों द्वारा अंजाम दिया गया बता रहे हैं।

जियो टावर के टेकनिसीयन आशुतोष आनंद ने बताया कि जले हुए ओडीसी बॉक्स के समीप डीजल की गंध आ रही है। कहा कि टावर के ओडीसी बॉक्स के जलने से उसमे लगे दो बैटरी सौ एएच एक एसएमपीएस 16 किलो वार्ड, एक मीटर बॉक्स,एक ट्रांसमिशन इकुपमेंट सिस्को सीडीयू आरआरएएच इत्यादि लगभग 5 लाख मूल्य की सामग्री जल कर खाक हो गई है।
पुलिस इंस्पेक्टर परमेश्वर लेयांगी ने बताया जले हुए सामग्री को देखने से यह किसी शरारती तत्व द्वारा घटना को अंजाम दिया गया प्रतीत होता है। हालांकि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। वहीं धनवार विधायक प्रतिनिधि राजेश कुमार ने कहा कि टावर जलाने का काम नक्सलियों का हो सकता है। क्योंकि टावर से किसी अन्य ग्रामीणों को कोई लेना देना नही रहता है।

हार्डकोर नक्सली अजय महतो का दस्ता एक बार फिर हुआ सक्रिय, पुलिस जुटी है सर्च ऑपरेशन में



राजेश कुमार]
गिरिडीह : 25 लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली अजय महतो का दस्ता एक बार फिर जिले के अति नक्सल प्रभावित पारसनाथ इलाके में सक्रिय हो गया है। सूत्रों की माने तो अजय महतो के दस्ते में करीब 40-50 हथियारबंद नक्सली शामिल है। माओवादियों द्वारा आहूत झारखण्ड बिहार बन्द के दौरान बुधवार की देर रात अजय महतो के निर्देश पर कृष्णा मरांडी के दस्ते ने ही चिचाकी और चौधरीबांध के बीच  रेल पटरी को विस्फोट कर उड़ाया था।

विदित हो कि जिले के घनघोर रुप से नक्सल प्रभावित पीरटांड थाना क्षेत्र के नावाडीह का रहने वाला अजय महतो उर्फ टाइगर उर्फ मोछू भाकपा माओवादी संगठन में स्पेशल एरिया कमिटी सदस्य है।
अजय महतो के नेतृत्व में नक्सलियों ने गिरिडीह जिले में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। गिरिडीह जिले के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। अजय महतो पर सरकार ने 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। गिरिडीह जिले की पुलिस को उसका लंबे समय से तलाश है। 

गौरतलब है कि पिछले आठ दिनों के दौरान नक्सलियों द्वारा जिले में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया है। समझा जाता है कि नक्सली एक बार फिर अपनी खोई ताकत को जिले में वापस लाने की जुगत में है। उसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक के बाद एक बड़ी घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया है।

हालांकि नक्सलियों के धर-पकड़ के लिए पुलिस और सीआरपीएफ अलग-अलग टीम बनाकर सर्च ऑपरेशन चला रही है। पारसनाथ की तराई समेत नक्सलियों के सभी सम्भावित ठिकानों पर पुलिस और सीआरपीएफ की टीम अपनी पैनी नजर जमाये हुए है। इसी क्रम में पुलिस ने नक्सलियों को विस्फोटक सप्लाई करने वाले सप्लायरों को धर दबोचा है। जिनसे पुलिस को नक्सलियों के बाबत कई अहम सुराग मिलने की बातें कही जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दो दिनों पूर्व अजय महतो और 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा के दस्ते को धोलकट्टा में साथ-साथ देखा गया था। पुलिस को अजय महतो उर्फ टाइगर के पारसनाथ इलाके में होने की सूचना के बाद पुलिस की सक्रियता इलाके में काफी बढ़ गई है। इलाके में लगातार पुलिस द्वारा सर्च अभियान की जा रही है

रविवार, 5 दिसंबर 2021

फर्नीचर व्यवसायी के घर हुई लूटकांड का पुलिस ने किया उद्भेदन, छह अपराधी गिरफ्तार

लूटी गई कार, नगद राशि, गलाया गया सोना, चांदी के जेवरात व 8 मोबाइल पुलिस ने किया बरामद


[राजेश कुमार]
गिरिडीह: गिरिडीह के फर्नीचर व्यवसायी उत्तम गुप्ता के घर हुई डकैती कांड का पुलिस ने उदभेदन कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग जिलों से छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

 गिरफ्तार अपराधियों में पलामू के आनंद कुमार महतो, गिरिडीह शहरी क्षेत्र के भण्डारीडीह निवासी संजय विश्वकर्मा और राजकुमार पासवान, धनबाद निवासी भुनेश्वर बेलदार, अहिल्यापुर (गांडेय) निवासी सुनील साव और सोने को गला कर बेचने वाले पलामू जिले के जेवर व्यवसायी गोपाल सोनी शामिल है। वंही पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से लूटी गई कार, नगद राशि, गलाया गया सोना, चांदी के जेवरात व 8 मोबाइल भी बरामद किया है। उक्त जानकारी डीएसपी संंजय कुमार रााणा ने रविवार को एक प्रेसवार्ता कर दी।

डीएसपी ने बताया कि 17 नवंबर को डकैती करने के बाद अपराधी व्यवसायी की हुंडई कार लेकर फरार हुए थे। कार को लेकर 18 नवंबर को अपराधी पलामू पहुंच गए।जहां कार को नया लूक दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि पलामू-गढ़वा के बॉर्डर पर स्थित रेहला से कार को बरामद कर लिया गया है। बताया कि 18 नवम्बर को ही डकैती किये गये आभूषण को अपराधियों ने एक ज्वेलरी दुकान में बेच दिया। ज्वेलरी दुकानदार ने उसी शाम आभूषण को गला दिया। ताकि आभूषण की पहचान नहीं हो सके। इससे साथ ही 19 नवंबर को आभूषण का गला हुआ अवशेष बनारस भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि फर्नीचर व्यवसायी उत्तम कुमार गुप्ता के घर में निर्माण कार्य चल रहा है। इसी दौरान उनके घर में घुस कर रेकी की थी।  गिरिडीह के एक अपराधी ने धनबाद और पलामू से आए अपराधियों को घर दिखाया था। उसके बाद डकैती की योजना बनी और डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था। बहरहाल पुलिस ने लगातार छापामारी अभियान चलाकर मामले का खुलासा करते हुए इस कांड में शामिल 6 अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल हुई।

गौरतलब है कि बीते 17 नवंबर की रात नगर थाना क्षेत्र के बक्सीडीह रोड स्थित कांग्रेस ऑफिस से सटे फर्नीचर व्यवसायी उत्तम कुमार गुप्ता के घर भीषण डकैती हुई थी। अपराधियों ने उस दौरान घर मे धावा बोलकर कार और जेवरात समेत लाखों की संपत्ति लूट ली थी। इतना ही नहीं अपराधियों ने फर्नीचर व्यवसायी के पुत्र को भी मारपीट कर गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया था। घटना के बाद इस मामले में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

इस मामले में एसपी अमित रेणू के निर्देश पर पुलिस विशेष तरीके से जांच पड़ताल में जुटी थी। डीएसपी संजय कुमार राणा के मार्गदर्शन में नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी, कॉन्स्टेबल विमलेश कुमार महतो और अशोक कुमार लगातार मामले की तफ्तीश में जुटे थे। इस दौरान पुलिस ने धनबाद, पलामू और गिरिडीह के कई स्थानों पर छापेमारी की और कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी किया। अंततः पुलिस अपराधियों को धर दबोचने में सफल हुई।

शनिवार, 4 दिसंबर 2021

49 वर्ष का हो गया है गिरिडीह जिला



◆4 दिसम्बर 1972 को हजारीबाग जिले का विभाजन से यह स्वतन्त्र जिला के रूप में अस्तित्व में आया था


[राजेश कुमार]
गिरिडीह : जिला 1972 में हजारीबाग से अलग होकर जिला बना था। यह जिला अभ्रक, कोयला, बांस, कटहल और पलास के लिए प्रसिद्ध है। झारखंड की सबसे ऊंची पहाड़ी पारसनाथ, इसी जिला में अवस्थित है। जो जैनियों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भी है। झारखंड धाम, हरिहर धाम, दुखहरण धाम, खंडोली डैम, सूर्य मंदिर, कबीर ज्ञान मंदिर, साई मंदिर, उसरी जलप्रपात जैसे पर्यटक स्थल गिरिडीह जिले में ही स्थित है। गिरिडीह विश्व प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस की कर्मभूमि भी रही है।


स्थापना, पृष्ठभूमि एवं भौगोलिक परिदृश्य :

गिरिडीह जिले का मुख्यालय गिरिडीह के रूप में शहर है। गिरिडीह जिला 4 दिसंबर 1972 को हजारीबाग से अलग होकर बना था। यह जिला 24 डिग्री 11 मिनट उत्तर अक्षांश और 86 डिग्री 18 मिनट पूर्व देशान्तर के बीच स्थित है। उत्तरी छोटा नागपुर प्रमण्डल के लगभग मध्य भाग में स्थित है , जिसके उत्तर में बिहार के जमुई और नवादा जिले पुर्व में देवधर और जामताड़ा दक्षिण में धनबाद और बोकारो तथा पश्चिम में हजारीबाग एवं कोडरमा जिले है। गिरिडीह जिला 4853.56 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। गिरिडीह घने जंगल से घिरा हुआ है और केंद्रीय और निचले पठार पर स्थित है। गिरिडीह के क्षेत्र का पश्चिमी हिस्सा केंद्रीय पठार पर स्थित है। निचले पठार में 1300 फीट की औसत ऊंचाई के साथ सतह को अपनाने वाली सतह शामिल है। निचले पठार का उत्तरी भाग मुख्य रूप से टेबल भूमि के लिए जाना जाता है। पठार 1300 फीट की ऊंचाई बनाए रखता है जब तक कि वह घाट तक पहुंच न जाए जहां औसत ऊंचाई 700 फीट है। यह क्षेत्र घने वनस्पति से ढका हुआ है, खासकर साल और सागवान जंगलों द्वारा। अन्य सामान्य पाए जाने वाली प्रजातियां सिमुल, बांस, पला, महुआ, कुसुम, आसन पियर, केंड और भल्वा हैं। बरकर और सकरी नदियां गिरिडीह के माध्यम से बहती हैं और इस क्षेत्र की जैव विविधता में अत्यधिक योगदान देती हैं। भौगोलिक दृष्टिकोण से गिरिडीह जिला जंगल झाड़ और पहाड़ों के बीच में बसा हुआ है। यह क्षेत्र उत्तरी छोटानागपुर पठार के अंतर्गत शामिल किया जाता है। यहां पहाड़ ही पहाड़ दिखाई पड़ते हैं। यहां स्थित पठारी भूभाग की औसत ऊंचाई समुद्र तल से 500 मीटर से भी अधिक है।

गिरिडीह का संक्षिप्त इतिहास :

गिरिडीह का शाब्दिक अर्थ है- पहाडों का डीह अर्थात पहाड़ों की भूमि अथवा क्षेत्र है।  पूरे गिरिडीह जिले में सैकड़ों पहाड़ है। अधिकतर पहाड़ डुमरी और पीरटांड़ के क्षेत्रों में दिखाई पड़ता है। गिरिडीह पहले हजारीबाग नामक जिले का हिस्सा था। शहर छोटानागपुर पठार में स्थित है। पूरे क्षेत्र में घने वन वनस्पति और पहाड़ी तलों से ढका हुआ है। यह क्षेत्र बसे हुए कई जनजातीय समुदायों के अधीन था । आजादी से पहले क्षेत्र हजारीबाग का हिस्सा था। मुंडा इस जनजातीय भूमि के पारंपरिक शासकों थे। 1556 एडी में मुगल सम्राट अकबर सत्ता में आने तक भूमि अनदेखा बनी रही। अकबर के उत्तराधिकार के बाद यह क्षेत्र मुगल साम्राज्य का हिस्सा बन गया। पूरे झारखंड के साथ हजारीबाग को खुखरा कहा जाता था। बाद में 18 वीं शताब्दी की शुरुआत में, इस क्षेत्र को हजारीबाग के ब्रिटिश नियंत्रित जिले में शामिल किया गया था। यह शहर लंबे समय से ब्रिटिश शासन के तहत दक्षिणपश्चिम फ्रंटियर एजेंसी का हिस्सा रहा है। बाद में 1854 में दक्षिणपश्चिम फ्रंटियर एजेंसी को छोटा नागपुर में बदल दिया गया। हालांकि वर्तमान समय में गिरिडीह शहर को राज्य के अलगाव से पहले बिहार सरकार द्वारा विकसित किया गया था।


स्थिति और विस्तार :

यह जिला उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के मध्य में स्थित है। इसके उत्तर में बिहार के जमुई और नवादा जिले हैं। पूर्व में देवघर और जामताड़ा जिला स्थित है। जबकि पश्चिम में हजारीबाग और कोडरमा जिला से यह सटा हुआ है। वहीं दक्षिण में धनबाद और बोकारो जिला स्थित है। शेरशाह सूरी मार्ग (NH-2) इस जिले से होकर गुजरती है। यह जिला 24°11′ उत्तरी अक्षांश से 24°18′ उत्तरी अक्षांश तक तथा 86°11′ पूर्वी देशांतर से 86°30′ पूर्वी देशांतर तक विस्तृत है। गिरिडीह का क्षेत्रफल 4854 वर्ग किलोमीटर (1874 वर्ग मील) है।

खनिज संसाधन :

गिरिडीह एक खनिज समृद्ध क्षेत्र है।  गिरिडीह अभ्रक और कोयले के लिए प्रसिद्ध है। सबसे अच्छी गुणवत्ता कोयला की खानें मौजूद है। खनिज समृद्ध भूमि में अबरख की उच्च उपलब्धता भी है। तिसरी और गावां प्रखण्ड में अयस्क और खनिजों से समृद्ध है जिसका उपयोग भारत सरकार द्वारा किया जाता है। यहां अभ्रक को चुना जाता है तथा इसे साफ कर बाहर भेजा जाता है। गिरिडीह में सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (CCL) की खानें हैं। क्षेत्र में जलवायु की स्थिति आम तौर पर शुष्क होती है। इस क्षेत्र में खर्च करने का सबसे सुखद समय सर्दियों के दौरान होता है। ग्रीष्म ऋतु मुख्य रूप से गर्म और आर्द्र हैं। मई के महीने के दौरान, कभी-कभी तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। क्षेत्र जून के महीने के दौरान मानसून का अनुभव करता है। गिरिडीह 24.18 डिग्री उत्तर 86.3 डिग्री पुर्व में स्थित है। इसकी औसत ऊंचाई 28 9 मीटर (9 48 फीट) है।  

वनस्पति :

गिरीडीह जिला बांस, कटहल और पलाश के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त यहां सखुआ (साल), महुआ, आम, कुसुम, सेमल, केंन्दु, आसन, पियार, अकेसिया, यूकेलिप्टस, शीशम, भेलवा आदि विभिन्न प्रकार के वृक्ष पाए जाते हैं।

पलाश : यहां बसंत ऋतु में पलाश के फूल से पूरे वन क्षेत्र महकने लगता है। जो पर्यटकों को बरबस ही अपनी और आकर्षित करता है पूरा जंगल पलाश के फूलों से ढक जाता है।

बांस : गिरिडीह पलाश के अतिरिक्त बांस के लिए भी जाना जाता है। बांस एक महत्वपूर्ण वनस्पति है जिसका इस्तेमाल घर बनाने, चटाई, टोकरी, सूप कई प्रकार के आवश्यक कार्यों में किया जाता है। बांस यहां बहुतायत में पाया जाता है। बांस के कोपले जिसे यहां करील के नाम से लोग जानते है

बांस का करील : इस करील का इस्तेमाल सब्जी, भुंजिया, अचार, मुरब्बा तथा दवा के रूप में प्रयोग में लाई जाती है।

कटहल : गिरिडीह जिला पृथ्वी के सबसे बड़े फल कटहल के लिए प्रसिद्ध है। यहां कटहल के पौधों को लगाया जाता है। कटहल को सब्जी और अचार आदि रूपों में प्रयोग में लाया जाता है।

यंहा की प्रमुख नदियां :

यहां दामोदर की बड़ी सहायक नदी बराकर बहती है। और बराकर की सहायक नदी उसरी नदी के किनारे गिरिडीह शहर बसा हुआ है। इसी नदी पर उसरी नामक आकर्षक जलप्रपात है। जिसे देखने के लिए हजारों पर्यटक प्रतिवर्ष पहुंचते हैं।


गिरिडीह के पर्यटन स्थल :

यह क्षेत्र प्रकृति की गोद में स्थित है जो आगंतुकों के लिए कई दर्शनीय स्थलों का भ्रमण विकल्प प्रदान करता है। यह क्षेत्र कई आकर्षक प्राकृतिक स्थलों के साथ बिखरा हुआ है। यह क्षेत्र कई भक्ति स्थानों का केंद्र भी है जो साल भर देखने के लिए तीर्थयात्रियों का तांता लगा रहता हैं। शहर में जाने के लिए कुछ लोकप्रिय स्थान हैं।

1. श्री सम्मेद शिखरजी (परसनाथ हिल्स)
2. लंगटा बाबा समाधि स्थल
3. उसरी फॉल
4. खंडोली बांध
5. हरिहर धाम
6. दुखिया महादेव मंदिर
7. झारखंड धाम
8. श्री कबीर ज्ञान मंदिर
9 . जलीय सूर्य मंदिर

बुधवार, 1 सितंबर 2021

डिक्की खोल रूपये की चोरी करते रंगे हाथ धराया चोर, लोगों ने किया पुलिस के हवाले

चोर की पूरी करतूत हुई सीसीटीवी में कैद
                    धराया डिक्की चोर

धनबाद : जिले के बाघमारा थाना क्षेत्र के बाघमारा बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया केशरगढ़ शाखा के समीप बाइक की डिक्की को खोल कर पैसा चोरी करने वाला चोर पकड़ा गया।

बाघमारा बाजार में बीसीसीएल कर्मी पुरन वेलदार कुछ समान खरीददारी करने हेतु अपनी बाइक को सड़क किनारे खड़ा किये और खरीददारी करने लगे। इसी दौरान एक चोर उनकी बाइक की डिक्की में रखे 20 हजार रुपये को डिक्की खोलकर चुरा लिया और भाग निकला। संयोगवश बीसीसीएल कर्मी की नजर चोर पर पड़ गई और वह दौड़ कर चोरी कर भाग रहे  चोर को पकड़ लिया। जिसके बाद स्थानीय लोगो ने चोर की जमकर पिटाई किया। धराये चोर ने बताया कि वह धनबाद स्टेशन के समीप रहता है। 

मामले की जानकारी मिलने पर बाघमारा पुलिस मौके पर पहुची। लोगों ने चोर को पुलिस के हवाले कर दिया। चोर को पुलिस थाने ले गई । इस दौरान चोर की सारी करतूत पास के एक दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया।

वही घटना के बावत थाने में दिये आवेदन में भुक्तभोगी बीसीसीएल कर्मी ने बताया कि वह हरिणा स्थित बैंक ऑफ इंडिया की बाघमारा शाखा से 20 हजार रुपये निकासी किया था। जिसे बाइक की डिक्की में रख बाघमारा बाजार में सड़क किनारे बाइक को खड़ा कर दुकान समान लेने लगे। तभी उसकी नजर बाइक की डिक्की को तोड़ रहे चोर पर पड़ी और उन्होंने दौड़ कर उसे पकड़ लिया।
 
वही इस मामले में बाघमारा थाना एसआई अनिल भुइया ने कहा कि एक चोर बाइक की डिक्की को तोड़ पैसा चोरी कर रहा था। जिसे लोगो ने पकड़ लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुच चोर को कब्जे में लेकर थाने ले आई। भुक्तभोगी बीसीसीएल कर्मी के लिखित शिकायत पर आगे की कार्रवाई किया जाएगा।