रविवार, 10 मार्च 2019

अज्ञात युवती की सिर कटी लाश बरामद ,इलाके में सनसनी

 युवती की सिर कटी लाश मिलने से इलाके में सनसनी


धनबाद जिले के निरसा प्रखण्ड अन्तर्गत कालुबथान ओपी थाना क्षेत्र के बाह्मण गढ़िया स्थित एक तालाब के समीप से पुलिस ने एक युवती की सिर कटी लाश बरामद किया है। 

अज्ञात युवती की सिर कटी लाश बरामद होने से पूरें इलाके में सनसनी फैल गयी है। अंतिम समाचार मिलने तक शव की शिनाख्त नही हो सकी है। हालांकि मौके पर से पुलिस ने हंसुआ भी बरामद किया है।

 समझा जाता है कि उसी हंसुये से युवती के सिर को धड़ से अलग किया गया है। घटना स्थल पर युवती का सिर शरीर से अलग पड़ा.हुआ था। फिलवक्त पुलिस ने शव को अपनी अभिरक्षा में ले पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। 

घटना के बावत पुलिस द्वारा यह आशंका जताया जा रहा कि किसी दुसरे स्थान पर युवती की हत्या कर उसके शव को तालाब के किनारे फेंका गया है। बहरहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है। पुलिस ने अनुसंधान हेतु डाँग स्काँड की टीम भी बुलायी है।

झारखण्ड की जेलों में जेलरों की भारी कमी

झारखण्ड की जेलों का हाल-बेहाल, 29 जेलों को मात्र तीन जेलर रहे हैं सम्भाल
         सूबे में 7 सेंट्रल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक है ओपन जेल। जिनमे सिर्फ रांची, हजारीबाग और धनबाद की जेलों में हैं जेलर नियुक्ति। बाकी जेल असिस्टेंट जेलर या क्लर्क के भरोसे है संचालित।


       राजेश,पत्रकार,गिरिडीह।

            झारखंड प्रदेश की जेलों में जेलर की भारी कमी है। राज्य गठन को 19 वर्ष होने को हैं, लेकिन इतने वर्षों के बाद भी झारखंड की सभी जेलों को जेलर नहीं मिल पाया है।

राज्य में कुल 29 जेल है- जिनमें 7 सेंट्रल जेल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक ओपन जेल शामिल है।

इन सभी जेलों में वर्तमान में सिर्फ तीन कारागार (रांची, हजारीबाग और धनबाद) में ही जेलर पदस्थापित हैं। बाकी की जेलों में असिस्टेंट जेलर और क्लर्क के भरोसे काम चल रहा है। आज भी राज्य की कई जेलों में कैदियों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं करायी जाती हैं।

कर्मचारियों की कमी :-

जेलर के साथ-साथ राज्य की जेलों में कर्मचारियों की भी भारी कमी है।  झारखंड की जेलों में विभिन्न पदों के लिए हजारो सीट खाली हैं। लंबे समय से कर्मियों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में जेल में कैदियों को संभालना और कार्यालय के काम को संपादित करना जेल प्रशासन के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है।

सूबे में 7 सेंट्रल जेल,16 मंडल कारा, 5 उपकारा और एक ओपन जेल है।
राज्य के 7 सेंट्रल जेल-  रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर, दुमका, डालटनगंज, गिरिडीह और देवघर हैं।
वहीं 16 मंडल कारा-   धनबाद, चाईबासा, सरायकेला, गढ़वा, लातेहार, चतरा, कोडरमा, बोकारो (चास), जामताड़ा, पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज, सिमडेगा, लातेहार और गुमला जिले में है।
        5 उपकारा-         खूंटी, तेनुघाट, रामगढ़, राजमहल, मधुपुर में हैं और -
राज्य का एकमात्र ओपन जेल हजारीबाग में है।

चार असिस्टेंट जेलर को मिली जेलर में प्रोन्नति:-

मिली जानकारी के अनुसार, हाल के दिनों में 4 असिस्टेंट जेलर को जेलर रैंक में प्रोन्नति दी गई है। उम्मीद है प्रोन्नति मिले इन सभी जेलरों को सोमवार तक सरकार विभिन्न जेलों में पदस्थापित कर सकती है। हालांकि सरकार की ओर से इसका कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है।

जेलर रैंक में प्रोन्नति मिले असिस्टेंट जेलर को विभिन्न जेलों में पदस्थापित किया भी जाता है तब भी सूबे के जेलों में जेलरों की कमी पूरी नहीं हो पाएगी। अब भी 22 जेलों में जेलर की कमी जस-की-तस बनी रहेगी।

शुक्रवार, 8 मार्च 2019

सीएनआइ चर्च में महिला दिवस पर कार्यक्रम, जुटी हज़ारों महिलायें

चेतना फाउंडेशन द्वारा चर्च में आयोजित हुआ महिला दिवस पर कार्यक्रम

गिरिडीह : चेतना फाउण्डेशन की ओर से सीएनआई चर्च कम्पाउंड पचम्बा में अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

 कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी पुष्पा कुजूर, विशिष्ट अतिथि सीएनआई चर्च पास्टर कोनो किस्कू, सिस्टर वर्जिनिया, सीएनआई चर्च कमिटी सदस्या निरोजनी हेम्ब्रम,
 पास्टर थामस हाॅसदा उपस्थित थीं।
जिन्होंने  सामुहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।

मौके पर अपने अभिभाषण मे मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी पुष्पा कुजूर ने कहा कि आज हमारे देश मे महिलाएं पुरूष के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है इससे महिला सशक्तिकरण को बल मिल रहा है।
उन्होने कहा कि चेतना फाउण्डेशन द्वारा चलाये जा विकास कार्यों से न केवल आदिवासी महिला बल्कि गैर आदिवासी महिलाएं भी लाभान्वित हो रही है, जो काफी सराहनीय कार्य है ।
कहा कि आज चेतना फाउण्डेशन अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह कार्यक्रम आयोजित  महिलाओ को सम्मानित करने का काम कर रही  है।

कैथोलिक चर्च की सिस्टर वर्जिनिया ने आदिवासी महिला दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाएं पहले सिर्फ चुल्हा चौका चलाती थी पर आज महिलाएं कम्प्यूटर चलाती है माॅबाईल चलाती है।

इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न प्रखण्ड से आदिवासी समुदाय की हजारो महिलाओ ने शिरकत किया। इस दौरान चेतना फाउण्डेशन से संबंधित बच्चों व महिलाओ ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी  प्रस्तुत किया।

गुरुवार, 7 मार्च 2019

एक निजी चैनल के दफ्तर से दो शव मिलने से सनसनी

रांची में धनबाद के दो सगे भाइयों की हत्या, एक निजी चैनल के दफ्तर से मिली लास

राँची :  झारखण्ड की राजधानी रांची स्थित अरगोड़ा थाना क्षेत्र के पॉश कॉलोनी कहे जाने वाले अशोक नगर रोड नंबर 1में स्थित एक निजी चैनल के दफ्तर से धनबाद निवासी दो सगे भाई हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल के शव Iमिलने से सनसनी फैल गई है।
उधारी बना है हत्या का कारण , हो रही चर्चा  :-

हत्या के पीछे उधारी के पैसे लिए जाने का मामला सामने आ रहा है। लेकिन इस मामले में पुलिस कुछ कहने से बच रही है। हत्या के पीछे क्या कारण है अभी तक इसका सही रूप से जानकारी नहीं मिल पाया। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।

बुधवार के शाम 4 बजे से लापता थे दोनों भाई:-

मिली जानकारी के अनुसार धनबाद के रहने वाले दोनों सगे भाई महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल बुधवार के शाम 4:00 बजे से ही लापता थे। जिसकी सूचना उनके परिजनों ने पुलिस को भी दी थी और परिजन अपने स्तर से भी इन दोनों भाइयों की खोजबीन कर रहे थे। लेकिन उन दोनों का देर रात तक कोई पता नहीं चल पाया था। जिस वजह से परिजनों की बेचैनी बढ़ गई थी।

 एक निजी चैनल के दफ्तर से मिला दोनों का शव:-

परिजनों के द्वारा खोजबीन के क्रम में आज दोनों सगे भाई  का शव रांची के पॉस एरिया अशोक नगर रोड नंबर 1 स्थित एक निजी चैनल के कार्यालय से बरामद हुआ। दोनों भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हालाँकि हत्या के इस मामले में पुलिस कुछ कहने से बच रही है। वंही अब तक इस हत्या कांड के हत्यारों का भी पता नही चल पाया है।

धनबाद जिले के झरिया के थे निवासी :-

मृतक मूल रूप से धनबाद के झरिया के रहने वाले थे और रांची में लालपुर स्थित शिवम अपार्टमेंट में रहते थे। दोनों का एयर कार्गो का बिज़नेस है। दोनों साधना न्‍यूज के दफ्तर क्‍यों गये और लोकेश चौधरी से दोनों का क्‍या संबंध है, इसकी जानकारी पुलिस जुटा रही है। कल अशोक नगर रोड नंबर 1 से पुलिस को दोनों भाई की स्कूटी बरामद हुआ। जिसके आधार पर पुलिस ने आज छानबीन करते हुए अशोक नगर स्थित घर से उनका शव बरामद किया है।

10 मार्च को धनबाद आयेंगे कवि डॉ कुमार विश्वास

अंतर्राष्ट्रीय कवि डॉ कुमार विश्वास 10 मार्च को धनबाद को गुगुदायेंगे       
               

किया जायेगा महिलाओं को भी सम्मानित
धनबाद :   हिंदी साहित्य विकास परिषद के गौरवशाली 40 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर और संस्था के संस्थापक सचिव दिलीप चंचल की स्मृति में आगामी 10 मार्च को रेलवे स्टेडियम में संध्या 6 बजे से कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। उक्त जानकारी हिंदी साहित्य विकास परिषद के पदाधिकारियों ने दी।

गोल ईम्पायर,मेमको मोड़ में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए श्याम पांडेय ने बताया कि कोयलांचल के इतिहास में पहली बार विश्व विख्यात कवि डॉ कुमार विश्वास के साथ प्रसिद्ध हास्य सम्राट दिनेश बावरा (मुम्बई) उक्त संगीतमय शाम सह कवि सम्मेलन म्यूजिक बैंड कार्यक्रम में सिरकत करेंगे।

उन्होंने बताया कि इस अवसर पर महिला सम्मान समारोह का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें समाज मे विभन्न क्षेत्रो में योग्यदान देने वाली महिलाओं को संस्था द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

वंही संस्था के अध्यक्ष संजय आनंद ने कहा कि हिंदी साहित्य विकास परिषद का उद्देश्य शहर और राज्य में साहित्यक माहौल और सांस्कृतिक जागरण पैदा करना है।

 जबकि संस्था के सचिव राकेश शर्मा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष संजय आंनद तथा कार्यक्रम का उद्धघाटन मंडल रेल प्रबंधक ऐके मिश्रा करेंगे। मुख्य अतिथि के रूप में केदार नाथ मित्तल, चेतन गोयनका तथा अनंतनाथ सिंह स्वागताध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहेंगे।

 प्रेस वार्ता में सीताराम सिंह, भरत नरूला, जयप्रकाश अग्रवाल के साथ अन्य मौजूद थे।

बोलेरो ने मारी टक्कर बाइक सवार युवक की मौत

बाइक बोलेरो में हुई टक्कर, युवक की दर्दनाक मौत

गिरिडीह-मधुपुर मुख्य पथ के सबेजोर नवाब मोड़ ढलान के पास बुधवार की रात एक अज्ञातबोलेरो के चपेट में आने से बाईक सवार युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।


घटना के संबंध में बताया जाता है कि मधुपुर थाना क्षेत्र के ढाब निवासी भीम राय पथरोल से अपने घर ढाब गांव जा रहा था। इसी बीच गिरिडीह की ओर से तेज रफ्तार में आ रही सफेद रंग की अज्ञात बोलेरो वाहन से बाईक की सीधी टक्कर हो गयी। दुघर्टना में भीम राय का सिर बोलेरो से कुचल गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।


घटना की सूचना आस पास के ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को दिया। घटना स्थल  पुलिस निरीक्षक सत्येंद्र प्रसाद दल बल पहुंचकर मामले की जानकारी ली। विदित हो कि मृतक भीम राय मधुपुर ग्राम प्रधान मूल रयैत संघ के अध्यक्ष विष्णु राय का भतीजा था।


बुधवार, 6 मार्च 2019

महिला ने पांच वर्षीय पुत्र के साथ एक ही फंदे से झूल की इहलीला समाप्त

 एक ही फंदे से झूलती मिली माँ -बेटे की लाश, लोग स्तब्ध, जाँच में जुटी पुलिस

गिरिडीह : जिलामुख्यालय की उपनगरी पचम्बा में बुधवार को एक हृदय विदारक घटना घटित हुई। जिसमे एक महिला ने अपने पांच वर्षीय पुत्र के साथ एक ही फंदे से झूल अपनी इहलीला समाप्त कर ली।जिसने भी इस हृदय विदारक घटना को देखा उन सभी लोगों का कलेजा मुंह को आ गया। 

घटना की सुचना मिलते ही पचम्बा थाना पुलिस बोडो स्थित घटना स्थल पर पहुंच शव को अपनी अभिरक्षा में जाँच पड़ताल में जुट गयी है। मिली जानकारी के अनुसार मृतक महिला आशीष मुर्मू की 35 वर्षीया पत्नी बेगुला सोरेन है और उसके पांच वर्षीय पुत्र का नाम आदित्य मुर्मू है। जो बोडो स्थित एक मकान में बतौर किरायेदार रहती थी।

मां और बेटे की एक ही फंदे पर एक साथ झूलते मिली लाश से पुरे इलाके में सनसनी फ़ेल गयी है। सभी के मन में एक ही सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि महिला ने अपने बच्चे के साथ अपनी जान दे दी। हालांकि अंतिम समाचार मिलने तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मृतका के पति की माने तो वह मजदूरी का काम करता है। रात्रि 8 बजे जब वह घर लौटा तो घर अंदर से बन्द था। काफी खटखटाने पर भी जब नहीं खुला तो उसने खिड़की से झांक कर देखा। अंदर उसकी पत्नी फंदे से झूली हुई थी।  बहरहाल पुलिस मामले की जाँच पड़ताल में जुटी है।

निरसा का राजस्व कर्मचारी संतोष मिश्रा रिश्वत लेते गिरफ्तार

 राजस्व कर्मचारी संतोष मिश्रा 1500 रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार


झारखंड के धनबाद जिले के निरसा में राजस्व कर्मचारी संतोष मिश्रा को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने 1500 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।डीएसपी अशोक गिरी के नेतृत्व में एसीबी की टीम ने ये गिरफ्तारी की है। 

मिली जानकारी के मुताबिक एक व्यक्ति से उसकी दाखिल खारिज करने के लिए राजस्व कर्मचारी संतोष मिश्रा उससे रिश्वत ले रहा था। तभी एसीबी की टीम ने मौके पर दबिश देकर राजस्व कर्मचारी संतोष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि एसीबी द्वारा गिरफ्तार किया गया संतोष मिश्रा निरसा लेदाहरिया पंचायत का राजस्व कर्मचारी है।

    एसीबी एसपी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने मामले की जानकारी देते हुये बताया कि उक्त कार्रवाई निरसा थाना क्षेत्र निवासी इरफान अंसारी की शिकायत पर की गई है। 

प्रखंड कार्यालय में सत्यापन के बाद गिरफ्तार किए गए राजस्व कर्मचारी को एसीबी टीम धनबाद ले गई है।

बाज के बच्चे मुँडेर पर नहीं उड़ते

एक प्रेरक आलेख :  "बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नही उड़ते।"


                         बाज पक्षी जिसे हम ईगल या शाहीन भी कहते है। जिस उम्र में बाकी परिंदों के बच्चे चिचियाना सीखते है उस उम्र में एक मादा बाज अपने चूजे को पंजे में दबोच कर सबसे ऊंचा उड़ जाती है।  पक्षियों की दुनिया में ऐसी Tough and tight training किसी भी ओर की नही होती।

मादा बाज अपने चूजे को लेकर लगभग 12 Kmt.  ऊपर ले जाती है।  जितने ऊपर अमूमन जहाज उड़ा करते हैं और वह दूरी तय करने में मादा बाज 7 से 9 मिनट का समय लेती है।

यहां से शुरू होती है उस नन्हें चूजे की कठिन परीक्षा। उसे अब यहां बताया जाएगा कि तू किस लिए पैदा हुआ है? तेरी दुनिया क्या है? तेरी ऊंचाई क्या है? तेरा धर्म बहुत ऊंचा है और फिर मादा बाज उसे अपने पंजों से छोड़ देती है।

धरती की ओर ऊपर से नीचे आते वक्त लगभग 2 Kmt. उस चूजे को आभास ही नहीं होता कि उसके साथ क्या हो रहा है। 7 Kmt. के अंतराल के आने के बाद उस चूजे के पंख जो कंजाइन से जकड़े होते है, वह खुलने लगते है।

लगभग 9 Kmt. आने के बाद उनके पंख पूरे खुल जाते है। यह जीवन का पहला दौर होता है जब बाज का बच्चा पंख फड़फड़ाता है।


अब धरती से वह लगभग 3000 मीटर दूर है लेकिन अभी वह उड़ना नहीं सीख पाया है। अब धरती के बिल्कुल करीब आता है जहां से वह देख सकता है उसके स्वामित्व को। अब उसकी दूरी धरती से महज 700/800 मीटर होती है लेकिन उसका पंख अभी इतना मजबूत नहीं हुआ है की वो उड़ सके।


धरती से लगभग 400/500 मीटर दूरी पर उसे अब लगता है कि उसके जीवन की शायद अंतिम यात्रा है। फिर अचानक से एक पंजा उसे आकर अपनी गिरफ्त मे लेता है और अपने पंखों के दरमियान समा लेता है।
यह पंजा उसकी मां का होता है जो ठीक उसके उपर चिपक कर उड़ रही होती है। और उसकी यह ट्रेनिंग निरंतर चलती रहती है जब तक कि वह उड़ना नहीं सीख जाता।

यह ट्रेनिंग एक कमांडो की तरह होती है।. तब जाकर दुनिया को एक शाहीन यानि बाज़ मिलता है l शाहीन अपने से दस गुना अधिक वजनी प्राणी का भी शिकार करता है।हिंदी में एक कहावत है... "बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नही उड़ते।"

बेशक अपने बच्चों को अपने से चिपका कर रखिए पर एक शाहीन की तरह उसे दुनियां की मुश्किलों से रूबरू कराइए, उन्हें लड़ना सिखाइए। बिना आवश्यकता के भी संघर्ष करना सिखाइए।

ये Tv के रियलिटी शो और अंग्रेजी स्कूल की बसों ने मिलकर आपके बच्चों को "ब्रायलर मुर्गे" जैसा बना दिया है जिसके पास मजबूत टंगड़ी तो है पर चल नही सकता। वजनदार पंख तो है पर उड़ नही सकता।
                      क्योंकि...
                                  _"गमले के पौधे और जंगल के पौधे में बहुत फ़र्क होता है।" 


मंगलवार, 5 मार्च 2019

केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने रखी हजारीबाग में एयरपोर्ट की आधारशिला, भू-रैयतों ने जताया विरोध

 केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने हजारीबाग में रखी हवाई अड्डा की आधारशिला

 

        केंद्रीय उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने मंगलवार को हजारीबाग के नगवां और चुरचू गांव की 208 एकड़ जमीन पर हवाई अड्डा निर्माण की आधारशिला रखा और भूमि पूजन किया।  इस मौके पर झारखंड सरकार नगर विकास मंत्री सीपी सिंह भी मौजूद थे।

एक ओर जहां स्थानीय सांसद और केंद्रीय नागर  उड्डयन मंत्री श्री सिन्हा नें जहां नगमा चुरचू में
हवाई अड्डे की स्वीकृति दिलाने में उनका और राज्य सरकार का अथक प्रयास बताते हुए इसे एक बड़ी उपलब्धि करार दिया।

वंही दूसरी ओर भू-रैयत संघर्ष मोर्चा जो भूमि पूजन की घोषणा के बाद से ही लगातार मैदान में उतर कर अपना विरोध जता रही थी, ने स्पष्ट कहा कि मामला अब तक उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। अतः इस तरह का कोई भी आयोजन सही नहीं है। 

संघर्ष मोर्चा के सदस्य के नरेश मेहता ने कहा कि वह कानून के शरण में जाएंगे। उन्होंने पूरे भूमि पूजन कार्यक्रम को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब हजारीबाग मैं हवाई अड्डे की आधारशिला रखी गयी है। पूर्व में भी मधु कोड़ा की सरकार के समय आधारशिला रखी गई थी।  

गौरतलब है कि एक तरफ मुआवजा नहीं मिलने के कारण आज के कार्यक्रम का भू -रैयतों के द्वारा शांतिपूर्वक विरोध किया गया और बताया गया कि हवाई अड्डा भूमि अधिग्रहण का मामला अब तक हाई कोर्ट में चल रहा है। लिहाजा जब तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिलता तब तक इस तरह के किसी भी शिलान्यास कार्यक्रम से प्रभावित भू रैयत खुद को दूर रखेंगे।

हालांकि भू-रैयतों ने इस दौरान स्पष्ट कर दिया कि एयरपोर्ट निर्माण पर उनका कोई विरोध नहीं है, लेकिन उचित मुआवजे की राशि जब तक उन्हें नहीं मिलती तब तक वह लगातार संघर्ष करते रहेंगे।

सोमवार, 4 मार्च 2019

नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ सह दुर्गा माता प्राण प्रतिष्ठा का हुआ समापन

जागरूकता से ही  होगा लोगों का कल्याण :  साधना शास्त्री 

   
   

 जागरूकता से ही समाज में व्याप्त कुरीतियाँ खत्म होगी। उक्त बातें सोमवार को गिरिडीह जिलान्तर्गत देवरी प्रखंड के नवाअहार में आयोजित नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ सह दुर्गा माता प्राण प्रतिष्ठा का समापन के मौके पर मुख्य प्रवचनकर्ता साधना शास्त्री ने कही।

अपने प्रवचन के दौरान शास्त्री जी ने कहा कि समाज में भ्रूण हत्या, दहेजप्रथा, नशा और मांसाहार जैसीे कई कुरीतियाँ व्याप्त हैं। इन कुरीतियों को खत्म करना जरूरी है।

 उन्होंने कथा व सतसंग से लोगों में जागरूकता आने की बातें कही। शास्त्री जी ने लोगों से अच्छे कर्म करने और सच्चे मार्ग पर चलने की अपील किया। साथ ही उन्होंने लोगों से आपसी भाईचारा बनाकर रखने और एक दूसरे से प्रेम करने की भी वकालत की।

मौके पर यज्ञ कमेटी के अध्यक्ष भुवनेश्वर ठाकुर , सचिव प्रदीप महथा और कोषाध्यक्ष बासुदेव राय ने ग्राम वासियों और आसपास के लोगों को यज्ञ को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया ।

सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि  यज्ञ के दौरान नौ दिनों तक गाँव में उत्साह और हर्ष का माहौल बना रहा।  नौजवानों ने सारे कार्यों में बढ चढकर भागीदारी लिया और यज्ञ को सफल बनाया।  

मौके पर  भागीरथ राय , त्रिपुरारी शर्मा , बालकृष्ण देव राय , इन्द्रदेव महथा , अँग्रेज महथा ,  अजय शर्मा , रामप्रसाद महथा , बालमुकुंद महथा , सदानंद ठाकुर , बहादुर ठाकुर ,  राजेंद्र प्रसाद शर्मा , यमुना शर्मा , छत्रधारी हजरा , शीवकुमार हजरा , शक्ति राय , रामजी राय , गोपाल राय , प्रकाश राय , सुरो राय , मनोज महथा , अशोक महथा , भवानी राय , अनीता देवी , रानी शर्मा , शिखा शर्मा सहित सैकडों लोग मौजूद थे ।

पारसनाथ- गिरिडीह नई रेल परियोजना का हुआ शिलान्यास

पारसनाथ -गिरिडीह नई रेल परियोजना का हुआ शिलान्यास

        राजेश,पत्रकार,गिरिडीह। 4 मार्च2019


          गिरिडीहवासियों और जैन धर्मावलम्बियों की लम्बे समय से जारी पारसनाथ -गिरिडीह भाया मधुबन रेल परियोजना की मांग पर सोमवार को अमली जामा पहना कर भारतीय रेल प्रशासन ने उस चीर कालीन मांग पर विराम लगा दिया।

धनबाद रेल मण्डल के पारसाथ रेलवे स्टेशन पर सोमवार को इस नई रेल परियोजना पारसनाथ- गिरिडीह भाया मधुबन का गिरिडीह के सांसद रविंद्र कुमार पाण्डेय ने शिलान्यास करते हुए इस परियोजना का भूमि पुजन किया। इस मौके पर डुमरी विधायक जगन्नाथ महतो एवं गिरिडीह विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

चार वर्षों मे पूर्ण होगी यह परियोजना

यह नई रेल परियोजना कुल 972 करोड़ की लागत से पूर्ण होगी। लागत का 50 प्रतिशत राज्य सरकार और 50 प्रतिशत केंद्र सरकार वहन करेगी। इस परियोजना के पूर्ण करने होने हेतु चार वर्षों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

प्रस्तावित हाल्ट एवं स्टेशन :

        पारसनाथ-गिरिडीह नई रेल परियोजना के रास्ते में दो क्रासिंग स्टेशन व दो हाल्ट प्रस्तावित है। जिसमें पहला हाल्ट पारसनाथ से 6:3 किमी पर चैनपुर (CHAINPUR HALT) होगा। जबकि पहला क्रासिंग स्टेशन से 13:7 किमी पर मधुबन (MADHUBAN) होगा और दूसरा क्रासिंग स्टेशन 23:8 किमी पर कुम्हारटोला (KUMHAR TOLA) होगा।  वंही इस पथ का दूसरा हाल्ट 30:5 किमी पर लखियातार हाल्ट (LAKHIATAR HALT) होगा।
 यह रेल पथ पारसनाथ से 37:7 किमी पर स्थित कोडरमा-गिरिडीह रेल पथ के सलैया (SALAIYA) स्टेशन पर जुड़ कर न्यू गिरिडीह रेलवे स्टेशन पहुंचेगी।

49 किमी की प्रस्तावित है यह रेल पथ :-

      पारसनाथ-गिरिडीह रेल पथ 49 किमी की प्रस्तावित है। जो पारसनाथ से महेशमुण्डा को दर्शाता है। जिसमे समझा जाता है कि जमीनी कार्य मात्र 37:700 किमी तक की करने की आवश्यकता होगी। क्योंकि सलैया स्टेशन के बाद पारसनाथ से 43:7 किमी पर न्यू गिरिडीह स्टेशन और 49 वें किमी पर महेशमुण्डा स्टेशन तक रेल लाइन चालु है। जिसमे फिलवक्त कोडरमा से महेशमुण्डा और कोडरमा से मधुपुर रेल सेवा चालु है।

शिलान्यास कार्यक्रम में थे शामिल

पारसनाथ-गिरिडीह नई रेल परियोजना के शिलान्यास सह भूमि पुजन कार्यक्रम में धनबाद रेल मण्डल के डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा, चीफ डिभीजनल मैनेजर कामर्शियल आशीष कुमार, चीफ डिभीजनल इंजीनियर कार्डिनेटर बी के सिंह, चीफ डिभीजनल सिक्युरिटी कमिश्नर बिनोद कुमार, डिप्टी चीफ इंजीनियर कन्स्ट्रक्शन एस के झा एवं अजीत कुमार के अलावे काफी संख्या में डुमरी के ग्रामीण व भाजपा तथा झामुमो के कार्यकर्ता उपस्थित थे।   वंही इस ऐतिहासिक जनसरोकार से जुड़ीं शिलान्यास सह भूमि पुजन कार्यक्रम में गिरिडीह जिला चेम्बर आफ कॉमर्स के पदाधिकारीगण मुख्य रुप से उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी महती भूमिका का निर्वहन किया। चेम्बर के पदाधिकारियों में  निर्मल झुनझुनवाला, अमरजीत सिंह सलूजा, प्रदीप डोकानियां, राजेन्द्र बगेडिया आदि शामिल थे।