मंगलवार, 7 जनवरी 2025

सुप्रीम कोर्ट ने झारखण्ड सरकार में मंत्री इरफान अंसारी को फटकारा

रांची (Ranchi)। सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड के हेमंत कैबिनेट के एक मंत्री इरफान अंसारी को जमकर फटकार लगाई, जिन्होंने कथित तौर पर एक नाबालिग बलात्कार पीड़िता की पहचान उजागर की थी। शीर्ष अदालत ने इरफान अंसारी की याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए उसे फटकार लगाई, जिसमें कथित तौर पर एक नाबालिग बलात्कार पीड़िता की पहचान उजागर करने के लिए उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा खारिज करने की मांग की गई थी।


कोर्ट ने अंसारी को फटकार लगाते हुए कहा कि, "आप हर चीज़ के लिए प्रचार चाहते हैं?" जस्टिस बीवी नागरत्ना और सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने कहा, "यह केवल प्रचार के लिए था। कानून के तहत अनिवार्य आवश्यकताओं का पालन नहीं किया गया।" न्यायमूर्ति नागरत्ना ने सवाल किया कि मंत्री अकेले पीड़िता से मिलने या एक या दो लोगों को अपने साथ क्यों नहीं ले जा सकते। न्यायमूर्ति ने राजनेता से पूछा, आप समर्थकों के एक समूह के साथ उनसे मिलने क्यों गए।



बता दें कि बीते 28 अक्टूबर, 2018 को, जामताड़ा विधायक और उनके समर्थकों ने दुष्कर्म की पीड़िता और उसके परिवार के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक अस्पताल का दौरा किया और कथित तौर पर उसका नाम, पता और तस्वीरें मीडिया के साथ साझा की। इरफान अंसारी के वकील ने अदालत को बताया कि जीवित बचे व्यक्ति की पहचान उजागर करने का कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है, जिससे वह अपने समर्थकों के साथ अस्पताल गए थे। बाद में वकील ने अदालत से याचिका वापस लेने की अनुमति मांगी और उन्हें अनुमति दे दी गई।


सितंबर 2024 में, झारखंड उच्च न्यायालय ने कहा था कि इरफान अंसारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 228ए (कुछ अपराधों के पीड़ित की पहचान का खुलासा) के तहत प्रथम दृष्टया मामला बनता है। इसके बाद विधायक ने झारखंड उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी, जिसमें आईपीसी और POCSO अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप तय करने के दुमका अदालत के 21 नवंबर, 2022 के आदेश को रद्द करने से इनकार कर दिया गया था।

धनबाद रेल मंडल को मिलेगी पहली रेल मिलिंग मशीन, सफर होगा आरामदायक

भारतीय रेल की यह पहली मशीन है, जो मिलेगी धनबाद रेल मंडल को : डीआरएम 


धनबाद (Dhanbad)। धनबाद रेल मंडल को रेल मिलिंग मशीन मिलने वाली है. भारतीय रेल में यह पहली मशीन है, जो धनबाद रेल मंडल को मिलेगी. इस मशीन की मदद से ट्रैक के खराब ज्वाइंट की पहचान कर उसे दुरूस्त किया जाता है. इससे एक ओर जहां ट्रेनों की गति में बढ़ोतरी होगी, वहीं यात्रा के दौरान यात्रियों को महसूस होने वाले जर्क भी दूर होगा. और रेल यात्रा को और भी आरामदायक बनायेगी. यह जानकारी धनबाद रेल मंडल के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने दी. 


 डीआरएम कार्यालय के सभागार में पत्रकारों से बात करते हुए सीनियर डीइएन को-ऑर्डिनेशन प्रदीप कुमार ने बताया कि यह मशीन जनवरी माह के अंत तक धनबाद आ जायेगी. इस दौरान डीआरएम ने कहा कि भूली का ओवर ब्रिज बन कर तैयार हो गया है. इसके उद्घाटन के लिए पीएमओ से अनुमति मांगी गयी है. स्वीकृति मिलती है, तो पीएम नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. भूली का समपार फाटक जल्द ही पूरी तरह से बंद कर दिया गया जायेगा. लोगों को आने-जाने के लिए इस ब्रिज का उपयोग करना है.


डीआरएम ने कहा कि महाकुंभ को लेकर कई स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही हैं. अलग-अलग दिनों में 12 स्पेशल ट्रेन धनबाद-गोमो-पारसनाथ-हजारीबाग रोड-कोडरमा होकर चल रही हैं. गोमो-कोडरमा होकर आठ, बरकाकाना-टोरी-बरवाडीह-डाल्टेनगंज-गढ़वा रोड होकर दो ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है.


सीनियर डीसीएम अमरेश कुमार ने कहा कि धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त जनरल कोच जोड़ा गया है. यात्री कमाई में धनबाद रेल मंडल ने दिसंबर माह में 1.74 प्रतिशत की बढ़त बनायी है. वित्तीय वर्ष 2023-24 के दिसंबर में 20.55 लाख यात्रियों से 38.61 करोड़ रुपये हासिल हुए. वहीं 2024-25 में यात्रियों की संख्या बढ़ कर 21.58 लाख हो गयी. इनसे 39.28 लाख रुपये हासिल हुए हैं.

68वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट आगामी 10 से 15 फरवरी तक रांची में

रांची (Ranchi)। 68वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन इस बार राजधानी राँची में होना है. झारखंड पुलिस मुख्यालय ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. यह कार्यक्रम आगामी 10 फरवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगा.इस पुलिस ड्यूटी मीट में आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं के खिलाफ कार्रवाई के तरीकों को साझा किया जाएगा, ताकि इन समस्याओं पर प्रभावी ढंग से कार्यवाही की जा सके।



इस पुलिस ड्यूटी मीट में आंध्र प्रदेश, बिहार, बीएसएफ, छत्तीसगढ़, सीआरपीएफ, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईटीबीपी, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरला, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल, एसएसबी, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश के दल शामिल होंगे. इसमें लगभग 1500 पुलिस अधिकारी और कर्मियों के भाग लेने की संभावना है, जो देश के सभी राज्यों की पुलिस और अन्य संगठनों से संबंधित हैं.



अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट एक वार्षिक आयोजन है, जहां देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल एक साथ आते हैं. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पुलिस कर्मचारियों के बीच अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान करना, नवीनतम तकनीकों और उपकरणों के बारे में जानकारी देना और अपराध से निपटने के लिए बेहतर रणनीतियां विकसित करना है.



अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट में विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारी अपने-अपने अनुभवों को साझा करेंगे, जिससे सभी को सीखने का मौका मिलेगा. इस आयोजन में नवीनतम तकनीकों और उपकरणों का प्रदर्शन किया जायेगा, जिससे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी. विभिन्न राज्यों के पुलिस बल के बीच समन्वय बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे अंतरराज्यीय अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके. आतंकवाद, नक्सलवाद और साइबर अपराध जैसी नई चुनौतियों से निपटने के लिए बेहतर रणनीतियां विकसित की जायेंगी.